अभियंता डॉ अशोक अग्रवाल हुए सम्मानित
पितृ पक्ष में गीता के नवें अध्याय का महात्म संस्कृत और हिंदी में पाठ
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े उन्नईस माह से प्रतिदिन दोपहर 3:00 बजे से गूगल मीट पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम की श्रृंखला में 15 सितंबर 2022 गुरुवार को चतुर्मास, पितृपक्ष, अभियंता दिवस, इंजीनियर्स डे, इंटरनेशनल डे ऑफ डेमोक्रेसी, लोकतंत्र का अंतराष्ट्रीय दिवस, जैकी कूपर, अमेरिकी अभिनेता और निर्देशक, डा० रामकुमार वर्मा भारत प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार, विश्वेश्वरैया भारतीय इंजीनियर, विद्वान, और राजनीतिज्ञ, मैसूर राज्य के दीवान, शरतचंद्र चट्टोपाध्याय, भारतीय लेखक, सीएन अन्नादुरई, भारतीय राजनीतिज्ञ, तमिलनाडु के 7 वें मुख्यमंत्री,भारत के लिए सुब्रमण्यम स्वामी, भारतीय अर्थशास्त्री, शैक्षणिक और राजनीतिज्ञ, कानून मंत्री और न्यायमूर्ति, राम्या कृष्णन, भारतीय अभिनेत्री, शक्ति सिंह चौहान, युवा नेता की जन्म तिथि पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
प्रांतीय अध्यक्ष डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर भगवान दरबार में रोली अक्षत का तिलक लगा, श्री फल चढ़ा, पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान से किया।
उन्होंने अपने स्वागत उद्बोधन में सभी अतिथियों और सदस्यों का स्वागत कर सभी को अभियंता दिवस की हार्दिक बधाई शुभकामनाए प्रेषित की।उन्होंने सभी जीव को जन्म जात इंजीनियर बताया।
कीर्ती अग्रवाल ने गणेश वंदना, मधु मित्तल ने पितरों के भजन, भगवती अग्रवाल ने गुरु वंदना सजा सुमधुर प्रस्तुतिकरण किया।
उषा कलानोरिया अध्यक्ष बाराद्वार इकाई ने कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए मंच पर अनुशासित तरीके से सभी को क्रमबद्ध आमंत्रित किया।
सर्वप्रथम अभियंता दिवस के अवसर पर कुसुम अग्रवाल सहकोषाध्यक ने कार्यक्रम अध्यक्ष अभियंता डॉ अशोक अग्रवाल का संक्षिप्त जीवन परिचय सभी के सम्मुख प्रस्तुत किया। मधु मित्तल ने स्वागत गान और पुष्प गुच्छ से स्वागत किया डिंपल अग्रवाल ने अभियंता दिवस के उपलक्ष में डॉ अशोक को सम्मानित कर उन्हे उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।
कार्यक्रम अध्यक्ष अभियंता डॉ अशोक ने अपने उद्बोधन में बताया अभियंता की डिग्री प्राप्त करना ही अभियंता बनाता है ऐसा नहीं सभी मात्र शक्ति बहुत बड़े अभियंता होती है जीवन के हर पग को नाप तौल कर समंजस बैठती है, है रिश्ते को बखूबी निभाती है। उन्होंने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की।
शीतल लाट ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर डॉ अशोक के उद्बोधन को अत्यंत ज्ञानवर्धक बताया।
तारा बेतीवाल ने आभार प्रदर्शन कर डॉ अशोक को पुनः अभियंता दिवस की दी हार्दिक बधाई।
मंच पर डॉ अनीता अग्रवाल प्रोफेसर इंजीनियरिंग महाविधालय को अभियंता दिवस पर सम्मानित किया।
मंच से जुड़ी सभी सदस्यो से उनके परिजन जो अभियंता है की विस्तृत जानकारी मंगवा सभी को ऑनलाइन प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया
कार्यक्रम के दूसरे चरण में पितृ पक्ष में पितरों के भजन गाए जाए और सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी द्वारा गीता के नवमे अध्याय का पाठ सुनियोजित तरीके से आयोजित किया गया। गीता के नवमे अध्याय का महात्म डॉ अनीता अग्रवाल ने पठान किया संस्कृत के 34 श्लोक का उच्चारण कर पठान सुलोचना धनावत ने किया हिंदी में गीता का पाठ अनीता , डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, मधु मित्तल, राजकुमारी गुप्ता, तारा बेरीवाल, विजया डालमिया ने किया। गीता जी की आरती तारा बेरीवाल ने गाया और डिंपल अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर विष्णु दरबार में किया मधु ने पुष्पांजलि गाकर पुष्पार्पण किया, कुसुम अग्रवाल ने भोग गया। सभी को आरती और भोग दिखाया गया।
सुलोचना धानावत ने हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे मंत्र का सामूहिक कीर्तन किया।
पूजा अग्रवाल मलेशिया को मलेशिया दिवस की बधाई प्रेषित कर बताया गया मलेशिया दिवस 16 सितंबर को मनाया जाता है और इसे ‘हरि मलेशिया’ के नाम से भी जाना जाता है। 16 सितंबर 1963 को, सिंगापुर के पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश और सबा और सरवाक के पूर्वी मलेशियाई राज्य मलेशियाई संघ बनाने के लिए मलाया संघ में शामिल हो गए।
मुख्य अतिथि नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारतीय इंजीनियर भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 15 सितंबर को भारत में अभियंता दिवस, इंजीनियर दिवस मनाया जाता है।
विशिष्ट अतिथि कमलेश बोंदिया सिमगेडा झारखंड ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया 15 सितंबर को लोकतंत्र का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। लोगों को यह याद दिलाने के लिए कि लोकतंत्र लोगों के बारे में है, अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस 15 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन लोगों को लोकतंत्र के महत्व और मानव अधिकारों की प्रभावी प्राप्ति को समझने का अवसर प्रदान करता है।
विशिष्ट अतिथि विजया डालमिया हैदराबाद ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया सर मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरय्या (15 सितंबर 1860 — 14 अप्रैल 1962) भारत के महान अभियन्ता एवं राजनयिक थे। उन्हें सन 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से विभूषित किया गया था।भारत में उनका जन्मदिन अभियन्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया
शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय (१५ सितम्बर, १८७६ – १६ जनवरी, १९३८) बांग्ला के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार एवं लघुकथाकार थे। वे बांग्ला के सबसे लोकप्रिय उपन्यासकार हैं। उनकी अधिकांश कृतियों में गाँव के लोगों की जीवनशैली, उनके संघर्ष एवं उनके द्वारा झेले गए संकटों का वर्णन है। इसके अलावा उनकी रचनाओं में तत्कालीन बंगाल के सामाजिक जीवन की झलक मिलती है। शरतचंद्र भारत के सार्वकालिक सर्वाधिक लोकप्रिय तथा सर्वाधिक अनूदित लेखक हैं।
विशिष्ट अतिथि याधोदा गुप्ता कटनी मध्यप्रदेश ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया डॉ॰ सुब्रह्मण्यम् स्वामी (जन्म: 15 सितम्बर 1939 चेन्नई, तमिलनाडु, भारत) हिन्दू राष्ट्रवादी नेता एवं सनातन धर्म के प्रचारक हैं। वे जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। वे सांसद के अतिरिक्त 1990-91 में वाणिज्य, विधि एवं न्याय मन्त्री और बाद में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार आयोग के अध्यक्ष भी रहे। 1994-96 के दौरान विश्व व्यापार संगठन के श्रमिक मानकों के निर्धारण में उन्होंने प्रभावी भूमिका निभायी।
विशिष्ट अतिथि संगीता सिंघानिया रीवा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया
डॉ राम कुमार वर्मा (15 सितम्बर, 1905 – 1990) हिन्दी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार, व्यंग्यकार और हास्य कवि के रूप में जाने जाते हैं। उन्हें हिन्दी एकांकी का जनक माना जाता है। उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९६३ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इनके काव्य में ‘रहस्यवाद’ और ‘छायावाद’ की झलक है।
उषा कलामोरिया ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए आभार व्यक्त कर संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
कार्यक्रम में डॉ अशोक अग्रवाल, नंदिनी चौधरी, कमलेश बोंदिया, अंशु अग्रवाल, आधा बेरीवाल, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, मीना अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, वर्षा अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, उषा अग्रवाल, उषा कलानोरिया, तारा बेरीवाल, शीतल लाठ, ज्योत्सना लाठ, मधु अग्रवाल, मधु मित्तल, मोनिका अग्रवाल, किरण अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, सुलोचना धनावत ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
