*अच्छे कर्म कर, भगवान के बताए मार्ग पर चल उनके कृपा के पात्र बन सकते है@ पंडित संकल्प*
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत एक साल से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 3/2/2022 गुरुवार को *गुप्त नवरात्रि की दूज,सेत्सुबुन* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
*डिंपल अग्रवाल* अध्यक्ष रायपुर इकाई ने अपने निवास स्थान पर मां दुर्गा का दरबार सजा पूजा अर्चना आराधना कर गणेश वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
*सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा* ने पितरों जी महाराज का भजन प्रस्तुत किया। भगवती अग्रवाल ने भजन प्रस्तुति दी।
*उषा कलानोरिया* अध्यक्ष बाराद्वार इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया
जापान में आज के दिन सेत्सुबुन मनाया जाता है जिसका अर्थ है ऋतु विभाजक दिवस। इसको वसंत और शीत ऋतु के बीच के दिन के रूप में हर साल मनाया जाता है।
*कुसुम अग्रवाल* ने मुख्य अतिथि का संक्षिप्त जीवन परिचय सभी के सम्मुख प्रस्तुत किया। मधु मित्तल ने पुष्प गुच्छ और श्री फल प्रदान कर स्वागत गीत से महाराज जी का स्वागत कर उन्हे उनके उद्बोधन के लिए डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।
मुख्य अतिथि *पंडित संकल्प शर्मा* बिलासपुर ने अपने वक्तत्व में बताया एक वर्ष में चार नवरात्रि आती है। पहला माघ, दूसरा चैत्र मास, तीसरा आषाढ़, चौथा अश्विन मास में।गुप्त नवरात्र का साधु संत साधक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। गृहस्थ लोग देवी की महती परम कृपा प्राप्ति के लिए पूजा अर्चना आराधना, दुर्गा सप्तशी के 700 श्लोक, सिद्ध कुंजिका स्त्रोत, दुर्गा द्वादशी की माला 32 देवी के नाम की आहुति, कवच, अर्गल, किलक का नित्य पाठ करना चाहिए।शुक्ल पक्ष की नवमी को उमात्मक 108 देवी के नाम का हव्या दान करना चाहिए।
उन्होंने हव्य और कव्य दान की सही विधि बताई। उन्होंने दुर्गा सप्तशी के पाठ की विधि बताई की नौ दिनों में प्रथम दिन प्रथम चरित्र में पहला, दूसरे दिन 2,3,4 अध्याय, तीसरे दिन 5 अध्याय, चौथे दिन 6 अध्याय, पांचवे दिन 7 वा पाठ, छत्वे दिन 8 वा अध्याय और नौवे दिन उत्तर चरित्र शेष अध्याय पढ़ पूरा पाठ करना चाहिए। फिर दुर्गा चालीसा का पाठ कर भोग, आरती, पुष्पांजलि कर, देव क्षमाप्यान स्त्रोत करना चाहिए जिससे जो भी पाठ के समय उच्चारण में गलतियां हुई उसकी क्षमा याचना हो सके।
इन्होंने बताया फोटो तैरती को तिलक लगा माल्यार्पण कर, कंडे से ज्योत ले पूजा अर्चना हवन हवन की लकड़ी गूगल हवन सामग्री से हवन करना चाहिए भोग लगा आरती कर पुष्पांजलि पूरे भाव से करना चाहिए।
उन्होंने *मानस पूजा* की भी विधि बताई। हमे हमेशा सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए।मनुष्य जब भी चाहे भक्ति और श्रद्धा से समन्वय हो पूजा करे वही श्रेष्ठ समय होता है।सांसारिक ज्ञान का विलोप हो आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति ही सर्वश्रेष्ठ है कारण यही आत्म को परमात्मा से मिलवाती है।
उन्होने आगे बताया पूजा अर्चना भाव से होनी चाहिए इन सबसे ऊपर कर्म होते है हमे कर्म अच्छे रखना चाहिए अगर सुई चुभाई है तो बड़ी सुई चुभती है।इसलिए हम अच्छे कर्म कर भगवान के बताए मार्ग पर चल उनके कृपा के पर बन सकते है।
उन्होंने कहा मंच पर उपस्थित बहने बड़ी जिज्ञासु है इसलिए उन्हें बताने में भी आनंद आ रहा है।
*प्रश्नोत्री कार्यक्रम* द्वारा उन्होंने सभी बहनों की जिज्ञासा को बड़े संयम से सरल शब्दो में पूर्ण तृप्ति तक संतुष्टि तक बताया।
*पंडित संकल्प महाराज* ने दुर्गा चालीसा का उच्च स्वर में पाठ कर क्षमापयन स्त्रोत का पाठ किया।
*पुष्पा अग्रवाल अध्यक्ष* रायपुर इकाई ने अपने निवास स्थान पर दुर्गा जी की आरती की डिंपल अग्रवाल ने आरती गाई, कुसुम अग्रवाल और हेमलाता बंसल ने पुष्पांजलि गा भोग लगा प्रसाद वितरण किया।
*डिंपल अग्रवाल* ने पंडित का धन्यवाद ज्ञापन कर स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में पंडित संकल्प पांडे, डिंपल अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, अनीता अग्रवाल, रंजना गर्ग, कमलेश बोंदिया, पूजा अग्रवाल, प्रियंका मित्तल, रजनी जिंदल, पिंकी अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, सुशीला अग्रवाल, विजया डालमिया, उषा कलानोरिया, प्रेमलता गोयल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, शिखा गुप्ता, हेमलता बंसल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, पार्बती अग्रवाल, मधु मित्तल ने अपने उपस्थित प्रस्तुति से पूरे डिजिटल मंच को भक्तिमय बना कार्यक्रम को सफल बनाया।
