विश्व स्तनपान दिवस सप्ताह पर स्तनपान करवाने के लिए किया प्रेरित

विश्व स्तनपान दिवस सप्ताह पर स्तनपान करवाने के लिए

किया प्रेरित

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत सत्रह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 1/8/2022 सोमवार को चतुर्मास, श्रावणमास, विश्व स्तनपान दिवस (सप्ताह), पुरुषोत्तम दास टंडन – स्वतंत्रता सेनानी, कमला नेहरू (भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पत्नी) की जन्म तारीख और नीरद चन्द्र चौधरी – भारत में जन्मे प्रसिद्ध बांग्ला तथा अंग्रेज़ी लेखक और विद्वान, कांठे महाराज – भारत के प्रसिद्ध तबला वादक, बाल गंगाधर तिलक, विद्वान, गणितज्ञ, दार्शनिक और भारतीय राष्ट्रवादी नेता, देवकीनन्दन खत्री – हिन्दी के महान् और प्रथम तिलिस्मी लेखक, अमर सिंह(राजनेता) -भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिनका सम्बंध समाजवादी पार्टी, भीष्म नारायण सिंह – भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जो असम और मेघालय के राज्यपाल की पुण्य तिथि पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल अध्यक्ष ने अपने निज निवास पर भगवान के छाया चित्र पर पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित किया।
मधु मित्तल ने राष्ट्रगान, पार्बती अग्रवाल ने गणेश वंदना, कमलेश बोंदिया ने पितरों जी की स्तुति, तारा बेरीवाल ने गुरु वंदना प्रस्तुति दी।
लीला देई ने मंत्र पढ़ संपूर्ण विश्व की मंगल कामना की।

उषा कलानोरिया अध्यक्ष बारादवार इकाई कार्यक्रम संयोजिका संचालिका ने श्रावण पवित्र मास के

कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया विश्व स्तनपान दिवस (सप्ताह) विश्व स्तनपान सप्ताह 2022 हर साल अगस्त के पहले सप्ताह में माताओं और शिशुओं के लिए स्तनपान के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने को मनाया जाता है। यह दिवस 1 से 7 अगस्त के बीच मनाया जाता है। यूनिसेफ की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के कुल शिशुओं में से लगभग 60 प्रतिशत को 6 महीने तक जरूरी ब्रेस्टफीडिंग नहीं मिलती है।

मुख्य अतिथि पार्बती अग्रवाल लाऊ मुंडा उड़ीसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *भारतरत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन (१ अगस्त १८८२ – १ जुलाई, १९६२) भारत के स्वतन्त्रता सेनानी एवं राजनेता थे। वे भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के अग्रणी पंक्ति के नेता तो थे ही, समर्पित राजनयिक, हिन्दी के अनन्य सेवक, कर्मठ पत्रकार, तेजस्वी वक्ता और समाज सुधारक भी थे। हिंदी को भारत की राजभाषा के पद पर प्रतिष्ठित करवाने में उनका महत्त्वपूर्ण योगदान था।

विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया बाल गंगाधर तिलक (अथवा लोकमान्य तिलक, मूल नाम केशव गंगाधर टिळक, 23 जुलाई 1856 – 1 अगस्त 1920), एक भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, वकील और एक स्वतन्त्रता सेनानी थे। ये भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के पहले लोकप्रिय नेता हुए; ब्रिटिश औपनिवेशिक प्राधिकारी उन्हें “भारतीय अशान्ति के पिता” कहते थे। उन्हें, “लोकमान्य” का आदरणीय शीर्षक भी प्राप्त हुआ, जिसका अर्थ हैं लोगों द्वारा स्वीकृत (उनके नायक के रूप में)।

विशिष्ट अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया कमला कौल नेहरू (१८९९ – १९३६) भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के शीर्ष नेता एवं भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की धर्मपत्नी थी। उनका विवाह पण्डित नेहरू से ७ फ़रवरी १९१६ को दिल्ली में हुआ था।

कुसुम अग्रवाल प्रांतीय सह कोषाध्यक्ष ने अपनी अभिव्यक्ति में महामृतंजय जप और ओम का जप का प्रभाव बताया बाबू देवकीनन्दन खत्री (18 जून 1861 – 1 अगस्त 1913) हिंदी के प्रथम तिलिस्मी लेखक थे। उन्होने चंद्रकांता, चंद्रकांता संतति, काजर की कोठरी, नरेंद्र-मोहिनी, कुसुम कुमारी, वीरेंद्र वीर, गुप्त गोदना, कटोरा भर, भूतनाथ जैसी रचनाएं की। ‘भूतनाथ’ को उनके पुत्र दुर्गा प्रसाद खत्री ने पूरा किया। हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार में उनके उपन्यास चंद्रकांता का बहुत बड़ा योगदान रहा है। इस उपन्यास ने सबका मन मोह लिया। इस किताब का रसास्वादन के लिए कई गैर-हिंदीभाषियों ने हिंदी सीखी। बाबू देवकीनंदन खत्री ने ‘तिलिस्म’, ‘ऐय्यार’ और ‘ऐय्यारी’ जैसे शब्दों को हिंदीभाषियों के बीच लोकप्रिय बनाया। जितने हिन्दी पाठक उन्होंने (बाबू देवकीनन्दन खत्री ने) उत्पन्न किये उतने किसी और ग्रंथकार ने नहीं।

मधु मित्तल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया कांठे महाराज (१८८०-१ अगस्त १९७०) भारत के प्रसिद्ध तबला वादक रहे हैं। ये बनारस घराने से थे। इनका जन्म १८८० में कबीर चौराहा मोहल्ले, वाराणसी में हुआ था।इनके पिता पंडित दिलीप मिश्र भी जाने माने तबला वादक थे। इनकी आरंभिक संगीत शिक्षा बलदेव सहायजी से आरंभ हुई थी। कांठे महाराज को प्रथम संगीतज्ञ माना जाता है, जिन्होंने तबला वादन द्वारा स्तुति प्रतुत की थी।

पुष्पा अग्रवाल प्रांतीय उपाध्यक्ष ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया कैसे श्रावण सोमवार और सोलह सोमवार की विधिवत पूजा अर्चना आराधना करने से मनवांछित फल प्राप्त होता है।

डिंपल अग्रवाल अध्यक्ष सरिया इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में भगवान भोलेनाथ की महिमा मंडित की।

तारा बेरीवाल अध्यक्ष रायगढ़ इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत के इतिहास में 1 अगस्त को घटित मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।

मधु मित्तल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया श्रावण सोमवार का महात्मबता पूजा विधि बताई।

भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया श्रावण मास और चतुर्मास का महात्म।

शीतल लाठ प्रांतीय योग प्रभारी बिलासपुर इकाई की अध्यक्ष ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रदर्शन कर उनके उद्बोधन को ज्ञानवर्धक बताया।

उपमा अग्रवाल प्रांतीय संयोजक बेटी मेरी शान ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में नंदिनी चौधरी, रजनी जिंदल, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सरला लोहिया, पार्बती अग्रवाल, सपना सराफ, उषा कलानोरिया, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, मधु मित्तल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी गोयल, रजनी, किरण अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, उपमा अग्रवाल, हेमलता बंसल, हेमलता मित्तल, शीतल लाठ, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, सुलोचना धनावत ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।