अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़
प्रांत द्वारा विगत दस माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 12/12/2021 रविवार को गूगल मीट पर *अंतर्राष्ट्रीय तटस्थता दिवस, स्वदेशी दिवस, मंगसीर दशमी,बाबू गेनू बलिदान दिवस* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम की संयोजिका और संचालन बार द्वार इकाई की अध्यक्षा *उषा कलानोरिया* ने करते हुए कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर विष्णु भगवान, गणेश भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया।
*पुष्पा अग्रवाल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और मनी प्लांट का पौधा भेट कर स्वागत किया।उनका संक्षिप्त जीवन परिचय दे उन्हे उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने *स्वदेशी दिवस* पर अपने उद्बोधन में बताया 12 दिसम्बर 1930 भारत के स्वदेशी आंदोलन का अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है। इसे आज भी स्वदेशी दिवस के रूप में याद किया जाता है।उन्होंने मंच के माध्यम से संपूर्ण भारत वासी से आहवान किया की स्वदेशी वस्तुओ का इस्तेमाल कर देश को सुदृण बना पुनः विश्व गुरु स्थापित करने में अपना योगदान दे।
उन्होंने आगे बताया इसी दिन बाबू गेनू ने अपना बलिदान दिया था। लोकमान्य गंगाधर तिलक, महात्मा गांधी के स्वदेशी और बहिष्कार के आंदोलन से प्रेरित होकर विदेश वस्त्रों से भरी लॉरी को रोकते हुए बाबू गेनू शहीद हो गए।अंग्रेजों की हुकुमत देश को आर्थिक रूप से लूट रही थी। अंग्रेज कपास, रेशम, पटसन व लोहा आदि कच्चे माल को भारत से विदेश ले जाते और लंदन से माल लाकर महंगे दामों पर बेचते। अंग्रेजों की इस कुटिल अर्थनीति को विफल करने के लिए लोकमान्य गंगाधर तिलक व महात्मा गांधी ने स्वदेशी अपनाने और विदेशी मॉल का बहिष्कार करने का अभियान चलाया।बाबू गेनू ने इसमें पूरी शक्ति से भाग लिया।इस प्रकार बाबू गेनू के बलिदान दिवस को पूरे देश में स्वदेशी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी* ने *बलिदान-दिवस : बाबू गेनू का बलिदान* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया देशप्रेम की भावना के वशीभूत होकर कभी-कभी सामान्य सा दिखायी देने वाला व्यक्ति भी बहुत बड़ा काम कर जाता है. ऐसा ही बाबू गेनू के साथ हुआ। स्वदेशी के लिए बलिदान देने वालों की माला में पहला नाम लिखाकर बाबू गेनू ने स्वयं को अमर कर लिया।उन्होंने बाबू जेनू के संपूर्ण जीवन पर प्रकाश डाल संक्षिप्त में सभी को सरल भाषा में उनके कार्यों के बारे में अवगत करवाया।
विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया हैदराबाद* ने *अंतर्राष्ट्रीय तटस्थता दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति मे बताया अंतर्राष्ट्रीय तटस्थता दिवस मनाए जाने का उद्देश्य निवारक कूटनीति के उपयोग को बढ़ावा देना और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में तटस्थता के मूल्य के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से है।
विशिष्ट अतिथि *सरला लोहिया* ने *विश्व तटस्थता दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया तटस्थता को देशों के बीच युद्ध में सभी भागीदारी से एक देश के संयम से उत्पन्न होने वाली कानूनी स्थिति के रूप में परिभाषित किया गया है, जो जुझारू लोगों के प्रति निष्पक्षता के दृष्टिकोण का रखरखाव, और इस अमूर्तता और निष्पक्षता के जुझारू लोगों द्वारा मान्यता – गंभीर रूप से महत्वपूर्ण है संयुक्त राष्ट्र के लिए स्वतंत्र रूप से और प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए सभी के विश्वास और सहयोग को हासिल करने और बनाए रखने के लिए, विशेष रूप से उन स्थितियों में जो राजनीतिक रूप से चार्ज किए जाते हैं।
*कार्यक्रम संयोजिका उषा कलानोरिया* ने रविवार को मनोरंजन दिवस मनाने के उद्देश से बहनों के लिए रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया।इसमें बूझो तो जाने पहेली का आयोजन किया।सभी बहनों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा ले कार्यक्रम को सफल बनाया।
*पहली पहेली* ऐसा कौन सा फल है जो मीठा होने के वावजूद बाजार में नही बिकता है उत्तर *मेहनत का फल*।दूसरी पहेली थी ऐसी कौन से चीज है जो बढ़ने के बाबजूद कम होती जाती है।उत्तर *उम्र* तीसरी पहेली ऐसी कौन सी चीज है जो कमर बांध कमरे के कोने में खड़ी रहती है।उत्तर *झाड़ू* चौथा प्रश्न ऐसी कौन सी चीज है जो पानी में गिरने से भी गीली नही होती।उत्तर *परछाई* पांचवा प्रश्न दो सुंदर लड़के है एक ही रंग के है लेकिन एक भी बिछड़ जाए तो कोई काम नही करता उत्तर *जूते* छटवा प्रश्न वो कौन सी चीज है जो चलते चलते थक जाए तो मुंडी काट दो तो फिर से चलने लगती है।उत्तर *पेंसिल* सातवां प्रश्न ऐसी कौन सी नदी है जो हमेशा दुखी रहती है।उत्तर *नक्शे की नदी कभी गीली नही होती* आठवां प्रश्न ऐसी कौन सी चीज है जिसे काट ते ही लोग उछल उछल कर हंस हंस कर गाना गाते है।उत्तर *केक* नौवां प्रश्न ऐसी कौन सी ड्रेस है जिसे हम पहन नही सकते है। उत्तर है *एड्रेस* दसवां प्रश्न मैं हू हरी मेरे बच्चे काले मुझे छोड़ कर तू मेरे बच्चे खा ले।उत्तर *ईलायची* ग्यारवा प्रश्न ऐसी कौन सी चीज है जो धूप में भी नही सूखती।उत्तर *पसीना* ।सभी बहनों ने अपनी सक्रिय सहभागिता से कार्यक्रम को मनोरंजक बनाया।
*सीमा गुप्ता* ने मंगसीर माह की दशमी का महात्म बता पौराणिक कथा सुनाई।उन्होंने भजन प्रस्तुति पेश की।
*भगवती अग्रवाल* ने रविवार का महात्म बता सूर्य भगवान के कई प्रसंग बता, भजन सुना सामूहिक कीर्तन और *ओम भास्कराय नमः* मंत्र का जाप करवाया।
*उमा बंसल महासचिव* ने आज के मुख्य समाचार पर प्रकाश सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया। सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
*सम्मेलन के सभी* सदस्य सुलोचना धनावत, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल,सरला लोहिया,सीता सिंघल,निशा गोयल, गिरिजा गोयल, रेखा गर्ग, मधु अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, उषा कलानौरिया, उमा बंसल, राजबाला गर्ग, निशा गोयल, नंदिनी चौधरी, पुष्पा अग्रवाल, सुशीला अग्रवाल ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया। अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
