हर छठ डाला छठ पर धार्मिक आयोजन राष्ट्रीय एकता दिवस पर संगोष्ठी
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े बीस माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 31 अक्टूबर 2022 सोमवार को दोपहर तीन बजे से गूगल मीट पर चतुर्मास, कार्तिक मास, राष्ट्रीय एकता दिवस,भ सहस्र साहू जयंती, डाला छठ, सरदार वल्लभ भाई पटेल – भारत के स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी एवं स्वतन्त्र भारत के प्रथम गृह मंत्री, बारबरा बेल जेड्स, अमेरिकी अभिनेत्री, कोतय्य प्रत्यगातमा की जन्म तारीख और सचिन देव वर्मन, बंगला और हिंदी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार तथा गायक, इन्दिरा गांधी भारत की चौथी प्रधानमंत्री की निधन तारीख पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर भगवान दरबार में फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा मोली चढ़ा पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर श्री फल प्रसाद चढ़ा मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर गणेश वंदना, पितरों जी की स्तुति, गुरु वंदना और राष्ट्रगान से किया।
अपने आतिथ्य उद्बोधन में उन्होंने सभी अतिथियों और सदस्यों का पुष्प गुच्छ से किया स्वागत। सभी को कार्तिक पुण्य माह, डाला छठ की बधाई प्रेषित कर अतिथियों का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत कर सभी को उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।
कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपने उद्बोधन में बताया
साढ़े बीस माह से प्रतिदिन वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन करवाना बहुत बढ़ी बात है कार्यक्रम अध्यात्म, बौद्धिक, मानसिक, मनोरंजन की दृष्टि बहुत ही उपयोगी ज्ञानवर्धक बताया।
मुख्य वक्ता कमलेश बोंदिया सिमगेड़ा झारखंड ने अपने उद्बोधन में बताया कार्तिक मास का, डाला छठ के दौरान सुनी जाने वाली पौराणिक कहानियां सुनाई। सरल शब्दो में पूजा अर्चना की विधि बताई।
मुख्य अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया राष्ट्रीय एकता दिवस प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को भारत में मनाया जाता है।इस दिवस को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है, जिनकी भारत के राजनीतिक एकीकरण में प्रमुख भूमिका थी।इस दिन की शुरुआत भारत सरकार द्वारा सन् 2014 में की गई थी।
विशिष्ट अतिथि पार्वती अग्रवाल लाऊ मुंडा ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी (जन्म उपनाम: नेहरू) (19 नवंबर 1917-31 अक्टूबर 1984) वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं।
विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपने उद्बोधन में वल्लभभाई झावेरभाई पटेल (३१ अक्टूबर १८७५ – १५ दिसम्बर १९५०), जो सरदार पटेल के नाम से लोकप्रिय थे, एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। वे एक भारतीय अधिवक्ता और राजनेता थे, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और भारतीय गणराज्य के संस्थापक पिता थे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई और एक एकीकृत, स्वतंत्र राष्ट्र में अपने एकीकरण का मार्गदर्शन किया। भारत और अन्य जगहों पर, उन्हें अक्सर हिंदी, उर्दू और फ़ारसी में सरदार कहा जाता था, जिसका अर्थ है “प्रमुख”। उन्होंने भारत के राजनीतिक एकीकरण और 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान गृह मंत्री के रूप में कार्य किया।
सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने रामचरित मानस का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है बताते हुए कई प्रसंगों का दैनिक जीवन में अनुसरण करने की बात पर जोर दिया। उन्होंने सभी उपस्थित सदस्यो को उत्तर काण्ड के पाठ और भजन के लिए सभी को बारी बारी से आमंत्रित किया।पाठ के बाद आरती कर
सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया और सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के धन्यवाद ज्ञापित किया गया। संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
कार्यक्रम में शामिल मीना गोयल, नंदनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, पार्बती अग्रवाल, कमलेश बोंदिया, अंशु अग्रवाल, आशा बेरीवाल, मीना अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सुलोचना धनावत, पुष्पा अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, उषा कलानोरिया, डिंपल अग्रवाल, मंजू गोयल, हेमलता मित्तल, निमिषा गोयल, निशा गोयल, मधु अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, रजनी जिंदल, श्वेता अग्रवाल, रेखा गर्ग, मधु मित्तल, शीतल लाठ, सरला लोहिया ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
