अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत 26/10/2021 को गूगल मीट पर *नेशनल मूल डे, नेशनल डे ऑफ डेप्लॉयड, नेशनल पंपकिन डे, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की षष्ठी* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़

प्रांत द्वारा विगत आठ माह से चल रहे नित्य आयोजित कार्यक्रम में 26/10/2021 को गूगल मीट पर *नेशनल मूल डे, नेशनल डे ऑफ डेप्लॉयड, नेशनल पंपकिन डे, संत नामदेव जयंती, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की षष्ठी* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ अनीता अग्रवाल ने *गोविन्द भक्त सन्त नामदेव* के जयंती पर अपने उद्बोधन में बताया निर्गुण सन्तों में सन्त नामदेव का नाम अग्रणी है। विट्ठल के उपासक बन वे विट्ठल के श्रीविग्रह की भोग, पूजा, आरती आदि बड़े नियम से करते थे।वे मानते थे आत्मा और परमात्मा में कोई अन्तर नहीं है। परमात्मा द्वारा निर्मित सभी जीवों की सेवा ही मानव का परम धर्म है। इसी से साधक को दिव्य दृष्टि प्राप्त होती है। सन्त नामदेव द्वारा प्रवर्तित ‘वारकरी पन्थ’ के लाखों उपासक विट्ठल और गोविन्द का नाम स्मरण कर अपने जीवन को धन्य बना रहे हैं।

कार्यक्रम का संचालन उमा बंसल महासचिव कोरबा ने किया उन्होंने कार्तिक मास का महात्म बताया और पौराणिक कथा सुनाई।
*कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रेखा गर्ग गुजरात* से ने अपने उद्बोधन में नेशनल डे ऑफ डेप्लॉयड हर साहसी को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है जो अपने त्याग से देश हित के लिए सर्वत्र त्याग दिए है।ये दिन खास कर उनके परिवार जन को सम्मानित कार्य है जो अपने से दूर अपने प्रिय जन को देश के लिए त्याग देने के लिए अपने से दूर भेज देते है।

कार्यक्रम की *विशिष्ट अतिथि रंजना गर्ग* ने अपने उद्बोधन में विश्व पंपकिन दिवस पर पिंक से बने व्यंजन और स्वस्थ पर उसके फायदे के बारे में सरल शब्दों में सभी को बताया।
खास कर पुमकिन के बीज के सेवन से फायदे के बारे मे सभी को अवगत करवाया।

कार्यक्रम की वशिष्ट सदस्य सुलोचना धनावत ने भजन गा अपनी प्रस्तुति में बताया हमे हमारी परंपराओं का निर्वहन कर अपनी संस्कृति को अपने बच्चो को विरासत में देकर जाने के लिए नित्य उसका निर्वहन करना चाहिए। कार्तिक मास का महत्व बताया।

कार्यक्रम की *सदस्य मधु अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में विश्व मूल दिवस के बारे में बताया।

कार्यक्रम की उपाध्यक्ष प्रेमलता गोयल ने आज का इतिहास बताया।
सभी की उपस्तिथि और अभिव्यक्ति के लिए आभार प्रदर्शन कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

कार्यक्रम में भगवती अग्रवाल, गिरिजा गोयल, मधु अग्रवाल, मंजू गोयल, गीता गोयल, कुसुम अग्रवाल, मीरा अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, रंजना गर्ग, रेखा गर्ग, सुलोचना धनावत, उमा बंसल, वंदना अग्रवाल, उषा कलानोरिया ने अपने अपने भजन प्रस्तुति और अभिव्यक्ति द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाया।