*मनुष्य क्रोध को प्रेम से, पाप को सदाचार से, लोभ को दान से और झूठ को सत्य से जीत सकते हैं @अमिता जैन वाईस प्रेजिडेंट जैन समाज*
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साडे 14 माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 14 अप्रैल 2022 गुरुवार को *विश्व ज्ञान दिवस, समानता दिवस, महावीर जयंती, डा0 भीमराव अम्बेडकर जयन्त्री, भारतीय संविधान निर्माता, बहुज्ञ, और राजनीतिज्ञ, अली अकबर खान, भारतीय संगीतकार जन्म तिथि और मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया पुण्य तिथि, अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस, राजसम्मंद दिवस* के उपलक्ष में आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
प्रांतीय अध्यक्ष महिला इकाई *डॉक्टर अनीता अग्रवाल* ने अपने निवास स्थान पर भगवान का दरबार सजा रोली चावल का तिलक लगा पुष्प माल्यार्पण कर श्रीफल चढ़ा मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर गणेश वंदना पितरों जी की स्तुति और गुरु वंदना कर प्रारंभ किया ।
उन्होंने *डॉक्टर भीमराव अंबेडकर* के छाया चित्र पर नमन कर संविधान के नियमों का पालन करने की प्रतिज्ञा लेते हुए सभी सदस्यो से संविधान का आदर करने की अपील की।
मुख्य अतिथि समाज सेविका *श्रीमती अनीता जैन* बिलासपुर ने सर्वप्रथम सभी को महावीर जयंती की हार्दिक शुभ कामनाएं बधाई प्रेषित कर अपने उद्बोधन में बताया चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को *महावीर जयंती* मनाई जाती है। सनातन धर्म के अनुसार कहा जाता है कि इसी दिन महावीर जी का जन्म हुआ था।इसलिए यह पर्व साल में मार्च या अप्रैल के महीने में आता है. और इसे भगवान महावीर के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।महावीर स्वामी जैन धर्म को मानने वाले लोगों के भगवान कहे जाते हैं. 12 वर्षों का कठोर तप करके उन्होंने स्वयं की इंद्रियों पर विजय प्राप्त की और जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर बने।उन्होंने महावीर स्वामी के सम्पूर्ण जीवन और कार्यों पर सरल भाषा मेविस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया भगवान महावीर जी के अनुसार मनुष्य क्रोध को प्रेम से
पाप को सदाचार से जीत सकता है।अमिता जी ने जैन धर्म और भगवान महावीर से संबंधित बहुत से जानकारियां देते हुए बताया की भगवान महावीर जी कहते हैं कभी भी किसी को कष्ट मत दो, किसी भी परिस्थिति में हिंसा से दूर रहें, हिंसा से कभी भी कोई समस्या हल नहीं हो सकती, सुखी जीवन जीने के लिए *दो बातें याद रखें* अपनी मृत्यु का सच, दूसरा प्रभु को हरदम याद रखे।
*दो बातें भूल जाए* आपने कभी किसी का भला किया हो उसको
दूसरा किसी ने कभी आपका बुरा किया हो उसको। हमेशा सभी के प्रति क्षमा और प्रेम का भाव रखें ऐसा भगवान महावीर के वचन है।
उन्होंने आगे बताया की जो भी कार्य कोविड के समय सावधानियां हेतु अपनाए जाते थे, यह सभी हम जैन धर्म में ,शुरू से ही अपनाते आ रहे हैं, जैसे मुंह पर मास्क लगाना, पानी को उबालकर पीना, एकांत में रहना, शुद्ध शाकाहारी भोजन करना, यह सभी चीजें और सावधानियां हम जैन धर्म में हमेशा अपनी रोज की जीवन शैली में अपनाते है। उन्होंने अंत में बताया लोग को प्रेम से और झूठ को सत्य से जीत सकता है। भगवान महावीर के अनुसार मनुष्य क्रोध को प्रेम से
पाप को सदाचार से लोभ को दान से
और झूठ को सत्य से जीत सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि *नंदिनी चौधरी* सिंगापुर ने **ज्ञान दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया ज्ञान दिवस डॉक्टर भीम राव अंबेडकर के जन्म जयंती के उपलक्ष में हर साल मनाया जाता है।आम्बेडकर का जन्मदिन ‘ज्ञान दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय महाराष्ट्र सरकार के सामाजिक न्याय और विशेष सहायता विभाग द्वारा 13 अप्रैल 2017 को लिया गया था। बहुज्ञ डॉ॰ अम्बेडकर को ‘ज्ञान का प्रतीक’ (सिम्बॅल ऑफ नॉलेज) मना जाता हैं।अम्बेडकर जयन्ती को ‘समानता-दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है।
विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल* बैंगलोर ने *समानता दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अंबेडकर जयंती को समानता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। समानता दिवस नागरिक अधिकार कार्यकर्ता की स्मृति में मनाया जाने वाला एक वार्षिक उत्सव है ।
विशिष्ट अतिथि *पार्वती अग्रवाल* लाऊ मुंडा उड़ीसा ने *डॉक्टर भीम राव अंबेडकर जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारतीय पॉलीमैथ और डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के जन्म दिवस भीम जयंती, बी आर जयंती बिना डेटा के दुनिया की सबसे बड़ी जयंती है।भीमराव रामजी आम्बेडकर, डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडकर नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आन्दोलन को प्रेरित किया और अछूतों से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था।
विशिष्ट अतिथि *सबिता अग्रवाल* सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *भीमराव रामजी अम्बेडकर* (14 अप्रैल 1891 – 6 दिसंबर 1956) एक भारतीय विधिवेत्ता , अर्थशास्त्री और दलित नेता थे, जिन्होंने संविधान सभा की बहसों से भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति का नेतृत्व किया , जवाहरलाल नेहरू की पहली कैबिनेट में कानून और न्याय मंत्री के रूप में कार्य किया। और हिंदू धर्म को त्यागने के बाद दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया ।
विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल* बैंगलोर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया
उस्ताद *अली अक़बर ख़ाँ* मैहर घराने के भारतीय शास्त्रीय संगीतज्ञ और सरोद वादक थे। उनकी विश्वव्यापी संगीत प्रस्तुतियों ने भारतीय शास्त्रीय संगीत तथा सरोद वादन को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया सर *मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरय्या* (15 सितंबर 1860 — 14 अप्रैल 1962) भारत के महान अभियन्ता एवं राजनयिक थे। उन्हें सन 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान *भारत रत्न* से विभूषित किया गया था।भारत में उनका जन्मदिन *अभियन्ता दिवस* के रूप में मनाया जाता है।
विशिष्ट अतिथि *रंजना गर्ग* गुजरात ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया 10 अप्रैल 1991 को उदयपुर जिले के राजनगर और कांकरोली को मिलाकर *राजसमंद* जिले का गठन किया गया था।
राजसमंद भारतीय राज्य राजस्थान का एक जिला है। जिले का मुख्यालय राजसमंद है। यह अरावली पर्वतमाला के बीच में स्थित है। शहर और जिले का नाम मेवाड़ के राणा राज सिंह द्वारा 17 वीं सदी में निर्मित एक कृत्रिम झील, राजसमन्द झील के नाम से लिया गया है। 10 अप्रैल 1991 को उदयपुर जिले के राजनगर और कांकरोली को मिलाकर राजसमंद जिले का गठन किया गया था। कुम्भलगढ़ में बना कुंभलगढ़ दुर्ग राजसमंद जिले का प्रमुख पर्यटन केंद्र है । राजसमंद जिले के उत्तर में अजमेर , उत्तर-पूर्व में भीलवाड़ा , पूर्व में चित्तौड़गढ़ , दक्षीण में उदयपुर और पश्चिम में पाली जिले हैं ।
*उषा कलानोरिया* अध्यक्ष बाराद्वार इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया 13 अप्रैल को *अंतरराष्ट्रीय जाट दिवस* के रूप में मनाया गया।अंतरराष्ट्रीय जाट दिवस 13 फरवरी को मनाने के पीछे मुख्य वजह यह भी है कि इसी दिन जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था , और माना जाता है कि जलियांवाला बाग हत्याकांड मामले में मारे जाने वाली जनता में से करीब 60% लोग जाट जाति से आते थे।
इसी याद में जाट जाति के लोग अपने पूर्वजों को याद करते हैं।
*भगवती अग्रवाल* अध्यक्ष कोरबा इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया इसके अलावा अप्रैल महीने में मौसम परिवर्तन होता है और बसंत ऋतु से ग्रीष्म ऋतु में प्रवेश होता है। जाट समुदाय के लिए ऋतु काफी महत्व रखती है क्योंकि जाट समुदाय विशेष रूप से कृषि पर निर्भर है।
जाट जाति ज्यादातर कृषि पर निर्भर होने की वजह से जाट समुदाय द्वारा खरीफ फसल का कार्य समापन करके रबी की फसल बोए जाने का समय भी यही महीना होता है ।
*डिंपल अग्रवाल* अध्यक्ष सरिया इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में *प्रदोष* जा महत्व बता। शंकर पार्वती के पूजा की विधि बता मंत्रोचार के बाद पौराणिक कथा सुनाई।
*पुष्पा अग्रवाल* अध्यक्ष रायपुर इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत में कोलकाता और बांग्लादेश में ढाका के बीच 1965 के बाद *पहली बार यात्री रेल* सेवा की शुरुआत।
*उमा बंसल* महासचिव ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्थिति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया वह विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम समापन की विधिवत घोषणा की।
कार्यक्रम में अमिता जैन, नंदिनी चौधरी पार्वती अग्रवाल, सविता अग्रवाल, पूजा अग्रवाल,पुष्पा राटेरिया, वंदना अग्रवाल भगवती अग्रवाल डिंपल अग्रवाल आशु अग्रवाल अनुकूल रतेरिया वंदना अग्रवाल कुसुम अग्रवाल मधु मित्तल गिरजा गोयल निशा गोयल निमिषा गोयल मंजू गोयल हेमलता मित्तल सरला लोहिया किरण अग्रवाल कीर्ति अग्रवाल शारदा बसावतिया उषा कलानौर या सुलोचना धना वध मैं अपनी अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
