500 साल बाद भी हमारी धरती पर जमीन उपजाऊ रह फसल कटने का हर्षोलास मानते रहे ऐसा संकल्प लेना होगा ~डॉ अनीता*

*500 साल बाद भी हमारी धरती पर जमीन उपजाऊ रह फसल कटने का हर्षोलास मानते रहे ऐसा संकल्प लेना होगा ~डॉ अनीता*

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत पौने बारह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 14 जनवरी 2022 शुक्रवार को दोपहर 3 बजे से गूगल मीट पर *मकर संक्रांति, पोंगल, माघ बिहू, सशस्त्र बल वयोवृद्ध दिवस, सड़क सुरक्षा सप्ताह, विश्व तर्क दिवस, नारायण कार्तिकेयन, ओ.पन्नीरसेलवम, योगेश कुमार सबरवाल, महाश्वेतादेवी, दुर्गा खोटे, चिंतामणि द्वारकानाथ देशमुख, मंगुराम, अबुल फजल, जोहान मथियास हसे, मैथ्यू फानटेन मोरी, लुडविग फिलिप अल्बर्ट श्वीतज़र ओएम, राव गोपाल राव, जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य, ओट्टाकरथेवर पन्नीरसेल्वम, कुमार रामनारायण कार्तिकेयन जन्म जयंती* और *एडमेन हेली पुण्य तिथि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का संचालन डॉ अनीता अग्रवाल अध्यक्ष ने अपने निवास स्थान पर श्री गणेश भगवान मां अन्नपूर्णा के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना आराधना आरती कर नंदिनी चौधरी ने गणेश वंदना, सुशीला, कीर्ति ने पितरों जी महाराज की स्तुति, प्रतिमा, विजया ने गुरु वंदना से कार्यक्रम का श्री गणेश किया। पूजा ने अतिथियों का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत किया, डिंपल, भगवती ने स्वागत कर डिजिटल पौधा प्रदान कर सम्मानित किया।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता *श्रीमती विजया उर्मिला राम कथा वाचक* बिलासपुर ने *मकर संक्रांति के पावन पर्व का महात्म* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन एक सशक्त प्लेटफार्म के रूप में सामने आया है जो शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, आध्यात्मिक, सामाजिक उत्थान के लिए कार्यरत है। उन्होंने बताया आज के दिन ही प्रयाग राज में वर्षो पहले श्री राम चरित मानस में तुलसीदास जी ने राम कथा के प्रारंभ के पहले शिव कथा की भूमिका बताई है जिसमे भारद्वाज ऋषि और यागबल जी संभाद है जिसमे हम उत्सव मना राम कथा का प्रारंभ करते है।ये पर्व जो भी आते है वे सभी हमारे सनातन धर्म मे वैज्ञानिक दृष्टि से अहम है।आज सूर्य मकर राशि में आता है ऋतु का परिवर्तन होता है और उसके अनुकूल ही हम जीवन जीते है।हमारी दैनिक दिनचर्या में सूक्ष्म बदलाव आता है।आज का दिन सूर्य उपासना का खास दिन होता है।सूर्य पूजन से जो ऊर्जा प्राप्त होती है उसे संपूर्ण जीवन प्रकाशित होता है। हमारा फर्ज है हम जिस श्रृष्टि में जन्म लिए है प्रकृति से जो प्राप्त किए है उसे लौटने का सोचना चाहिए। आज जो मानव समाज अनिश्चिता प्रभाव से गुजर रहा है वो एक दिन का प्रभाव नहीं है ये हम मानव सभ्यता अपना दायित्व भूल उपभोगतावाद का उद्धरण देते हुए प्रकृति का अत्यधिक अंधाधुन दोहन करने का नतीजा है।अभी भी हमे सचेत हो दायित्व का निर्वहन करना चाहिए प्रकृति की उपासना कर जल, जंगल, हवा, मट्टी के संरक्षण के लिए प्रयासरत होना है।आज फसल कटने का खुशहाली का पर्व है हमे हमारी धरती की उपज हमेशा बनी रहे के उद्देश से कार्यरत होना चाहिए।

*डॉ अनीता अग्रवाल* ने *मकर संक्रांति पर्व* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया आज फसल कटने पर पूरे भारत में खुशियां मनाई जा रही है ऐसे में हमे पृथ्वी का संरक्षण करने का दिन संकल्प लेना होगा जिससे आज से *500 साल बाद भी हमारी धरती पर जमीन उपजाऊ रह* फसल लहलहाती रहे।

*उषा कलानोरिया* अध्यक्ष बाराद्वार इकाई ने *विश्व तर्क दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया विश्व तर्क दिवस नवंबर 2019 में यूनेस्को द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दर्शन और मानव विज्ञान परिषद के सहयोग से घोषित एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है, जिसे हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। यह पहली बार 14 जनवरी 2019 को यूनेस्को की घोषणा से पहले मनाया गया था। विश्व तर्क दिवस का उद्देश्य बौद्धिक इतिहास, वैचारिक महत्व और तर्क के व्यावहारिक निहितार्थों को अंतःविषय विज्ञान समुदायों और व्यापक जनता के ध्यान में लाना है।

*डिंपल अग्रवाल* अध्यक्ष सरिया इकाई ने *माघ बिहू पर्व* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया बिहू (जिसे भोगली बिहू भी कहा जाता है (भोग यानी भोग खाने का) या मगहर दोमही असम , उत्तर-पूर्वी भारत में मनाया जाने वाला एक फसल उत्सव है , जो कि कटाई के मौसम के अंत का प्रतीक है। माघ का महीना। (जनवरी-फरवरी)। औपचारिक समापन और अग्नि के देवता की प्रार्थना के लिए एक अलाव (मेजी) जलाया जाता है। यह त्योहार तिब्बती-बर्मन, ऑस्ट्रोएशियाटिक और इंडो- द्वारा विकसित किया गया है- आर्य संस्कृतियां और त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।

विशिष्ट अतिथि *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया युद्ध के दौरान देश के लिए बलिदान देने वाले युद्ध के दिग्गजों को सम्मान देने के लिए *सशस्त्र बल वयोवृद्ध दिवस* मनाया जाता है।

विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया सिमगेड़ा झारखंड* ने सड़क सुरक्षा सप्ताह 11 – 17 जनवरी पर अपनी अभिव्यक्ति में यातायात के नियमों पर प्रकाश डाक उसका पालन करने का आहवान किया।

विशिष्ट अतिथि *राजकुमारी गुप्ता कटनी मध्यप्रदेश* ने मकर संक्रांति का भजन गा अपनी अभिव्यक्ति में बताया मकर संक्रान्ति (मकर संक्रांति) भारत का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रांति (संक्रान्ति) पूरे भारत और नेपाल में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। वर्तमान शताब्दी में यह त्योहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है, इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है।

विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल बैंगलोर* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया तमिलनाडु में इसे पोंगल नामक उत्सव के रूप में मनाते हैं जबकि कर्नाटक, केरल तथा आंध्र प्रदेश में इसे केवल संक्रांति ही कहते हैं। मकर संक्रान्ति पर्व को कहीं-कहीं उत्तरायण भी कहते हैं, यह भ्रान्ति है कि उत्तरायण भी इसी दिन होता है। किन्तु मकर संक्रान्ति उत्तरायण से भिन्न है।

विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन कोलकाता* ने भजन प्रस्तुति के बाद *नारायण कार्तिकेयन जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया नारायण कार्तिकेयन (जन्म- 14 जनवरी, 1977, कोयम्बटूर, तमिलनाडु) भारत के एकमात्र फॉर्मूला वन चालक हैं। उनका पूरा नाम ‘कुमार राम नारायण कार्तिकेयन’ है। आज वह युवाओं के गति के प्रतीक हैं और खिलाड़ी के रूप में एक आदर्श हैं। पिछले कई वर्षों में फॉर्मूला थ्री में शिरकत करने के पश्चात् वर्ष 2005 में नारायण कार्तिकेयन ने ऑस्ट्रेलियन ग्रान्ड प्रिक्स से अपने फॉर्मूला वन कॅरियर की शुरुआत की। यद्यपि वह 15वें स्थान पर आये, तब भी उनका उभर कर आना सराहनीय है। वर्ष 2011 में नारायण कार्तिकेयन ने हिस्पेनिय रेसिंग टीम के लिए ड्राइविंग की। 2013 में हिस्पेनिय रेसिंग टीम की फॉर्मूला वन में लिस्ट न होने के कारण वह दोबारा ड्राइविंग नहीं कर पाए।

विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया हैदराबाद* ने भजन प्रस्तुति के बाद ने *ओ. पन्नीरसेल्वम जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया ओ. पन्नीरसेल्वम (जन्म- 14 जनवरी, 1951) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह तमिलनाडु के भूतपूर्व छठे मुख्यमंत्री रहे हैं। वह राजनीतिक दल अन्नाद्रमुक से हैं। ओ. पन्नीरसेल्वम पूर्व में तमिलनाडु सरकार में वित्तमंत्री थे। वह तीन बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे।

*भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई* ने *योगेश कुमार सभरवाल जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया योगेश कुमार सभरवाल ( जन्म- 14 जनवरी, 1942; मृत्यु- 3 जुलाई, 2015, नई दिल्ली) भारत के सर्वोच्च न्यायालय के भूतपूर्व मुख्य न्यायाधीश रहे हैं। वे देश के 36वें मुख्य न्यायाधीश रहे। 17 नवम्बर, 1986 को योगेश कुमार सभरवाल दिल्ली उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश बनाये गए थे। 3 फ़रवरी, 1999 को योगेश कुमार मुंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए। योगेश कुमार सभरवाल 1 नवम्बर, 2005 को भारत के मुख्य न्यायाधीश बनाये गए। वे इस पद पर 13 जनवरी, 2007 (कुल 438 दिन) तक रहे।

कार्यक्रम की संयोजिका वरिष्ट सदस्या *सुलोचना धनावत* ने सतसंग के प्रभाव महत्व बता *महाश्वेता देवी जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया महाश्वेता देवी (जन्म- 14 जनवरी, 1926, ढाका; मृत्यु- 28 जुलाई, 2016, कोलकाता) भारत की प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका थीं। उन्होंने बांग्ला भाषा में बेहद संवेदनशील तथा वैचारिक लेखन के माध्यम से उपन्यास तथा कहानियों से साहित्य को समृद्धशाली बनाया। अपने लेखन कार्य के साथ-साथ महाश्वेता देवी ने समाज सेवा में भी सदैव सक्रियता से भाग लिया और इसमें पूरे मन से लगी रहीं। स्त्री अधिकारों, दलितों तथा आदिवासियों के हितों के लिए उन्होंने जूझते हुए व्यवस्था से संघर्ष किया तथा इनके लिए सुविधा तथा न्याय का रास्ता बनाती रहीं। 1996 में उन्हें ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। महाश्वेता जी ने कम उम्र में ही लेखन कार्य शुरू कर दिया था और विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं के लिए लघु कथाओं का महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।

*सीमा गुप्ता* ने *दुर्गा खोटे जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया दुर्गा खोटे ( जन्म: 14 जनवरी, 1905; मृत्यु: 22 सितंबर, 1991) अपने ज़माने में हिन्दी व मराठी फ़िल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं। उन्होंने अनेक हिट फ़िल्मों में शानदार अभिनय किया। आरम्भिक फ़िल्मों में नायिका की भूमिकाएँ करने के बाद जब वे चरित्र अभिनेत्री की भूमिकाओं में दर्शकों के सामने आईं, तब उनके बेमिसाल अभिनय को आज तक लोग याद करते हैं। दुर्गा खोटे ने क़रीब 200 फ़िल्मों के साथ ही सैंकड़ों नाटकों में भी अभिनय किया और फ़िल्मों को लेकर सामजिक वर्जनाओं को दूर करने में अहम भूमिका निभाई।

*गिरिजा गोयल लैलूंगा* ने *चिन्तामणि द्वारकानाथ देशमुख जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया चिन्तामणि द्वारकानाथ देशमुख (जन्म: 14 जनवरी, 1896; मृत्यु: 2 अक्टूबर, 1982) ब्रिटिश शासन के अधीन आई.सी.एस. अधिकारी और भारतीय रिज़र्व बैंक के तीसरे गवर्नर थे। ब्रिटिश राज ने उन्हें ‘सर’ की उपाधि दी थी। इसके पश्चात् उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में भारत के तीसरे वित्तमंत्री के रूप में भी सेवा की। सी.डी. देशमुख ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग’ के अध्यक्ष और दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति बनाये गए थे। उनको 1975 में राष्ट्रपति ने ‘पद्म विभूषण’ के अलंकरण से सम्मानित किया था। उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखीं।

*राखी अग्रवाल* ने *मंगूराम जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मंगूराम (जन्म- 14 जनवरी, 1886, होशियापुर ज़िला, पंजाब; मृत्यु- 22 अप्रैल, 1980) समाज सुधारक के रूप में कार्य करते थे। इनके संबंध कुछ समय तक ‘गदर पार्टी’ से भी रहे। मंगूराम ने अछूतों में शिक्षा प्रचार के लिए सबसे पहले अपने गांव में स्कूल खोला- नाम रखा ‘आद धर्म स्कूल’। बाबू मंगूराम ने ‘लैंड एलिएनेशन एक्ट’ के विरोध में आवाज उठाई और अदालत ने अनुसूचित जाति के लोगों को खेती की जमीन खरीदने की मान्यता दे दी।

*कीर्ति अग्रवाल* ने ने *अबुल फ़ज़ल जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अबुल फ़ज़ल शेख़ मुबारक़ नागौरी का द्वितीय पुत्र था। इनका जन्म 958 हिजरी (6 मुहर्रम, 14 जनवरी सन् 1551 ई.) में हुआ था। वह बहुत पढ़ा-लिखा और विद्वान् था और उसकी विद्वता का लोग आदर करते थे। इनका स्वभाव एकांतप्रिय था, इसलिए इन्हें एकांत अच्छा लगता था। अबुल फ़ज़ल रात्रि में दरवेशों के यहाँ जाते, उनमें अशर्फ़ियाँ बाँटते और अपने धर्म के लिए उनसे दुआ माँगते थे। 1602 ई. में बुन्देला राजा वीरसिंहदेव ने शहज़ादा सलीम के उकसाने से अबुल फ़ज़ल की हत्या कर डाली।

*हेमलता अग्रवाल* ने *जोहान मथियास (मैथियास) हसे जन्म जयंती* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया जोहान मथियास (मैथियास) हसे (हास, हासे) ( जोहान्स हसियस के रूप में अंग्रेजी ) (14 जनवरी 1684 – 24 सितंबर 1742) एक जर्मन गणितज्ञ , खगोलशास्त्री और मानचित्रकार थे ।

*कुसुम अग्रवाल* ने *मैथ्यू फॉनटेन मौरी जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मैथ्यू फॉनटेन मौरी (14 जनवरी, 1806 – 1 फरवरी 1873) एक अमेरिकी खगोलशास्त्री , इतिहासकार , समुद्र विज्ञानी , मौसम विज्ञानी , मानचित्रकार , लेखक, भूविज्ञानी , शिक्षक, और संयुक्त राज्य अमेरिका और फिर संघ के लिए नौसेना अधिकारी थे । वह एक धर्मनिष्ठ ईसाई थे और, भजन 8:8 को पढ़ने के बाद, “समुद्र के रास्ते” खोजने के लिए दृढ़ थे।

*पूनम गोयल* ने *लुडविग फिलिप अल्बर्ट श्वित्ज़र ओएम जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया लुडविग फिलिप अल्बर्ट श्वित्ज़र ओएम (14 जनवरी 1875 – 4 सितंबर 1965) एक अलसैटियन पोलीमैथ था । वह एक धर्मशास्त्री, जीव विज्ञानी, संगीतज्ञ, लेखक, मानवतावादी, दार्शनिक और चिकित्सक थे। एक लूथरन , श्वित्ज़र ने यीशु के धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण को चुनौती दी , जैसा कि इस समय की ऐतिहासिक-महत्वपूर्ण पद्धति के साथ-साथ पारंपरिक ईसाई दृष्टिकोण द्वारा दर्शाया गया है । पॉलीन ईसाई धर्म की व्याख्या में उनका योगदान पॉल के रहस्यवाद की भूमिका से संबंधित हैप्राथमिक के रूप में “मसीह में होना” और द्वितीयक के रूप में विश्वास द्वारा औचित्य का सिद्धांत।

*शीतल लाठ अध्यक्ष बिलासपुर इकाई* ने *राव गोपाल राव जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया राव गोपाल राव (14 जनवरी 1937 – 13 अगस्त 1994) एक भारतीय अभिनेता और निर्माता थे, जो मुख्य रूप से तेलुगु सिनेमा और तेलुगु थिएटर में अपने कामों के लिए जाने जाते थे । चालीस से अधिक वर्षों के फिल्मी करियर में, राव ने विभिन्न पात्रों में चार सौ से अधिक फीचर फिल्मों में अभिनय किया। राव को हास्य के स्पर्श के साथ मुख्य प्रतिपक्षी भूमिकाओं के भीषण चित्रण के लिए जाना जाता था।राव को 1990 में आंध्र विश्वविद्यालय द्वारा कला प्रपूर्णा के साथ प्रस्तुत किया गया था और उन्हें 1987 में “नटविराट” और “चित्तोरू नागय्या पुरस्कार” से सम्मानित किया गया था।

*सरिता गोयल* ने *जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य ( 14 जनवरी 1950 को पंडित गिरिधर का जन्म) एक भारतीय हिंदू आध्यात्मिक नेता, शिक्षक, संस्कृत विद्वान, बहुभाषाविद, कवि, लेखक, पाठ टिप्पणीकार , दार्शनिक, संगीतकार, गायक, नाटककार हैं। और कथा कलाकार चित्रकूट, भारत में स्थित है। वह चार मौजूदा जगद्गुरु रामानंदाचार्य में से एक हैं और उन्होंने 1988 से इस उपाधि को धारण किया है।

*शालू अग्रवाल* ने *ओट्टाकरथेवर पन्नीरसेल्वम जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया ओट्टाकरथेवर पन्नीरसेल्वम लोकप्रिय रूप से ओपीएस के रूप में जाना जाता है (जन्म 14 जनवरी 1951) एक भारतीय राजनेता हैं, जिन्होंने 2001 -2002, 2014-2015 और 2016-2017 से 3 बार तमिलनाडु के 6 वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और दूसरे उप मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। 21 अगस्त 2017 से 6 मई 2021 तक तमिलनाडु के । वह 11 मई 2021 से तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के उप नेता और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के मुख्य समन्वयक हैं ।

*संगीता वस्तावतियां* ने *कुमार राम नारायण कार्तिकेयन जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया कुमार राम नारायण कार्तिकेयन (जन्म 14 जनवरी 1977) एक भारतीय रेसिंग ड्राइवर हैं। वह फॉर्मूला वन में प्रतिस्पर्धा करने वाले पहले भारतीय ड्राइवर थे ।

*रेखा गर्ग* ने *एडमंड हैली पुण्य तिथि* पर बताया एडमंड हैली एक प्रसिद्ध खगोलशास्त्री थे।एडमंड (या एडमंड ) हैली 14 जनवरी 1742 को जन्मे एक अंग्रेजी खगोलशास्त्री , भूभौतिकीविद् , गणितज्ञ , मौसम विज्ञानी और भौतिक विज्ञानी थे । वह 1720 में जॉन फ्लेमस्टीड के बाद ब्रिटेन में दूसरे एस्ट्रोनॉमर रॉयल थे।

*प्रेमलता गोयल* ने *जयशंकर प्रसाद* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया जयशंकर प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार थे।

*उमा बंसल महासचिव कोरबा एवम प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष अंबिकापुर* ने आज के मुख्य समाचार और इतिहास की मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।

सभी की उपस्तिथि अभिव्यक्ति प्रस्तुति के लिए आभार व्यक्त कर संपूर्ण ब्रह्मांड की खुशहाली के लिए शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम समापन किया गया।
कार्यक्रम में भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, रेखा गर्ग, पूजा अग्रवाल, सुशीला अग्रवाल, विजया डालमिया, हेमलता अग्रवाल, सीमा गुप्ता, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, गिरिजा गोयल, पूनम गोयल, सरिता गोयल, प्रेमलता गोयल, नंदिनी चौधरी, विजया उर्मिला, ईश्वर पाठक, उमा बंसल, शीतल लाठ, उषा कलानोरिया, सुलिचन धनावत, शालू अग्रवाल, ने अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।