*स्वस्थ रहने के लिए स्वास्थ प्लानिंग अति आवश्यक है@ डायटिशियन नीतू सिंह*
*तीजन बाई को पंडवानी गाकर और रामधारी सिंह दिनकर, महात्मा रामचंद्र वीर को कविता प्रस्तुति के माध्यम से मंच द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर किया याद*
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत लगभग पंद्रह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 24/4/2822 रविवार को दोपहर तीन बजे से गूगल मीट पर *सुज़ान्ना अग्नेली, इतालवी राजनेता, सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी, तीजनबाई तीजनबाई छत्तीसगढ़ राज्य की पहली महिला कलाकार और ‘पण्डवानी’ की ‘कापालिक शैली’ की गायिका जन्म तारीख और हिन्दी कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’, चित्रकार जैमिनी राय, महात्मा रामचन्द्र वीर लेखक, कवि तथा ओजस्वी वक्ता पुण्य तिथि* आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
*उषा कलानोरिया* अध्यक्ष बाराद्वार इकाई ने लिंक बना सभी को एड कर संचालन करते हुए अतिथियों का परिचय करवा सभी को क्रमशः उनके अभिव्यक्ति के लिए आमंत्रित किया।
कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर भगवान के दरबार में रोली अक्षत का तिलक लगा श्री फल चढ़ा माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर किया। *पार्बती अग्रवाल* ने गणेश वंदना, *कीर्ति अग्रवाल* ने पीतरो जी की वंदना किया *प्रतिमा गुप्ता* ने गुरु वंदना प्रस्तुत किया।
*डॉ अनीता अग्रवाल* ने अपने स्वागत उद्बोधन में सभी अतिथियों और सदस्यों का स्वागत वंदन किया।
उन्होंने बताया ये बिलकुल सरल बात नही थी वो भी महिलाओं के बीच महिलाओं के साथ और वो भी नित्य उनके *आराम सोने के समय* दोपहर में प्रतिदिन कार्यक्रम को आयोजित करना।
कार्यक्रम की गुणवत्ता , सार्थकता, ज्ञानवर्धकता, उपयोगिता को देख सभी को प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की लत लग गई है।सभी बहने रोज तीन बजे का बेसब्री से इंतजार करते है।अधिकतर के घर में स्नेह, आपसी प्यार में बढ़ोतरी हुई है।पहले से सभी और अधिक प्रसन्नचित रहने लगे है।
*शीतल लाठ* कार्यक्रम संयोजिका अध्यक्ष बिलासपुर इकाई ने मुख्य अतिथि का संक्षिप्त जीवन परिचय सबके सम्मुख प्रस्तुत किया।
*मधु मित्तल* ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत गीत से स्वागत कर मुख्य अतिथि को उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।
मुख्य अतिथि *नीतू सिंह* प्रसिद्ध डायटिशियन रायपुर से ने अपने उद्बोधन में बताया रसोई में ही स्वस्थ रहने का खजाना छुपा हुआ है।सभी या तो स्वस्थ है या कई को कोई समस्या है। स्वस्थ रहने के लिए सभी को अपने स्वस्थ पर सही समय पर जागरूक रह ध्यान देना होगा की हेल्थ ही सर्वोपरी सर्वप्रथम प्राथमिकता है।
पैसा, समय ,स्वस्थ में स्वस्थ प्रथम है हम सभी की अनिंग करते है परंतु स्वस्थ रहने की प्लानिंग नही करते हेल्थ मेंटेन नही करते है।हमे हेल्थ गोल डिसाइड कर सोचना चाहिए हेल्थी रहे।अच्छे दिखे साथ ही साथ बिना बीमारी के जीवन यापन जाते, किसी पर आश्रित न रहे चलते फिरते रहे यही सोच होना चाहिए।
सबसे बड़ा गोयल होना चाहिए की हम स्वस्थ रहे अपने बच्चो पर निर्भर ना होए उनके लिए चिंता का कारण ना बने।हम स्वस्थ रह बच्चो के लिए एसेस्ट बने।
सबसे *पहले रसोई में ताजा* भोजन बनाए सोच रखे की पोष्टिक, स्वादिष्ट, पसंद का बनाए।आपकी थाली पौष्टिकता से भरपूर हो।
*दूसरा* शरीर डिटॉक्सिफाई हो पर ध्यान देना होगा। भोजन ऊर्जा देते है साथ ही साथ टॉक्सिक बनता है सूक्ष्म मात्र में को यूरीन टॉयलेट पसीने से बनता है।
आज कल जंक फूड , डब्बा बंद भोजन से टॉक्सिक आ रहा है, प्रदूषित गई , पानी, फर्टिलाइजर के इस्तेमाल से टॉक्सिक आ रहा है।
कांशियस कुकिंग होनी चाहिए।
*तीसरा* फिजिकल एक्टिविटी की कमी हो रही है। हमारे बुजुर्ग पिष्टिक भोजन ले शारीरिक कार्य करते थे इसलिए
*चौथा है* तनाव मुक्त रहे, योग, ध्यान, प्रार्थना करे प्रसन्न रहे।
शरीर अनगिनत कोशिकाओं से बना होता है।तीन मिलियन कोशिकाओं से ज्यादा बनती है हूं सबसे छोटी इकाई सेल कोशिकाओं को स्वस्थ रखना चाहिए ।कोशिकाओं में प्रोब्लम आता है तो समय के साथ वो कई गुना बढ़ता है।
उधारण हेमोग्लोबिन कम होता है तो ऑक्सीजन पहुंचने की क्षमता कम होती है कोशिकाओं में प्रोब्लम शुरू होता है और एक समय में कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
कई बार शरीर छोटे छोटे *सिग्नल भेज* आपको सचेत करता है भविष्य के प्रोब्लम का।अगर दर्द, एसिडिटी, सर्दी ,कांस्टीपेशन है तो इसे नहर अंदाज ना कर इसके ऊपर कार्य कर भविष्य में स्वास्थ रहे। हर एक छोटी चीज जा दूसरे से कनेक्शन होता है दावा ले उसे ना दबाए परमानेंट इलाज खोजे।
ओबेसिटी वजन का बढ़ना या जम होना भी बीमारियों की ओर संकेत करता है।
अच्छा खाना खाने जा मतलब होता गई *पांच प्रकार* के पोषक तत्व *प्रथम* कार्बोहाइड्रेट सिंपल कार्बोहाइड्रेट तुरंत शरीर में जा ऊर्जा देता है दूसरा कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट स्प्राउट फाइबर रिच कार्बोहाइड्रेट के।
*दूसरा* प्रोटीन पैर के नाखून से शरीर के बाल तक की शारीरिक संरचना प्रोटीन से होरी गई। दाल, बीज, मटर, मशरूम, दूध आदि से।
*तीसरा फैट गुड बैड फैट* एक आदमी को एक माह ने तीन सो मिलीलीटर तेल लेना चाहिए। ज्यादा लेने से कोलेस्ट्रॉल बन नालियों में चिपकता है।
*चौथा न्यूट्रिएंट विटामिन* विटामिन ए,बी, के, ई, कैल्शियम, सिंक, मैग्नीशियम आदि इनकी जमी से बीमारियां होती है।
*पांचवा* सूक्ष्म मात्र में खनिज तत्व। सीजियम की कमी से कैंसर, क्रोमियन की कमी से डायबिटीज आदि।
छोटे छोटे सिग्नल वेक अप कॉल सरदर्द आदि के रूप में दिखते है।
हमे वॉकिंग, योग, गहरी नींद लेना चाहिए ये शरीर से टॉक्सीन निकाल शरीर को रिपेयर करते है हम सोने के एक घंटे पहले इलेक्ट्रॉनिक चीज जा इस्तेमाल न जाते।
ऐसा करने से हम बहुत हद तक स्वास्थ रह सकते है।घर में भी स्वस्थ कैंप एक दिन रख इस पर चर्चा करे और स्वस्थ रहे।
*प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम* में *शीतल लाठ* के प्रश्न के उत्तर में बताया हेमोग्लोबीन बढ़ाने के लिए अनार, गुड, किशमिश, खजूर, बीत रूट, पलक ले।
*मधु मित्तल* के प्रश्न के उत्तर में बताया सीजन और रीजनल फल सब्जियों जा सेवन करना चाहिए।
*उषा काकानरिया* के प्रश्न में बताया थाली इंद्रधनुष रंग की होनी चाहिए।
*हेमलता मित्तल* को बताया फल सुबह लेना चाहिए जिससे शरीर एल्कलाइन बना रहे।
विशिष्ट अतिथि *नंदिनी चौधरी* सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया सचिन रमेश तेंडुलकर जन्म: 24 अप्रैल 1973 क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ में माने जाते हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं।राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सन् २००८ में वे पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किये जा चुके है।
विशिष्ट अतिथि *सबिता अग्रवाल* सानपुर ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया तीजनबाई (जन्म- २४ अप्रैल १९५६) भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के पंडवानी लोक गीत-नाट्य की पहली महिला कलाकार हैं। देश-विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाली तीजनबाई को बिलासपुर विश्वविद्यालय द्वारा डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है। वे सन १९८८ में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री और २००३ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से अलंकृत की गयीं। उन्हें १९९५ में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार तथा २००७ में नृत्य शिरोमणि से भी सम्मानित किया जा चुका है।
विशिष्ट अतिथि *पार्बती अग्रवाल* लाऊ मुंडा उड़ीसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया रामधारी सिंह ‘दिनकर’ ‘ (23 सितम्बर 1908- 24 अप्रैल 1974) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे। वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।दिनकर’ स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद ‘राष्ट्रकवि’ के नाम से जाने गये। वे छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे। एक ओर उनकी कविताओ में ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल श्रृंगारिक भावनाओं की अभिव्यक्ति है। इन्हीं दो प्रवृत्तियों का चरम उत्कर्ष हमें उनकी कुरुक्षेत्र और उर्वशी नामक कृतियों में मिलता है।
विशिष्ट अतिथि *रंजना गर्ग* गुजरात ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया रामचन्द्र वीर (जन्म १९०९ – मृत्यु २००९) एक लेखक, कवि तथा वक्ता और धार्मिक नेता थे। उन्होंने ‘विजय पताका’, ‘हमारी गोमाता’, ‘वीर रामायण’ (महाकाव्य), ‘हमारा स्वास्थ्य’ जैसी कई पुस्तकें लिखीं। भारत के स्वतन्त्रता आंदोलन, गोरक्षा तथा अन्य विविध आन्दोलनों में कई बार जेल गये। विराट नगर के पंचखंड पीठाधीश्वर आचार्य धर्मेन्द्र उनके पुत्र हैं।
विशिष्ट अतिथि *यशोदा गुप्ता* कटनी मध्यप्रदेश ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया जामिनी राय (उच्चारण : जामिनी राय) 11 अप्रैल 1887 – 24 अप्रैल 1972) भारतीय चित्रकार थे। सन् 1955 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मभूषण से सम्मानित किया। वे अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के सबसे प्रसिद्ध शिष्यों में से एक थे।
विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल* बैंगलोर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *सुज़ान्ना अग्नेली* एक इतालवी राजनेता है।उन्होंने उनके जीवन पर प्रकाश डाला।
*पुष्पा अग्रवाल* अध्यक्ष रायपुर इकाई ने धन्यवाद ज्ञापित कर स्मृति चिन्ह प्रदान किया। विश्व कल्याण की भावना से शांति मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
*डिंपल अग्रवाल* अध्यक्ष सरिया इकाई ने कोलाज बना अपनी सहभागिता निभाई।
कार्यक्रम में नीतू सिंह, रंजनागर्ग, प्रतिमा गुप्ता, नंदिनी चौधरी, अंशु अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, हेमलता मित्तल, डिंपल अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, मीना अग्रवाल, निर्मला अग्रवाल, मधु मित्तल, निशा गोयल, पार्वती अग्रवाल, सविता अग्रवाल, राजबाला गर्ग, राजकुमारी गुप्ता, शीतल लाठ, उषा कलानोरिया, उषा जाकारानिया, सिया अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
