*अनाथाश्रम के बच्ची को भावनात्मक लगाव, स्नेह, ममता की हमसे आवश्यकता जयश्री ढेकने रायपुर*
*दिव्यांग की दिव्य शक्ति को प्रकाशित करना ही हमारा ध्येय है अरविंद गर्ग*
अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत ग्यारह माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 6/1/2022 गुरुवार को गूगल मीट पर *विश्व युद्ध अनाथ दिवस, महाराष्ट्र पत्रकार दिवस, आचार्य उदयवीर शास्त्री भारतीय दर्शन के उद्भट विद्वान्, भरत व्यास- हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध गीतकार, विजय तेंडुलकर – प्रसिद्ध मराठी नाटककार, लेखक, निबंधकार, फिल्म व टीवी पठकथालेखक, राजनैतिक पत्रकार और सामाजिक टीपकार, कमलेश्वर – हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार, डॉ नरेंद्र कोहली, ए आर रहमान-हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध संगीतकार, कपिल देव, मधु कोडा झारखंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री, दिलजीत दोसांझ पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार एवं मशहूर गायक, पवन नेगी- बाएँ हाथ से धीमी गति के गेंदबाज तथा बाएँ हाथ के बल्लेबाज,संगीतकार जी एन बालासुब्रमणितम जन्म तिथि और त्यागराज- भक्तिमार्गी कवि एवं कर्णाटक संगीत के महान संगीतज्ञ, लुइस ब्रेल, प्रमोदकरण सेठी, सूबेदार बाना सिंह परमवीर चक्र सम्मानित,गुलाम मोहमद शाह, प्रोतुल चंद्र सरकार, राजा अजीत प्रतापसिंह,सुटोमू यमागुकी,भारतेंदु हरिश्चंद्र, पुण्य तिथि, दाऊ आनंद कुमार निधन* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम की संयोजिका और संचालन कर्ता *डॉ अनीता अग्रवाल* ने कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर हनुमान भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया। उन्होंने जीवन में सतसंग का महत्व बताया।
रायपुर इकाई की अध्यक्षा *पुष्पा अग्रवाल* ने मंगलवार का महत्व बता हनुमान महाराज जी की कथा सुना गणेश वंदना भजन प्रस्तुत किया।
बाराद्वार इकाई की अध्यक्षा *उषा कलानौरिया* ने पितरों की कृपा के बारे में बता पितरों जी महाराज का भजन कर उनका आशीर्वाद की कामना की।
हेमलता मित्तल, प्रतिमा गुप्ता,नंदिनी चौधरी, सुशीला अग्रवाल, सुलोचना धनावत ने भजन प्रस्तुति से प्रार्थना की की करोना और आम के महामारी से जल्द छुटकारा प्राप्त हो।
कोरबा इकाई की अध्यक्षा *भगवती अग्रवाल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और तुलसी मां का पौधा भेट कर स्वागत किया।
रायपुर इकाई की अध्यक्षा *पूजा अग्रवाल और कुसुम अग्रवाल* ने मुख्य अतिथि , मुख्यवक्ता,कार्यक्रम के अध्यक्ष और विशिष्ट अतिथि का संक्षिप्त जीवन परिचय दे उन्हे उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।
मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता *अनाघा जयश्री ढेकने* ने *विश्व युद्ध अनाथ दिवस* पर अपने वक्तत्व में बताया यह विशेष दिन विश्व दिवस 6 जनवरी 2020 से हर साल मनाया जाता है। यह दिन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को विश्व युद्ध अनाथों का वैश्विक समुदायों को विशेष रूप से कमजोर समूह की दुर्दशा को पहचानने में सक्षम बनाता है।उद्देश्य:इस दिन का उद्देश्य युद्ध के अनाथों को संबोधित करना है क्योंकि यह दुनिया भर में बढ़ते मानवीय और सामाजिक संकट बन गया है। यह दिन युद्ध के अनाथों की भविष्यवाणी को सुनिश्चित करता है। यह बताता है कि अनाथालय में बड़े होने वाले बच्चे भावनात्मक, सामाजिक और शारीरिक बाधाएं अनुभव करते हैं।युद्ध अनाथ:युद्ध के अनाथों या तो शिक्षा की कमी, भोजन, आश्रय या प्रत्यक्ष चोट के कारण गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं इनको आश्रय देने के लिए अनाथालय की स्थापना की गई।
उन्होंने *रायपुर कोटा मातृ छाया* के कई प्रसंग बता बताया की हमे इन बच्चो को भावनात्मक ममता अपनापन देना ही ध्येय रखना होगा।बाकी सभी उपयोगी वस्तुएं तो प्रचूर मात्रा में सरकार और समाज सेवको के द्वारा प्राप्त हो जाती है।
अध्यक्ष *अरविंद गर्ग* अध्यक्ष भारत विकास परिषद ने अपने उद्बोधन में बताया 58 साल से भारत विकास परिषद के पूरे भारत में 13 केंद्र है परंतु पिछले साल स्थाई केंद्र बिलासपुर में स्थापित किया।जैसे जैसे आर्थिक संपन्नता आ रही है सरकारी योजनाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है वैसे वैसे पैर उच्च क्वालिटी के कृत्रिम अंग बनने लगे है।
सिर्फ दिव्यांगता दूर करना उद्देश नही है जिनके घर करोना में तीतर बितर हो गए ऐसे प्रभावित परिवार की चिंता कर उनके आत्मनिर्भर बनाने के लिए आत्म विश्वास बढ़ने के कार्य करना होगा।पहले 7 प्रकार की दिव्यांगत थी आज 21 प्रकार की दिव्यांग है।ये बहुत बड़ी संख्या है हमे इनके परिवार का सोचना है।पहले बैसाखी से चलते थे अब ट्राइसाइकिल पर।
कई विधाएं है जिनमे दिव्यांग शामिल हो रहे है । दिव्यांग बच्चो में ईश्वरीय कृपा से दिव्य शक्ति प्राप्त होती है हमे आगे आ इस पर चिंतन कर कार्य करना है।
*डॉ अनीता अग्रवाल* ने *आचार्य उदय वीर शास्त्री जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया *आचार्य उदयवीर शास्त्री जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया आचार्य उदयवीर शास्त्री (6 जनवरी 1894 – 16 जनवरी 1991) भारतीय दर्शन के उद्भट विद्वान् थे। उन्होने कपिल मुनि के प्राचीन सांख्य, गोतम मुनि के न्याय पर बहुत शोधपरक काम किया है जिसके लिए सन् १९५० के दशक में उन्हें भारत के कई राज्यों से पुरस्कार मिले। अपने जीवन के तीसरे दशक मे वो लाहौर में रहे थे।उनके भाष्यों में उदाहरण परम्पराओं से लिए जाते थे, जो सुबोध होते थे। १९५० में उन्हें प्रतिष्ठित मंगलाप्रसाद पारितोषिक प्रदान किया गया।
विशिष्ट अतिथि *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *भारत व्यास जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत व्यास एक प्रसिद्ध भारतीय गीतकार थे, जिन्होंने 1950 और 1960 के दशक में हिंदी फिल्मों के लिए गीत लिखे।
विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया हैदराबाद* ने *विजय तेंडुलकर जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया विजय तेंडुलकर (६ जनवरी १९२८ – १९ मई २००८) प्रसिद्ध मराठी नाटककार, लेखक, निबंधकार, फिल्म व टीवी पठकथालेखक, राजनैतिक पत्रकार और सामाजिक टीपकार थे। भारतीय नाट्य व साहित्य जगत में उनका उच्च स्थान रहा है। वे सिनेमा और टेलीविजन की दुनिया में पटकथा लेखक के रूप में भी पहचाने जाते हैं।
विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया सिमगेडा झारखंड* ने *कमलेश्वर जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया कमलेश्वर (६ जनवरी१९३२-२७ जनवरी २००७) हिन्दी लेखक कमलेश्वर बीसवीं शती के सबसे सशक्त लेखकों में से एक समझे जाते हैं। कहानी, उपन्यास, पत्रकारिता, स्तंभ लेखन, फिल्म पटकथा जैसी अनेक विधाओं में उन्होंने अपनी लेखन प्रतिभा का परिचय दिया। कमलेश्वर का लेखन केवल गंभीर साहित्य से ही जुड़ा नहीं रहा बल्कि उनके लेखन के कई तरह के रंग देखने को मिलते हैं। उनका उपन्यास ‘कितने पाकिस्तान’ हो या फिर भारतीय राजनीति का एक चेहरा दिखाती फ़िल्म ‘आंधी’ हो, कमलेश्वर का काम एक मानक के तौर पर देखा जाता रहा है। उन्होंने मुंबई में जो टीवी पत्रकारिता की, वो बेहद मायने रखती है। ‘कामगार विश्व’ नाम के कार्यक्रम में उन्होंने ग़रीबों, मज़दूरों की पीड़ा-उनकी दुनिया को अपनी आवाज़ दी। कमलेश्वर की अनेक कहानियों का उर्दू में भी अनुवाद हुआ है।
विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन* ने *डॉ॰ नरेन्द्र कोहली जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया डॉ॰ नरेन्द्र कोहली (जन्म ६ जनवरी १९४०, निधन १७ अप्रैल २०२१, चैत्र शुक्ल पंचमी, नवरात्रि) प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार हैं। उन्होंने साहित्य के सभी प्रमुख विधाओं (यथा उपन्यास, व्यंग्य, नाटक, कहानी) एवं गौण विधाओं (यथा संस्मरण, निबंध, पत्र आदि) और आलोचनात्मक साहित्य में अपनी लेखनी चलाई है। उन्होंने शताधिक श्रेष्ठ ग्रंथों का सृजन किया है। हिन्दी साहित्य में ‘महाकाव्यात्मक उपन्यास’ की विधा को प्रारम्भ करने का श्रेय उनको ही जाता है। पौराणिक एवं ऐतिहासिक चरित्रों की गुत्थियों को सुलझाते हुए उनके माध्यम से आधुनिक सामाज की समस्याओं एवं उनके समाधान को समाज के समक्ष प्रस्तुत करना कोहली की अन्यतम विशेषता है। कोहलीजी सांस्कृतिक राष्ट्रवादी साहित्यकार हैं, जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से भारतीय जीवन-शैली एवं दर्शन का सम्यक् परिचय करवाया है। जनवरी, २०१७ में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल बैंगलोर* ने *कपिल देव जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया कपिल देव रामलाल निखंज (जन्म ६ जनवरी १९५९) भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं। भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में उनकी गणना होती है। वे भारतीय क्रिकेट के कप्तान के पद पर रह चुके हैं। १९८३ के क्रिकेट विश्वकप में वे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान थे। और उनके नेतृत्व में टीम ने विश्वकप जीतने का गौरव प्राप्त किया। वे विस्डेन द्वारा वर्ष २००२ में “सदी के भारतीय क्रिकेटर” चुने गये। वे १० माह के लिये भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशिक्षक भी रहे थे।
*हेमलता मित्तल भिलाई* ने *महाराष्ट्र पत्रकार दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 6 जनवरी को दिवंगत पत्रकार बालशास्त्री जम्भेकर की स्मृति में पत्रकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। मराठी भाषा का पहला समाचार पत्र ‘दर्पण’ 6 जनवरी, 1832 को प्रकाशित किया गया था, जो बालशास्त्री जम्भेकर का जन्मदिवस भी है।बालशास्त्री जम्भेकर को मराठी भाषा में पहले मराठी समाचार पत्र और पहले मराठी मासिक पत्रकारिता शुरू करने के प्रयासों के लिए ‘The Father of Marathi Journalism’ के नाम से भी जाना जाता है।
*मंजू गोयल अंबिकापुर* ने *अल्लाह रक्खा रहमान के जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया इन्हे लोकप्रिय रूप से ए॰ आर॰ रहमान भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार हैं, जिन्होंने मुख्य रूप से हिन्दी और तमिल फिल्मों में संगीत दिया है। इनका जन्म 6 जनवरी, 1967 को चेन्नई, तमिलनाडु, भारत में हुआ। जन्मतः उनका नाम ‘अरुणाचलम् शेखर दिलीप कुमार मुदलियार’ रखा गया। धर्मपरिवर्तन के पश्चात उन्होंने अल्लाह रक्खा रहमान नाम धारण किया। ए. आर. रहमान उसीका संक्षिप्त रूप है। रहमान ने अपनी मातृभाषा तमिल के अतिरिक्त हिंदी तथा कई अन्य भाषाओं की फिल्मों में भी संगीत दिया है। टाइम्स पत्रिका ने उन्हें मोजार्ट ऑफ मद्रास की उपाधि दी। रहमान गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय व्यक्ति हैं।ए. आर. रहमान ऐसे पहले भारतीय हैं जिन्हें ब्रिटिश भारतीय फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर में उनके संगीत के लिए दो ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त हुए है।इसी फिल्म के गीत ‘जय हो’ के लिए सर्वश्रेष्ठ साउंडट्रैक कंपाइलेशन और सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत की श्रेणी में दो ग्रैमी पुरस्कार भी मिले।
*प्रीति कोरबा* ने *मधु कोडा के जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया कोडा (जन्म 6 जनवरी 1971 पाताहातू, पश्चिमी सिंहभूम) झारखंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री हैं। उन्हें इस नवनिर्मित राज्य के पांचवें मुख्यमंत्री के रूप में 18 सितंबर 2006 को दि्लाई गयी थी। कोडा भारत के किसी भी प्रांत में निर्दलीय उम्मीद्वार के रूप में मुख्यमंत्री बनने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं।
*गिरिजा गोयल लैलूंगा* ने *पवन नेगी जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया पवन (जन्म 6 जनवरी 1993 दिल्ली)। ये बाएँ हाथ से धीमी गति की गेंदबाजी करते है तथा बाएँ हाथ से बल्लेबाजी भी करते हैं। ये दिल्ली की ओर रणजी ट्रॉफी खेलते हैं। इन्होंने 2011 में दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से इंडियन प्रीमियर लीग में पहला मैच खेला।अभी इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हैं।
*मधु अग्रवाल बसना* ने *बालशास्त्री जम्भेकर जन्मतिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया बाल गंगाधर शास्त्री जांभेकर ( मराठी : बाशमी जांभेकर ) (6 जनवरी 1812 – 18 मई 1846) को मराठी पत्रकारिता के पिता के रूप में भी जाना जाता है, जो मराठी भाषा में पत्रकारिता शुरू करने के प्रयासों के लिए ‘दर्पण’ नाम की भाषा के पहले समाचार पत्र के साथ शुरुआत में थे। भारत में ब्रिटिश शासन के दिन।
*वंदना अग्रवाल* ने *दिलजीत सिंह दोसांझ जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया दिलजीत (जन्म 6 जनवरी 1984), पंजाबी और हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार एवं गायक है।उन्होंने बहुचर्चित हिंदी फिल्म उड़ता पंजाब, सूरमा एवं ब्लॉकबस्टर पंजाबी फिल्म जट्ट एंड जूलिएट (भाग १ और २), पंजाब 1984, सरदार जी (भाग १ और २), सुपर सिंह, अंबरसरीया जैसी सुपरहिट फिल्मों में भूमिका निभायी। दिलजीत ने कई संगीत एल्बम एवं फिल्मों में गीत गाए, विशेषत: उनके बैक टू बेसिक एल्बम को बहुत लोकप्रियता हासिल हुयी।
*सीमा गुप्ता* ने *भारतीय कर्नाटक संगीतकार जी. एन. बालासुब्रमनियम के जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में उनके कार्यों पर सरल भाषा में प्रकाश डाला।
*कुसुम अग्रवाल* ने *दाऊ आनंद कुमार के निधन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया दाऊ आनंद कुमार सादगी, शालीनता, कर्तव्य परायणता व इमानदारी के सच्चे प्रतीक थे। छत्तीसगढ़ राज्य गठन में उनका अहम योगदान रहा है। रायपुर से लेकर दिल्ली तक ना जाने उन्होंने कितने आंदोलनों में भाग लिया।
भगवान से प्रार्थना की पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें व परिजनों को दु:ख की इस घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करें।
*पूजा अग्रवाल* ने *प्रसिद्ध भारतीय चिकित्सक प्रमोद करण सेठी की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया प्रमोद करण सेठी (28 नवम्बर 1927 – 06 जनवरी 2008) दुनियाभर में मशहूर ‘जयपुर पांव’ के जनक थे। श्री रामचन्द्र शर्मा के साथ मिलकर उन्होने सन् १९६९ में ‘जयपुर पांव’ नामक सस्ता एवं लचीला कृत्रिम पैर का विकास किया। वे हड्डी रोग विशेषज्ञ और मैगसायसाय व पद्मश्री पुरस्कारों से सम्मानित थे।
वरिष्ट सदस्या *सुलोचना धनावत* ने *प्रसिद्ध कवि तथा कर्नाटक संगीत के संगीतज्ञ त्यागराज की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया त्यागराज (4 मई, 1767 – 6 जनवरी, 1847) भक्तिमार्गी कवि एवं कर्णाटक संगीत के महान संगीतज्ञ थे। उन्होने समाज एवं साहित्य के साथ-साथ कला को भी समृद्ध किया। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने सैंकड़ों भक्ति गीतों की रचना की जो *भगवान राम की स्तुति* में थे और उनके सर्वश्रेष्ठ गीत पंचरत्न कृति अक्सर धार्मिक आयोजनों में गाए जाते हैं।
*पुष्पा अग्रवाल रायपुर* ने *परमवीर चक्र से सम्मानित भारतीय सेना के सूबेदार बाना सिंह के जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मानद कैप्टन बन्ना सिंह अथवा बाना सिंह परमवीर चक्र से सम्मानित भारतीय भूतपूर्व सैनिक हैं। आपको यह सम्मान वर्ष १९८७ में मिला था जब इन्होंने सियाचिन ग्लेशियर को पाकिस्तान के कब्जे से मुक्त कराने के अभियान में अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन किया था। अलंकरण के समय आप नायब सूबेदार के पद पर थे जो बाद में क्रमशः सूबेदार, सूबेदार मेजर व मानद कैप्टन बने। भारत की गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व व भारत के राष्ट्रपति को सर्वप्रथम सलामी देने का अधिकार आपके पास ही सुरक्षित है।
*राजकुमारी गुप्ता रायपुर* ने *ग़ुलाम मोहम्मद शाह पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया गुलाम मोहम्मद शाह या जीएम शाह या गुल शाह (20 जुलाई 1920 – 6 जनवरी 2009) एक भारतीय नेता कौन था था मुख्यमंत्री के राज्य के जम्मू-कश्मीर 2 जुलाई 1984 से 6 मार्च 1986 वह अपने भाई सफल रहा दामाद फारूक अब्दुल्ला । शाह के ससुर शेख मोहम्मद अब्दुल्ला थे , जो जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक थे , जिसके शाह कभी वरिष्ठ सदस्य थे। शाह का 6 जनवरी 2009 को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया । वह 88 वर्ष के थे।
*सरिता गोयल चरोदा* ने *ओम पुरी अभिनेता की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया वे हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता थे।इनका जन्म 18 अक्टूबर 1950 में अम्बाला, पंजाब (अब हरियाणा) में हुआ। इन्होने ब्रिटिश तथा अमेरिकी सिनेमा में भी योगदान किया है। ये पद्मश्री पुरस्कार विजेता भी हैं, जोकि भारत के नागरिक पुरस्कारों के पदानुक्रम में चौथा पुरस्कार है। दिल का दौरा पड़ने के कारण 6 जनवरी 2017 को 66 साल की उम्र में इनका निधन हो गया।
*पूनम गोयल दुर्ग* ने *भारतेन्दु पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारतेंदु (9 सितंबर 1850-6 जनवरी 1885) आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाते हैं। वे हिन्दी में आधुनिकता के पहले रचनाकार थे। इनका मूल नाम ‘हरिश्चन्द्र’ था, ‘भारतेन्दु’ उनकी उपाधि थी। उनका कार्यकाल युग की सन्धि पर खड़ा है। उन्होंने रीतिकाल की विकृत सामन्ती संस्कृति की पोषक वृत्तियों को छोड़कर स्वस्थ परम्परा की भूमि अपनाई और नवीनता के बीज बोये। हिन्दी साहित्य में आधुनिक काल का प्रारम्भ भारतेन्दु हरिश्चन्द्र से माना जाता है। भारतीय नवजागरण के अग्रदूत के रूप में प्रसिद्ध भारतेन्दु जी ने देश की गरीबी, पराधीनता, शासकों के अमानवीय शोषण का चित्रण को ही अपने साहित्य का लक्ष्य बनाया। हिन्दी को राष्ट्र-भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने की दिशा में उन्होंने अपनी प्रतिभा का उपयोग किया।
*अनीता अग्रवाल रायपुर* ने *त्याग्राज पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया त्यागराज (4 मई, 1767 – 6 जनवरी, 1847) भक्तिमार्गी कवि एवं कर्णाटक संगीत के महान संगीतज्ञ थे। उन्होने समाज एवं साहित्य के साथ-साथ कला को भी समृद्ध किया। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने सैंकड़ों भक्ति गीतों की रचना की जो भगवान राम की स्तुति में थे और उनके सर्वश्रेष्ठ गीत पंचरत्न कृति अक्सर धार्मिक आयोजनों में गाए जाते हैं।
*गिरिजा गोयल लैलूंगा* ने *लुईस ब्रेल पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया लुई ब्रेल (4 जनवरी 1809 – 6 जनवरी 1852) फ्रांस के शिक्षाविद तथा अन्वेषक थे जिन्होने अंधों के लिये लिखने तथा पढ़ने की प्रणाली विकसित की। यह पद्धति ‘ब्रेल’ नाम से जगप्रसिद्ध है। फ्रांस में जन्मे लुई ब्रेल अंधों के लिए ज्ञान के चक्षु बन गए। ब्रेल लिपि के निर्माण से नेत्रहीनों की पढ़ने की कठिनाई को मिटाने वाले लुई स्वयम भी नेत्रहीन थे।
*पुष्पा अग्रवाल बिलासपुर* ने *सुटोमु यामागुकी* ये द्वितीय विस्वयुद्ध में अमेरिका द्वारा जापान पर 6 अगस्त तथा 9 अगस्त 1945 को किए गए दो परमाणु हमलों को झेलकर ६५ वर्षों तक जीवित रहने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। ६ जनवरी, २०१० को 93 वर्ष की आयु में विकिरण के प्रभाव से हुए पेट के कैंसर के कारण उनका निधन हो गया
*उमा बंसल कोरबा और प्रेमलता गोयल अंबिकापुर* ने आज के मुख्य समाचार और इतिहास की मुख्य घटना पर प्रकाश डाला।
1838 – पहली बार दुनिया के सामने एल्फ्रेड वेल और सैम्युएल मोर्स ने विद्युत टेलीग्राफ का सफल प्रदर्शन किया। जो भविष्य में दूरसंचार का आधार साबित हुआ।
1861 – रोमानिया देश अस्तित्व में आया।
1912 – एल्फ्रेड वेगेनर ने महाद्वीपीय विस्थापन के सिद्धान्त को प्रस्तुत किया।
1939 – समाचार पत्रों में प्रतिदिन प्रकाशित कॉमिक स्ट्रिप ‘सुपरमैन’ की शुरुआत हुई।
1989 – इंदिरा गांधी की हत्या के दोनों दोषियों सतवंत सिंह और केहर सिंह को फांसी दी गई।
2010- नई दिल्ली में यमुना बैंक-आनंद विहार सेक्शन की मेट्रो रेलों का परिचालन आरंभ हुआ।
1951 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ और गोवा के भूतपूर्व मुख्यमंत्री – रवि नाइक (Ravi Naik)
1955 – मिस्टर बीन के किरदार से दुनिया भर को दीवाना बनाने वाले – सर रोवन सेबेस्टियन
*वरिष्ट सदस्या सुलोचना धनावत* ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया
*डॉ अनीता अग्रवाल* ने सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
अरविंद अग्रवाल, कमलेश बोंदिया, किशोर धनावत, जयश्री ढेकने, पूजा अग्रवाल, उपमा अग्रवाल, हेमलता मित्तल, सरिता गोयल, पूनम गोयल, भगवती अग्रवाल, गिरिजा गोयल,मधु अग्रवाल, संगीता चौधरी, उषा कलानौरिया,मंजू गोयल, कुसुम अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, उमा बंसल, सुलोचना धनावत, पुष्पा अग्रवाल, नंदिनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, रेखा गर्ग, राखी गोयल, सरिता अग्रवाल, पूनम गोयल, सुशीला अग्रवाल, विजया डालमिया, प्रेमलता गोयल, हेमलता बंसल, वंदना अग्रवाल, सीमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया। अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
