अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़
प्रांत द्वारा विगत साढ़े सात माह से नित्य आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की कड़ी में10 अक्टूबर 2021 रविवार को गूगल मीट पर *विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस जागरूकता सप्ताह जा पहला दिन, राष्ट्रीय डाक दिवस, शारदीय नवरात्रि की पंचमी, विश्व मुस्कान दिवस (अक्टूबर का पहला शुक्रवार को) उपांग ललिता पंचमी व्रत, पूर्वोत्तर के भगीरथ वसंत राव भट्ट की जन्म जयंती, लेखक उपन्यासकार श्री आर के नारायण लक्ष्मण की जन्म जयंती, पद्मभूषण गजल सम्राट जगजीत सिंह की पुण्यतिथि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का श्री गणेश अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने गणेश भगवान और स्कंदमाता माता रानी के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित आरती पूजा अर्चना से की। उन्होंने बताया *विश्व मुस्कान दिवस* पर सदस्यो के बीच मुस्कुराने की प्रतियोगिता में गुजरात गांधी ग्राम की *रंजना गर्ग* को सबसे प्यारी मुस्कान के लिए पुरस्कृत किया गया।
उन्होंने शारदीय नवरात्रि की पंचमी के पर्व पर अपने उद्बोधन में बताया स्कंदमाता को ये नाम स्कंद अर्थात कुमार कार्तिकेय की माता होने के कारण मिला।मान्यता है कि स्कंदमाता की आराधना करने से मोक्ष के द्वार खुलते है और भक्त को परम सुख की प्राप्ति होती है।भक्त की समस्त इच्छाओं की पूर्ति , उनकी हर मनोकामना पूर्ण हो सुख शान्ति, शुभता की प्राप्ति होती है व रोग-दोषों से मुक्ति मिलती है।
उन्होंने *मुख्य अतिथि डॉ सुचिता अग्रवाल* एमएमआई रायपुर में डॉक्टर स्वयं का रायपुर में हेलिंड क्लीनिक वूमेन मानसिक हेल्थ पर कार्यरत का डिजिटल रोली अक्षत से तिलक कर श्री फल, मनी प्लांट का पौधा, स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।उनका संक्षिप्त जीवन परिचय दे उनके उद्बोधन के लिए डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।
*हेमलता मित्तल ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत गान किया*
*मुख्य अतिथि डॉक्टर सुचिता अग्रवाल एमएमआई रायपुर ने अपने उद्बोधन* में सर्वप्रथम कार्यक्रम के आयोजको की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए बताया 4 से लेकर 11 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है *विश्व मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह* मनाया जा रहा है जिससे लोगो को तनाव मुक्त रहने के लिए प्रेरित कर सके। उन्होंने महिलाओं को अपने मानसिक स्वस्थ कख्याल रखने के लिए आहवान किया नियमित दिनचर्या, योग, उचित खान पान, सेहत का ख्याल रखने के मुख दिए।महिला स्वस्थ रहेगी तो परिवार,समाज ,राष्ट्र स्वस्थ रहेगा।
उन्होंने बताया आज की भोग विलास्त की जिंदगी में भागा दौड़ी की आप धापी में लोग तनाव ग्रस्त हो अनेक समस्याओं में उलझ अनेक रोग से ग्रस्त हो अनर्गल सोच कर कई गलत कदम उठाते है।इसे रोकना होगा और ये सिर्फ सकारात्मक सोच, अध्यात्म, योग, ध्यान से ही संभव है।
उन्होंने बताया उनकी क्लीनिक में सभी महिलाओं को मानसिक स्वस्थ रहने का परामर्श दिया जाता है।
*कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि बेदेही नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने देवी भजन प्रस्तुत कर पद्मभूषण ग़ज़ल सम्राट जगजीत सिंह की पुण्य तिथि पर उनकी गजल प्रस्तुत कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
*कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि कमलेश बोंदिया* ने भजन प्रस्तुति के बाद अपनी अभिव्यक्ति में सर्वप्रथम मां *वैष्णव देवी* की कथा सुनाकर बंगाल में संघ के कार्य को दृढ़ आधार देने वाले , अ.भा. संगठन मंत्री *श्री वसंत राव भट्ट* के जन्मजयंती पर बताया इन्होंने वनवासी कल्याण आश्रम के काम की दृष्टि से वसंत दा को पूर्वोत्तर के काम का भगीरथ कहा जाता था। इन्होंने वहां शून्य से काम प्रारम्भ कर अगले 25 वर्ष में उसे प्रभावी स्थिति में पहुंचा दिया। कोलकाता में उन्होंने ‘कल्याण भवन’ बनवाया, जो पूर्वोत्तर की गतिविधियों का केन्द्र बना है। मंच से श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके क्रोध अहंभाव से मुक्त, अर्थाभाव में खुशहाल जीवन जीने से प्रेरणा ले दैनिक जीवन में अनुसरण करना चाहिए।
*सुलोचना धनावत* ने भजन प्रस्तुति के बाद अपनी अभिव्यक्ति में धारदार कलम और मधुर मुस्कान के धनी, प्रसिद्ध साहित्यकार श्री राशिपुरम कृष्णास्वामी नारायणस्वामी अय्यर अर्थात *आर.के.नारायण* जिन्हे लेखन के क्षेत्र से राष्ट्रीय पहचान मिली थी के जन्म जयंती पर उनके लेखन की तारीफ कर बताया सामान्य जीवन की गाथा और मानवता की पृष्ठभूमि पर आधारित उनके साहित्यिक चरित्र साधारण ग्रामीण या कस्बाई पृष्ठभूमि के भारतीय होते थे। वे अपनी रचनाओं में आधुनिकता को कुछ इस तरह से पिरोते थे कि उससे त्रासद हास्य पैदा होता था, जो पाठकों को गुदगुदाता और कोई सन्देश देकर जाता था। उनकी रचना पर आधारित बहु प्रचलित टीवी धारावाहिक मालगुडी डेज ने सभी के दिल को छू लिया था।।उनकी शैली में स्वरचित कविता और एक कथा सुनाई।उन्होंने आगे बताया श्री नारायण को 1968 में उनके उपन्यास *द गाइड* के लिए साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत किया गया। भारत सरकार ने भी उन्हें *पद्मभूषण* और *पद्मविभूषण* से सम्मानित किया। 1989 में साहित्य में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें राज्यसभा का मानद सदस्य चुना गया।उनके उपन्यास द गाइड पर देवानन्द ने हिन्दी और अंग्रेजी में *गाइड* नाम से फिल्म बनायी, जो अत्यधिक लोकप्रिय हुई।
*पुष्पा अग्रवाल* ने भजन प्रस्तुति के बाद अपनी अभिव्यक्ति में बताया *उपांग ललिता पंचमी* का व्रत करने से व्यक्ति को सुख-संपत्ति के साथ संतान प्राप्ति का भी आशीष प्राप्त होता है। माताएं संतान के दीर्घ जीवन के लिए भी यह व्रत करती हैं। यह महाविद्या की दात्री देवी हैं।
कार्यक्रम का संचालन *उमा बंसल* महासचिव कोरबा ने किया उन्होंने *राष्ट्रीय डाक दिवस* पर कुछ साल पहले डाकिया और डाकघर का महत्व बताया। उन्होंने डाक और डाकिया पर कविता सुनाई।
*प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष* ने आज का इतिहास बताया 1910 में आज के ही दिन वाराणसी में मदन मोहन मालवीय की अध्यक्षता में प्रथम अखिल भारतीय हिन्दी सम्मेलन का आयोजन किया गया था।1978 – रोहिणी खादिलकर राष्ट्रीय चेस प्रतियोगिता जीतने वाली प्रथम महिला बनी।2003 – भारत ने इस्रायल रूस के साथ एवाक्स निर्माण के लिए समझौता किया।2014 – भारत के कैलाश सत्यार्थी को नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गया।
1899 – भारत के प्रारम्भिक कम्युनिस्ट नेताओं में से एक श्रीपाद अमृत डांगे का जन्म हुआ।
1902 – कन्नड़ भाषा के विख्यात साहित्यकार के शिवराम कारंत का जन्म हुआ।
1906 – भारतीय उपन्यासकार आर. के. नारायण का जन्म हुआ।
1912 – हिन्दी के प्रसिद्ध आलोचक डॉ. रामविलास शर्मा का जन्म हुआ।
1913 – नोबेल पुरस्कार से सम्मानित फ्रेंच लेखक क्लाद सिमोन का जन्म हुआ।
1924 – भारत के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह का जन्म हुआ।
1926 – पुर्वोत्तर के भगीरथ बसन्तराव भट्ट का जन्म हुआ।
2011 – पद्मभूषण ग़ज़ल सम्राट जगजीत सिंह नही रहे।
*उषा कलानोरियां* ने भजन प्रस्तुति के साथ सामूहिक कीर्तन के पश्चात सभी की उपस्तिथि और अभिव्यक्ति को नमन कर आभार व्यक्त कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
कार्यक्रम में बबली अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, मीरा अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, रंजना गर्ग, रेखा गर्ग, नीलिमा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी गोयल, डिंपल अग्रवाल, भगवती अग्रवाल,मधु अग्रवाल, मंजू गोयल, गीता गोयल, राजबाला गर्ग, सरिता अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, सरला लोहिया, सीमा गुप्ता, पूनम गोयल व समस्त सदस्यो ने अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुत कर कार्यक्रम को सफल बनाया।
