अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 2/11/2021 मंगलवार को गूगल मीट पर *धनतेरस,धनवंतरी जयंती, गुरु रामदास, महेंद्र लाल सरकार, पहलवान योगेश्वर दत्त की जन्म तिथि,इंटरनेशनल डे टू इंड इम्प्युनिटी फॉर क्राइम्स अगेंस्ट जर्नलिस्ट* यानि *पत्रकारों के खिलाफ अपराधों के लिए दण्ड मुक्ति समाप्त करने का अंतरराष्ट्रीय दिवस* आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़

प्रांत द्वारा विगत आठ माह से चल रहे नित्य आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 2/11/2021 मंगलवार को गूगल मीट पर *धनतेरस,धनवंतरी जयंती, गुरु रामदास, महेंद्र लाल सरकार, स्वतंत्रता सेनानी बसंत कुमार अदम्य निर्भीकता वाले पत्रकार बुद्धिजीवी प्रसिद्ध लेखक राजनेता अरुण शौरी,शिल्पी डा. अविनाश आचार्य, पहलवान योगेश्वर दत्त की जन्म तिथि,इंटरनेशनल डे टू इंड इम्प्युनिटी फॉर क्राइम्स अगेंस्ट जर्नलिस्ट* यानि *पत्रकारों के खिलाफ अपराधों के लिए दण्ड मुक्ति समाप्त करने का अंतरराष्ट्रीय दिवस* आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम की अध्यक्षा *डॉ अनीता अग्रवाल* ने *धनवंतरी दिवस* पर अपने उद्बोधन में बताया
*सर्वभय व सर्वरोग नाशक देवचिकित्सक आरोग्यदेव धन्वंतरि*
आयुर्वेद जगत के प्रणेता तथा वैद्यक शास्त्र के देवता भगवान धन्वंतरि आरोग्य, सेहत, आयु और तेज के आराध्य देव हैं। सर्वभय व सर्वरोग नाशक देवचिकित्सक आरोग्यदेव धन्वंतरि प्राचीन भारत के एक महान चिकित्सक थे जिन्हें देव पद प्राप्त हुआ था । पौराणिक व धार्मिक मान्यतानुसार भगवान विष्णु के अवतार समझे जाने वाले धन्वन्तरी का पृथ्वी लोक में अवतरण समुद्र मंथन के समय हुआ था।
हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी धनतेरस को आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरी की जयंती धनवंतरी दिवस के रूप में मनाया जाता है। भगवान धनवंतरी के पृथ्वी पर अवतरण से पहले आयुर्वेद गुप्त अवस्था में था। उन्होंने आयुर्वेद को आठ अंगों में बांट कर समस्त रोगों की चिकित्सा पद्धति विकसित की।आज भी आयुर्वेदिक इलाज का कोई विकल्प नहीं है।ये शत प्रतिशत विश्वनीय है।

कार्यक्रम की मुख्य *अतिथि नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने धनतेरस पर्व की सभी को बधाई दी। अपने वक्तत्व में उन्होंने बताया धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी, धन के देव कुबेर जी और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन सोने-चांदी के गहने और बर्तन खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन नया सामान खरीदने से उसका तेरह गुना फल प्राप्त होता है।
भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य का स्थान धन से ऊपर माना जाता रहा है। यह कहावत आज भी प्रचलित है कि ‘पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में माया’ इसलिए दीपावली में सबसे पहले धनतेरस को महत्व दिया जाता है। धनतेरस की पौराणिक एवं प्रामाणिक कथा सुना क्या क्या और कैसे करना है पूरा विधि विधान बताया।

कार्यक्रम की *मुख्य अतिथि नंदिनी चौधरी* सिंगापुर ने अपने उद्बोधन में बताया गुरु हर राय जी ने भाद्रपद शुदि 13 (आश्विन 2) संवत 1631 (1574) को धर्म-गुरु की उपाधि प्राप्त की। राम दास जी का धर्मगुरु संस्कार गुरु अमरदास साहिब जी ने किया। गुर रामदास जी को एक श्रेष्ठ गुरु-भक्त माना जाता है। इन्होंने ही ‘रामदासपुर’ की स्थापना की, जिसे आज अमृतसर के नाम से जाना जाता है।
गुरु रामदास जी ने ही हरीमंदिर, अमृतसर सरोवर व लाहौर धर्मशाला की स्थापना कराई थी। साथ ही गुरुवाणी की रचना तथा गुरसिक्खी का प्रचार इनके कार्यकाल में ही हुआ।

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि *वंदना अग्रवाल* ने *इंटरनेशनल डे टू इंड इम्प्युनिटी फॉर क्राइम्स अगेंस्ट जर्नलिस्ट* यानि *पत्रकारों के खिलाफ अपराधों के लिए दण्ड मुक्ति समाप्त करने का अंतरराष्ट्रीय दिवस*यह दिन पत्रकारों और मीडियाकर्मियों के खिलाफ हिंसक अपराधों के लिए कम वैश्विक सजा दर पर ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है, जिसका अनुमान प्रत्येक दस मामलों में केवल एक में जताया जाता है।

*डिंपल अग्रवाल* ने अपने उद्बोधन में बताया *महेन्द्रलाल सरकार* भारत के एक चिकित्सक, समाज सुधारक, तथा वैज्ञानिक चेतना के प्रसारक नेता थे। ‘इण्डियन एसोसियेशन फॉर द कल्टिवेशन ऑफ साईन्स’ की स्थापना उन्होने ही की थी। वे कलकता मेडिकल कॉलेज के दूसरे स्नातक मेडिकल डॉक्टर थे।

कार्यक्रम की *वरिष्ट सदस्या सुलोचना धनावत* ने *अरुण शौरी* की जन्म तिथि पर बताया ये भारत के प्रसिद्ध पत्रकार, लेखक, बुद्धिजीवी एवं राजनेता हैं। वे विश्व बैंक में अर्थशास्त्री थे। भारत के योजना आयोग में सलाहकार थे। इण्डियन एक्सप्रेस एवं टाइम्स ऑफ इण्डिया नामक अंग्रेजी पत्रों के सम्पादक थे तथा सन् १९९८-२००४ तक भारत सरकार में मंत्री थे।मंच से श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

*भगवती अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया दीर्घकालिक योजनाओं के *शिल्पी डा. अविनाश आचार्य* भारत में सहकार आंदोलन अभी नया ही है; पर इसे ठोस आधार देने वालों में डा. अविनाश आचार्य (दादा) का नाम प्रमुख है। उनका जन्म दो नवम्बर, 1933 को जलगांव (महाराष्ट्र) में डा. रामचंद्र एवं श्रीमती लीलाबाई आचार्य के घर में हुआ था। शिशु अवस्था में ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और फिर आजीवन उसमें सक्रिय रहे। प्राथमिक शिक्षा जलगांव में ही पाकर उन्होंने मुंबई से एम.बी.बी.एस. और मंगलौर (कर्नाटक) से एम.डी. की उपाधि ली। इस दौरान उन्होंने ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’ में भी काम किया।

*गिरिजा अग्रवाल* ने अपने उद्बोधन में *कुश्ती खिलाड़ी योगेश्वर दत्त* को उनके जन्म तिथि पर शुभकामनाएं प्रेषित कर बताया २०१२ ग्रीष्मकालीन ऑलंपिक्स में कुश्ती की ६० किग्रा फ़्रीस्टाइल स्पर्धा में इन्होंने कांस्य पदक जीता था। स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स २०१४ में योगेश्वर दत्त ने ६५ किलोग्राम भार वर्ग में फ्रीस्टाइल कुश्ती में कनाडाई पहलवान को हराकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। २०१२ में भारत सरकार द्वारा इन्हें राजीव गाँधी खेल रत्न का सम्मान दिया गया।

*प्रेमलता गोयल* ने आज के इतिहास की मुख्य घटनाओं को बताया।

कार्यक्रम का संचालन उमा बंसल महासचिव कोरबा ने किया उन्होंने सभी को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की।
सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया सभी सदस्यों की उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए आभार व्यक्त कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

कार्यक्रम में उमा बंसल, डिंपल अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, गिरिजा गोयल, सुलोचना धनावत, वंदना अग्रवाल, रेखा गर्ग, मधु अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, प्रेमलता गोयल ने अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाया।