अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत ग्यारह माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 7/1/2022 शुक्रवार को गूगल मीट पर **स्वातंत्र्य वीरांगना जानकी देवी बजाज,अमर बलिदानी सोहनलाल पाठक, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बालश्रम विरोधी भारतीय कार्यकर्ता शांता सिन्हा, कलाकारों के कलाकार योगेन्द्र बाबा, फ्रांसीसी बाँसुरी वादक पियरे रामपाल का जन्म जयंती और महिदपुर के सेनानी अमीन सदाशिव राव बलिदान दिवस, वाई-फाई के जनक मशहूर अमेरिकी सर्बियाई आविष्कारक निकोला टेस्ला, सादगी की प्रति मूर्ती लक्ष्मण श्री कृष्ण भीड़े की पुण्य तिथि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़

प्रांत द्वारा विगत ग्यारह माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 7/1/2022 शुक्रवार को गूगल मीट पर **स्वातंत्र्य वीरांगना जानकी देवी बजाज,अमर बलिदानी सोहनलाल पाठक, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बालश्रम विरोधी भारतीय कार्यकर्ता शांता सिन्हा, कलाकारों के कलाकार योगेन्द्र बाबा, फ्रांसीसी बाँसुरी वादक पियरे रामपाल का जन्म जयंती और महिदपुर के सेनानी अमीन सदाशिव राव बलिदान दिवस, वाई-फाई के जनक मशहूर अमेरिकी सर्बियाई आविष्कारक निकोला टेस्ला, सादगी की प्रति मूर्ती लक्ष्मण श्री कृष्ण भीड़े की पुण्य तिथि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम की संचालन कर्ता *सुलोचना धनावत* ने कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर कृष्ण भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया। उन्होंने जीवन में सतसंग का महत्व बताया।

सरिया इकाई की अध्यक्षा *डिंपल अग्रवाल* ने शुक्रवार का महत्व बता संतोषी माता की कथा सुना गणेश वंदना भजन प्रस्तुत किया।

बाराद्वार इकाई की अध्यक्षा *उषा कलानौरिया* ने पितरों की कृपा के बारे में बता पितरों जी महाराज का भजन कर उनका आशीर्वाद की कामना की।

कोरबा इकाई की अध्यक्षा *भगवती अग्रवाल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और तुलसी मां का पौधा भेट कर स्वागत किया।

रायपुर इकाई की अध्यक्षा *पुष्पा अग्रवाल* ने भजन प्रस्तुति के बाद मुख्य अतिथि , मुख्यवक्ता,कार्यक्रम के अध्यक्ष और विशिष्ट अतिथि का संक्षिप्त जीवन परिचय दे उन्हे उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।

कार्यक्रम की अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने *स्वातंत्र्य वीरांगना जानकी देवी बजाज जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया जानकी देवी बजाज (जन्म- 7 जनवरी, 1893; मृत्यु- 21 मई, 1979) गाँधीवादी जीवन शैली की कट्टर समर्थक थीं। उन्होंने कुटीर उद्योग के माध्यम से ग्रामीण विकास में काफी सहयोग किया। वह एक स्वावलंबी महिला थीं, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया था। उनके व्यक्तित्व में एक विरोधाभास-सा था। जानकी देवी बजाज जहाँ दानी, मित्तव्ययी और कठोर थीं, वहीं दूसरी ओर दयालु भी बहुत थीं। भारत में पहली बार 17 जुलाई, 1928 के ऐतिहासिक दिन को जानकी देवी अपने पति और हरिजनों के साथ वर्धा के लक्ष्मीनारायण मंदिर पहुँचीं और मंदिर के दरवाजे हर किसी के लिए खोल दिए।जानकी देवी बजाज के आजीवन किये गए कार्यों को सम्मानित करने के लिए भारत सरकार ने सन् 1956 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।

मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बालश्रम विरोधी भारतीय कार्यकर्ता शांता सिन्हा का जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया प्रो. शांता सिन्हा अंतरराष्ट्रीय ख्याति के बाल श्रमिक विरोधी कार्यकर्ता हैं। वह मममीदिपुड़ी वेंकटारागैया फाउंडेशन के संस्थापक हैं, जिन्हें एमवी फाउंडेशन (जिसे उनके दादा मममीदिपुड़ी वेंकटरंग्याह की स्मृति में नाम दिया गया है) के नाम से जाना जाता है, और हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान विभाग के एक प्रोफेसर हैं।उन्होंने दो लगातार शब्दों (३ वर्ष प्रत्येक) के लिए बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय आयोग की अध्यक्षता किया था: राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) का गठन मार्च २००७ में आयोग के बाल संरक्षण अधिनियम, २००५, संसद अधिनियम (दिसंबर २००५) के तहत किया गया था। प्रोफेसर सिन्हा पहली अध्यक्ष थे। १९९८ में उन्हें भारत सरकार द्वारा *पद्म श्री* के नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया।

विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया हैदराबाद* ने *फ्रांसीसी बाँसुरी वादक पियरे रामपाल का जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया जीन-पियरे लुई रामपाल ((जनवरी १ ९ २२ – २० मई २०००) एक फ्रांसीसी था मुरली बजनेवाला। उन्हें व्यक्तिगत रूप से “लौटने का श्रेय दिया गया है।” बांसुरी एकल शास्त्रीय वाद्य के रूप में लोकप्रियता 18 वीं शताब्दी के बाद से नहीं थी। पियरे रामपाल अंतरराष्ट्रीय कॉन्सर्ट सर्किट में इसे स्थापित करने के लिए आधुनिक समय में एकल बांसुरी के पहले प्रतिपादक बन गए, और सेलिब्रिटी गायकों, पियानोवादक और वायलिन वादकों द्वारा प्राप्त की गई प्रशंसा और बड़े दर्शकों को आकर्षित करने के लिए। चूंकि आर्केस्ट्रा समारोहों में एकल बांसुरी को व्यापक रूप से चित्रित किया जाना असामान्य था, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के तत्काल वर्षों में यह आसानी से नहीं किया गया था; हालाँकि, रामपाल का स्वभाव और उपस्थिति-वह एक ऐसा आदमी था जिसने इस तरह के पतले उपकरण को फिर से उतारा – अगली पीढ़ी के फ़्लोटिस्ट सुपरस्टार्स के लिए मार्ग प्रशस्त किया।

विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन* ने *कलाकारों के कलाकार योगेन्द्र बाबा का जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक के वरिष्ठ प्रचारक और संस्कार भारती के संस्थापक बाबा योगेन्द्र को पद्मश्री अवार्ड से देने को घोषणा की है। संस्कार भारती संस्था के माध्यम से उन्होंने कलासाधकों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया। बस्ती में जन्मे योगेन्द्र दा का मुख्यालय माधव भवन, आगरा है। माधव भवन में ही आरएसएस का बृज प्रांत कार्यालय है। पद्मश्री से सम्मानित संस्कार भारती के संस्थापक बाबा योगेन्द्र ऐसे कलाकार हैं, जिन्होंने हजारों कलासाधकों को एक माला में पिरोने का कठिन काम कर दिखाया है।

विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल बैंगलोर* ने *अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बालश्रम विरोधी भारतीय कार्यकर्ता शांता सिन्हा का जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया प्रो. शांता सिन्हा अंतरराष्ट्रीय ख्याति के बाल श्रमिक विरोधी कार्यकर्ता हैं। वह मममीदिपुड़ी वेंकटारागैया फाउंडेशन के संस्थापक हैं, जिन्हें एमवी फाउंडेशन (जिसे उनके दादा मममीदिपुड़ी वेंकटरंग्याह की स्मृति में नाम दिया गया है) के नाम से जाना जाता है, और हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान विभाग के एक प्रोफेसर हैं।उन्होंने दो लगातार शब्दों (३ वर्ष प्रत्येक) के लिए बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय आयोग की अध्यक्षता किया था: राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) का गठन मार्च २००७ में आयोग के बाल संरक्षण अधिनियम, २००५, संसद अधिनियम (दिसंबर २००५) के तहत किया गया था। प्रोफेसर सिन्हा पहली अध्यक्ष थे। १९९८ में उन्हें भारत सरकार द्वारा *पद्म श्री* के नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया।

विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया सिमगेड झारखंड* ने *अमर बलिदानी सोहनलाल पाठक जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया सोहनलाल पाठक (1873- १० फरवरी १९१६) भारतीय स्वतंत्रतता के लिये शहीद होने वाले क्रांतिकारी थे। अंग्रेजों द्वारा उन पर शासन विरोधी साहित्य छापने तथा विद्रोह भड़काने के आरोप में मुकदमा चलाया था, जिसमें उनको अपराधी घोषित कर बर्मा की मांडले जेल में फांसी दी गई।
किसी कवि ने ऐसे ही जाँबाजों के लिए कहा है कि-
गर्दन अब हाथ से अपने ही कटानी है हमें,
मादर-ए-हिंद पे यह भेंट चढ़ानी है हमें,
किस तरह मरते हैं अहरार-ए-वतन भारत पर,
सारे आलम को यही बात दिखानी है हमें।

विशिष्ट अतिथि *रंजना गर्ग गुजरात*
ने *महिदपुर के सेनानी अमीन सदाशिव राव बलिदान दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया आजादी की लड़ाई के कई बलिदानी इतिहास के पन्नों से गुमनाम हैं ऐसा ही एक नाम था अमीन सदाशिवराव। मध्यप्रदेश के महिदपुर से ताल्लुक रखने वाले अमीन सदाशिवराव को अंग्रेजों ने तोप के मुंह पर बांध कर उड़ा दिया था।तहसीलदार सदा शिवराव ने अंग्रेजों की सेवा में होने के बाद भी क्रांतिकारियों का साथ दिया था। 8 नवम्बर, 1857 योजनानुसार सुबह दो हजार क्रांतिकारियों ने ऐरा सिंह के नेतृत्व में उद्घोष करते हुए महिदपुर छावनी पर हमला बोल दिया। इन योद्धाओं में उज्जैन व खाचरोद के मेवाती सैनिकों के साथ ही महिदपुर के नागरिक भी शामिल थे। यह देखकर छावनी में तैनात देशप्रेमी सैनिक भी इनके साथ हो लिए।अंग्रेजों ने उन्हें सात जनवरी, 1858 को तोप के सामने खड़ाकर गोला दाग दिया।

विशिष्ट अतिथि *कीर्ति गर्ग राजस्थान* ने *सादगी की प्रति मूर्ती लक्ष्मण श्री कृष्ण भीड़े की पुण्यतिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया स्वयंसेवक संघ के कार्य को विश्वव्यापी रूप देने में अप्रतिम भूमिका निभाने वाले लक्ष्मण श्रीकृष्ण भिड़े जी का जन्म अकोला (महाराष्ट्र) में 1918 में हुआ था. उनके पिता श्री श्रीकृष्ण भिड़े सार्वजनिक निर्माण विभाग में कार्यरत थे. छात्र जीवन से ही लक्ष्मण में सेवाभाव कूट-कूट कर भरा था।. वे बाबासाहब आप्टे से बहुत प्रभावित थे. वर्ष 1941 में वे प्रचारक बने।विदेशों में हिन्दू हित एवं भारत हित में उन्होंने अनेक संस्थाएँ बनायीं. इनमें 1978 में स्थापित ‘फ्रेंडस ऑफ इंडिया सोसायटी इंटरनेशनल’ प्रमुख है. वर्ष 1990 में जब भारतीय दूतावास ही विदेशों में भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल कर रहा था, तो उन्होंने ‘ओवरसीज फ्रेंडस ऑफ बीजेपी’ का गठन कर कांग्रेसी षड्यन्त्र को विफल किया।उनकी सादगी सरलता से आज भी वे सभी के हृदय में प्रेरणा स्त्रोत है।

*कुसुम अग्रवाल* ने *वाई-फाई के जनक मशहूर अमेरिकी सर्बियाई आविष्कारक निकोला टेस्ला की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया निकोला टेस्ला (सर्बियाई सिरिलिक 10 जुलाई 1856 – 7 जनवरी 1943) एक सर्बियाई अमेरिकी आविष्कारक, भौतिक विज्ञानी, यांत्रिक अभियन्ता, विद्युत अभियन्ता और भविष्यवादी थे। टेस्ला की प्रसिद्धि उनके आधुनिक प्रत्यावर्ती धारा (एसी) विद्युत आपूर्ति प्रणाली के क्षेत्र में दिये गये अभूतपूर्व योगदान के कारण है। टेस्ला के विभिन्न पेटेंट और सैद्धांतिक कार्य, बेतार संचार और रेडियो के विकास का आधार साबित हुये हैं। वैद्युत चुंबकत्व के क्षेत्र में किये गये उनके कई क्रांतिकारी विकास कार्य, माइकल फैराडे के विद्युत प्रौद्योगिकी के सिद्धांतों पर आधारित थे।

*उमा बंसल महासचिव कोरबा और प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष अंबिकापुर* ने आज के मुख्य समाचार और इतिहास की मुख्य घटना पर प्रकाश डाला।
1857 – इतिहास स्मृति, महिद्पुर के सेनानी अमीन सदाशिवराम का बलिदान हुआ।
1999 – अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के विरुद्ध महाभियोग की कार्रवाही शुरू।
2000 – जकार्ता (इंडोनेशिया) में 10 हज़ार मुसलमानों ने मोलुकस द्वीप समूह में ईसाईयों के विरुद्ध जेहाद की घोषणा की।
2003 – जापान ने विकास कार्यों में मदद के लिए भारत को 90 करोड़ डालर की मदद की घोषणा की।
2009 – आई टी कम्पनी सत्यम के चेयरमैन रामालेंगम राजू ने अपने पद से इस्तीफ़ा दिया।

*बिलासपुर इकाई की अध्यक्षा शीतल लाठ* ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया

*हेमलता बंसल कोषाध्यक्ष* ने सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

उपमा अग्रवाल, प्रेमलता गोयल, भगवती अग्रवाल, गिरिजा गोयल, उषा कलानौरिया, कुसुम अग्रवाल, उमा बंसल, सुलोचना धनावत, पुष्पा अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कीर्ति गर्ग, रंजना गर्ग, नंदिनी चौधरी, मंजू गोयल, पूजा अग्रवाल, रेखा गर्ग, राखी गोयल, सरिता अग्रवाल, पूनम गोयल, सुशीला अग्रवाल, विजया डालमिया, हेमलता बंसल, हेमलता मित्तल, मंजू गोयल, राखी गर्ग, सीमा गुप्ता, वंदना अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, राजबाला गर्ग, संगीता चौधरी, लाता मोदी, संतोष अग्रवाल ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया। अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।