अन्नकूट भोग लगा मनाया गोवर्धन पर्व व गणेश शंकर विद्यार्थी जयंती पर विशेष कार्यक्रम
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े बीस माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 26 अक्टूबर 2022 बुधवार को दोपहर तीन बजे से गूगल मीट पर चतुर्मास, कार्तिक मास, गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, बाली पूजा, गौ क्रीड़ा, परिषद दिवस, परिग्रहण दिवस, गणेश शंकर विद्यार्थी जयंती पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर भगवान दरबार में फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा मोली चढ़ा पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर श्री फल प्रसाद चढ़ा मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर गणेश वंदना, पितरों जी की स्तुति, गुरु वंदना और राष्ट्रगान से किया।
अपने आतिथ्य उद्बोधन में उन्होंने सभी अतिथियों और सदस्यों का स्वागत किया सभी को कार्तिक पुण्य माह की बधाई प्रेषित कर अतिथियों का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत कर सभी को उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।
कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपने उद्बोधन में बताया
साढ़े बीस माह से प्रतिदिन वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन करवाना बहुत बढ़ी बात है कार्यक्रम अध्यात्म, बौद्धिक, मानसिक, मनोरंजन की दृष्टि बहुत ही उपयोगी ज्ञानवर्धक बताया।
मुख्य वक्ता कमलेश बोंदिया सिमगेड़ा झारखंड ने अपने उद्बोधन में बताया कार्तिक मास, अन्नकूट, गोवर्धन पूजा का महात्म बता पौराणिक कहानियां सुनाई।
मुख्य अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया 6 अक्टूबर 1947 परिग्रहण दिवस में जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा सम्राट – महाराजा हरि सिंह द्वारा विलय के साधन पर हस्ताक्षर करने का प्रतीक है । पिछले दो वर्षों से, भारत का सबसे नया केंद्र शासित प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, 26 अक्टूबर को सार्वजनिक अवकाश के रूप में चिह्नित कर रहा है।
विशिष्ट अतिथि पार्वती अग्रवाल लाऊ मुंडा ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। इस त्यौहार का भारतीय लोकजीवन में बहुत महत्व है। इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है। इस पर्व की अपनी मान्यता और लोककथा है। गोवर्धन पूजा में गोधन अर्थात गायों की पूजा की जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उसी प्रकार पवित्र होती है जैसे नदियों में गङ्गा। गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है। देवी लक्ष्मी जिस प्रकार सुख समृद्धि प्रदान करती हैं उसी प्रकार गौ माता भी अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं। इनका बछड़ा खेतों में अनाज उगाता है। ऐसे गौ सम्पूर्ण मानव जाति के लिए पूजनीय और आदरणीय है। गौ के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए ही कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोर्वधन की पूजा की जाती है और इसके प्रतीक के रूप में गाय की।
विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपने उद्बोधन में दीपावली के अगले दिन अन्नकूट के नाम से जानते हैं। इस त्यौहार का भारतीय लोकजीवन में बहुत महत्व है। इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है। इस पर्व पर छप्पन भोग बना भोग लगाया जाता है।घर पर बनाए गए विभिन्न प्रकार के पकवानों से तैयार अन्नकूट का भोग भगवान श्रीकृष्ण को लगाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है. इस दिन ब्रज मंडल के श्रीकृष्ण मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण को 56 प्रकार के भोग भी लगाए जाते हैं. गोवर्धन पूजा या अन्नकूट को इंद्र पर भगवान श्रीकृष्ण की जीत के रूप में मनाते हैं।
कीर्ती अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया गणेश शंकर विद्यार्थी (26 अक्टूबर 1890 – 25 मार्च 1931) एक भारतीय पत्रकार, भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन के नेता और स्वतंत्रता आंदोलन के कार्यकर्ता थे। वह असहयोग आंदोलन और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे, जिन्होंने कभी विक्टॉर ह्यूगो के उपन्यास नाइंटी-थ्री का अनुवाद किया था, और ज्यादातर हिंदी भाषा के समाचार पत्र, प्रताप के संस्थापक-संपादक के रूप में जाने जाते हैं।
सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने रामचरित मानस का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है बताते हुए कई प्रसंगों का दैनिक जीवन में अनुसरण करने की बात पर जोर दिया। उन्होंने सभी उपस्थित सदस्यो को लंका काण्ड के पाठ के लिए आमंत्रित किया।
सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया और सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के धन्यवाद ज्ञापित किया गया। संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
कार्यक्रम में शामिल मीना गोयल, नंदनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, पार्बती अग्रवाल, कमलेश बोंदिया, अंशु अग्रवाल, आशा बेरीवाल, मीना अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सुलोचना धनावत, पुष्पा अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, उषा कलानोरिया, डिंपल अग्रवाल, मंजू गोयल, हेमलता मित्तल, निमिषा गोयल, निशा गोयल, मधु अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, रजनी जिंदल, श्वेता अग्रवाल, रेखा गर्ग, मधु मित्तल, शीतल लाठ, सरला लोहिया ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
