अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़
प्रांत द्वारा प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 2/12/2021 गुरुवार को गूगल मीट पर *अंतराष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस, राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,अंतर्राष्ट्रीय कंप्यूटर साक्षरता दिवस,मंगसीर त्रयोदशी, इंद्र लाल राय पायलट पुण्यतिथि, बौद्धिक योद्धा सीताराम गोयल पुण्यतिथि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का संचालन *प्रेमलता गोयल* ने करते हुए कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर शिव भगवान, गणेश भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया।
*गिरिजा गोयल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और मनी प्लांट का पौधा भेट कर स्वागत किया।उनका संक्षिप्त जीवन परिचय दे उन्हे उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।
अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने अपने उद्बोधन में *राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस* पर बताया 2-3 दिसंबर की रात भोपाल गैस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले लोगों की याद में हर साल 2 दिसंबर को भारत में *राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस* मनाया जाता है। रिपोटर्स के मुताबिक उस गैस त्रासदी में जहरीली गैस के रिसाव के कारण पांच लाख से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इतने सालों बाद आज भी पूरी दुनिया में इतिहास की सबसे बड़ी औद्योगिक प्रदूषण आपदा के रूप में जाना जाता है। 1984 की उस गैस त्रासदी के दौरान प्राण गंवाने वाले लोगों की याद करने और प्रदूषण नियंत्रण कृत्यों के महत्व से हर व्यक्ति को अवगत कराने के लिए यह दिन राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के रूप में चिन्हित किया गया।
मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी* ने *अंतराष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया यह दिन मानने का फोकस गुलामी के समकालीन रूपों, जैसे व्यक्तियों की तस्करी, यौन शोषण, बाल श्रम के सबसे खराब रूप, जबरन विवाह और सशस्त्र संघर्ष में बच्चों की जबरन भर्ती के उन्मूलन पर है।
विशिष्ट अतिथि *रंजना गर्ग गांधीग्राम* ने अपने उद्बोधन में *अंतर्राष्ट्रीय कंप्यूटर साक्षरता दिवस* पर बताया दुनिया भर में डिजिटल साक्षरता से अलग-थलग पड़े समुदायों में जागरूकता पैदा करने और डिजिटल साक्षरता को बढ़ाया देने के लिए विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से बच्चों और महिलाओं में तकनीकी कौशल को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस आज दुनिया में मौजूद उन्नत अंतर को नियंत्रित करता है।
विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया हैदराबाद* ने *बौद्धिक योद्धा सीताराम गोयल पुण्यतिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया विदेशी और हिंसा पर आधारित वामपंथी विचारधारा को बौद्धिक धरातल पर चुनौती देने वालों में सीताराम गोयल का नाम प्रमुख है। यद्यपि पहले वे स्वयं कम्यूनिस्ट ही थे; पर उसकी असलियत समझने के बाद उन्होंने उसके विरुद्ध झंडा उठा लिया। इसके साथ ही वे अपनी लेखनी से इस्लाम और ईसाई मिशनरियों के देशघातक षड्यन्त्रों के विरुद्ध भी देश को जाग्रत करते रहे।उनकी जीवन-यात्रा नास्तिकता, आर्य समाजी, गांधीवादी और वामंपथी से प्रखर और प्रबुद्ध हिन्दू तक पहुंची। इसमें रामस्वरूप की मित्रता ने निर्णायक भूमिका निभाई। इस बारे में उन्होंने एक पुस्तक *मैं हिन्दू क्यों बना* भी लिखी।
वामपंथ के खोखलेपन को उजागर करने के लिए सीताराम जी ने उसके गढ़ कोलकाता में ‘सोसायटी फाॅर दि डिफेन्स आॅफ फ्रीडम इन एशिया’ नामक मंच तथा ‘प्राची प्रकाशन’ की स्थापना की। 1954 में कोलकाता के पुस्तक मेले में उन्होंने अपने वामपंथ विरोधी प्रकाशनों की एक दुकान लगाई। उसके बैनर पर लिखा था – लाल खटमल मारने की दवा यहां मिलती है।
विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल कोलकाता* ने *इंद्र लाल राय पायलट पुण्यतिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया इंद्र लाल प्रथम विश्व युद्ध का जाबांज पायलेट थे। 19 साल की उम्र में शहीद होने वाले पायलट इंद्र लाल रॉय की बहादुरी और कुशलता को जानने के लिए बस ये एक लाइन के रिकॉर्ड काफी हैं. पहले विश्व युद्ध में रॉयल एयर फोर्स के लिए लड़ने वाले रॉय एकमात्र ‘भारतीय फ्लाइंग-एस’ हैं. फ्लाइंग-एस वर्ल्ड-वॉर वन के उन पायलट्स को कहा जाता था जो हवाई फाइट्स में कई हवाई जहाज मार गिराते थे।रॉय ने 13 दिन में 10 एयर क्राफ्ट मार गिराए.
जिनमें से 3 तो 4 घंटे की फ्लाइंग में ही मार गिराए. 18 जुलाई 1918 को रॉय को फ्लाइंग एस का खिताब मिला. इसके 4 दिन बाद ही रॉय को दुश्मन के कई जहाज़ों ने डॉग फाइट में घेर कर मार गिराया. रॉय को फ्रांस के इस्टेवेलेस में दफनाया गया. रॉय को मरणोपरांत फ्लाइंग क्रॉस दिया गया. भारत सरकार ने भी रॉय के 100वें जन्मदिन पर एक डाक टिकट जारी किया है।
*वरिष्ट सदस्या सुलोचना धनावत* ने मंगसीर माह की त्रयोदशी का महात्म बता पौराणिक कथा सुनाई।उन्होंने भजन सुना सामूहिक कीर्तन और *ओम नमः शिवाय* मंत्र जा पाठ करवाया।
*त्रयोदशी के पावन पर्व* पर सुलोचना धनावत, कुसुम अग्रवाल, निशा गोयल, नंदिनी चौधरी, विजया डालमिया, सुशीला अग्रवाल, गिरिजा गोयल, रेखा गर्ग ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया।
*उमा बंसल महासचिव* ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया। सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
*सम्मेलन के सभी* सदस्य प्रेमलता गोयल, भगवती अग्रवाल, नंदिनी चौधरी, रंजना गर्ग, गिरिजा गोयल, मधु अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, निशा गोयल, रेखा गर्ग, सुलोचना धनावत, उमा बंसल, विजया डालमिया, सुशीला अग्रवाल,राजबाला गर्ग, मंजू गोयल, पूजा अग्रवाल, सिया अग्रवाल ने अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
