अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 31/10/2021 रविवार को *राष्ट्रीय एकता दिवस,अक्टूबर विश्व बचत दिवस,अक्टूबर विश्व शहर दिवस, अक्टूबर सतर्कता जागरूकता सप्ताह (31-5 नवंबर),कार्तिक मास की दशमी* पर ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़

प्रांत द्वारा विगत आठ माह से चल रहे नित्य आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 31/10/2021 रविवार को *राष्ट्रीय एकता दिवस,अक्टूबर विश्व बचत दिवस,अक्टूबर विश्व शहर दिवस, अक्टूबर सतर्कता जागरूकता सप्ताह (31-5 नवंबर),कार्तिक मास की दशमी* पर ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन *उमा बंसल महासचिव* कोरबा ने किया। उन्होंने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के संक्षिप्त जीवन परिचय को बता उनका डिजिटल मंच पर रोली अक्षत का तिलक कर श्री फल मनी प्लांट और स्मृति चिह्न डिजिटल मंच पर भेट कर स्वागत सम्मानित किया।उन्हे बारी बारी से उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ अनीता अग्रवाल ने *विश्व बचत दिवस* पर अपने उद्बोधन में बताया बाल काल से बचत के बारे में सुन देख कर बचत दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया था। अपनी जो भी कमाई है उसको अगर चार भाग में बाट एक भाग अपने माता पिता के लिए, एक बाल बच्चो के लिए बचा कर आने वाले समय के लिए सुरक्षित रख, शेष में से एक भाग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए और एक भाग समाज के जरूरत मंद आर्थिक स्तिथि से कमजोर वर्ग के लिए खर्चा करना चाहिए।
ऐसा करने से हम अपने पैतृक ऋण, अपने औलाद ऋण, समाज ऋण से मुक्त होते है। और इस संयोजन को अनुसरण कर दिनचर्या में अमल करने से जीवन संतुष्ट, खुशहाल, प्रसन्नचित, शांत, तनाव रहित गुजरता है।बचत करना एक अनमोल धरोहर है जिससे घर परिवार समाज राष्ट्र की सुख, प्रसन्नता, शांति, समृद्धि,आर्थिक उन्नति का तालमेल बना रहता है।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ने *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *राष्ट्रीय एकता दिवस* पर अपने वक्तत्व में बताया राष्ट्रीय एकता दिवस लोगों को एकता का पाठ सिखाता है। सरदार वल्लभभाई पटेल को एकता की मिसाल भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने हमेशा देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। भारत के राजनीतिक एकीकरण के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए उनके जनमतिथि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस में मनाया जाता है।देश का विकास,शांति,समृद्धि, मजबूती, अखंडता देश में लोगों के बीच एकता से ही संभव है इसलिए यह दिन का मनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कार्यक्रम की *विशिष्ट अतिथि कमलेश बिंदिया झारखंड* ने *विश्व शहर दिवस* पर अपने उद्बोधन में बताया यह दिन वैश्विक शहरीकरण में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की रुचि को बढ़ावा देने, अवसरों की पूर्ति के लिए देशों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने और शहरीकरण की चुनौतियों का सामना करने और दुनिया भर में सतत शहरी विकास में योगदान करने के लिए आशान्वित है।
इस वर्ष के थी *चेंजिंग द वर्ल्ड इनोवेशंस एंड बेटर लाईफ फॉर फ्यूचर जेनरेशनस* पर विस्तार से सरल भाषा में बताया कैसे और किस प्रकार शहरीकरण का उपयोग सतत विकास को प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है।

कार्यक्रम की *विशिष्ट अतिथि रंजना गर्ग गुजरात* ने *सतर्कता जागरूकता सप्ताह (31-5 नवंबर)* पर अपने उद्बोधन में बताया भ्रष्टाचार के बढ़ते खतरे और उसके परिणामों की चिंता को विचार करने के उद्देश्य से सप्ताह मनाया जा रहा है।यह सप्ताह महत्वपूर्ण है क्योंकि सतर्कता और जागरूकता विकासशील देशों की बढ़ती आवश्यकता है जो सामाजिक उन्नयन और परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।इस सप्ताह को *आत्मनिर्भरता और अखंडता* की थीम के साथ मना रहा है। यह प्रत्येक नागरिक को आत्मनिर्भर बनाने के विचार के इर्द-गिर्द घूमती है। यह सभी हितधारकों के बीच भ्रष्टाचार विरोधी नियमों और विनियमों के बारे में जागरूकता बढ़ाकर राष्ट्र की अखंडता की रक्षा करना चाहता है जिससे समाज में प्रगतिशील परिवर्तन होता है।

कार्यक्रम की *वरिष्ट सदस्या सुलोचना धनावत* ने कार्तिक मास की दशमी कमहत्म बता पौराणिक कथा सुना भजन प्रस्तुति के बाद सामूहिक कीर्तन करवाया।

*मंजू गोयल अंबिकापुर* ने संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री मोरोपन्त पिंगले जी के बारे में अपनी अभिव्यक्ति में बताया मोरोपंत जी एक गहन चिन्तक और कुशल योजनाकार थे। संघ नेतृत्व द्वारा सौंपे गये हर काम को उन्होंने नई कल्पनाओं के आधार पर सर्वश्रेष्ठ ऊंचाइयों तक पहुंचाया। इन्हे देखकर सब खिल उठते थे। इनके कार्यक्रम हास्य-प्रसंगों से भरपूर होते थे।
गोवंश रक्षा के क्षेत्र में भी उनकी सोच बिल्कुल अनूठी थी। उनका मत था गाय की रक्षा किसान के घर में ही हो सकती है, गोशाला या पिंजरापोल में नहीं। गोबर एवं गोमूत्र भी गोदुग्ध जैसा ही उपयोगी पदार्थ है। यदि किसान को इनका मूल्य मिलने लगे, तो फिर कोई गोवंश को नहीं बेचेगा।

*मधु अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में डा. होमी जहाँगीर भाभा के बारे में बताया विश्व में परमाणु शक्ति सम्पन्न देशों में भारत का भी नाम है। इसका श्रेय प्रसिद्ध वैज्ञानिक डा. होमी जहाँगीर भाभा को जाता है। वे सामरिक और शान्तिपूर्ण कार्यों में इसकी उपयोगिता को समझते थे। उनका जन्म 30 अक्तूबर, 1909 को मुम्बई के एक प्रतिष्ठित पारसी परिवार में हुआ था। बचपन से इनकी बुद्धि बहुत तीव्र थी। यह देखकर इनके अभिभावकों ने घर में ही एक पुस्तकालय बना दिया। इससे इनकी प्रतिभा तेजी से विकसित हुई।

*रेखा गर्ग भिलाई* ने कार्तिक मास और गणेश भगवान की कथा सुना कार्तिक स्नान का महत्व बताया।

*प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष* ने आज का इतिहास बताया।

सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सभी सदस्यों की उपस्तिथि, अभिव्यक्ति, भजन प्रस्तुति के लिए आभार व्यक्त कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

कार्यक्रम की सभी सदस्य उमा बंसल, भगवती अग्रवाल, नंदिनी चौधरी, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, मधु अग्रवाल, गिरिजा गोयल, कमलेश बोंदिया, रंजना अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, सुलोचना धनावत, उषा कलानोरिया, वंदना अग्रवाल,मंजू गोयल, रेखा गर्ग, प्रेमलता गोयल, सरला लोहिया ने अपने अपने भजन प्रस्तुति, अभिव्यक्ति, परिचर्चा से कार्यक्रम के सफल आयोजन में सक्रिय सहभागिता निभाई।