अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई में छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत सोलह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के श्रृंखला में शनिवार 11 जून को द्वादशी भारत के सुप्रसिद्ध क्रान्तिकारी पण्डित राम प्रसाद ‘बिस्मिल’), ब्रिटिश गिटार वादक ग्रेम रसेल, लालू प्रसाद यादव – राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में रेल मन्त्री, प्रसिद्ध भारतीय समाज सेवक व फिलोसापर श्री उपेन्द्र वर्मा (असंभव से संभव तक) की जन्म तारीख और भारत के अग्रणी औद्योगिक समूह बी. के. के. एम. बिड़ला समूह के संस्थापक घनश्यामदास बिड़ला, मराठी भाषा के सुप्रसिद्ध इतिहासकार कवि, नाटककार और जीवनी लेखक वासुदेव वामन शास्त्री खरे की पुण्य तिथि पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

घनश्याम दास बिड़ला जैसे व्यक्तित्व के धनी बनना ही उनकी श्रद्धांजलि होगी@डॉ अनीता

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई में छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत सोलह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के श्रृंखला में शनिवार 11 जून को द्वादशी भारत के सुप्रसिद्ध क्रान्तिकारी पण्डित राम प्रसाद ‘बिस्मिल’), ब्रिटिश गिटार वादक ग्रेम रसेल, लालू प्रसाद यादव – राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में रेल मन्त्री, प्रसिद्ध भारतीय समाज सेवक व फिलोसापर श्री उपेन्द्र वर्मा (असंभव से संभव तक) की जन्म तारीख और भारत के अग्रणी औद्योगिक समूह बी. के. के. एम. बिड़ला समूह के संस्थापक घनश्यामदास बिड़ला, मराठी भाषा के सुप्रसिद्ध इतिहासकार कवि, नाटककार और जीवनी लेखक वासुदेव वामन शास्त्री खरे की पुण्य तिथि पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास

स्थान पर भगवान दरबार में पूजा अर्चना आराधना कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर किया।
अपने स्वागत उद्बोधन में सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।उन्होंने द्वादसी कामाहत्व बता भगवान कृष्ण से संपूर्ण मानवजाति के कल्याण की मंगल कामना की।

कमलेश बोंदिया ने राष्ट्रगान, प्रतिमा गुप्ता ने गणेश वंदना, सिया अग्रवाल ने पितरों जी की स्तुति, अंशु अग्रवाल ने गुरुवंडना प्रस्तुत की।मंच संचालन कमलेश बोंदिया ने करते हुए द्वादसी का पुण्य महात्म बताया।

डिंपल अग्रवाल ने एकादशी व्रत क्यों करना चाहिए एकादशी व्रत करने से क्या लाभ हैं एकादशी के दिन चावल ग्रहण क्यों नहीं करना चाहिए इन सभी बातों की विस्तृत जानकारी साझा की।

सभी बहनों ने श्याम जी के, कृष्ण जी के, तुलसा मैया के, राधा रानी के, ग्यारस भजन प्रस्तुतियां देकर पूरे मंच को भक्तिमय बना दिया, पूरा मंच भाव विभोर हो श्री हरि भगवान विष्णु को अपने भजनों के द्वारा अपना स्नेह प्रस्तुत किया।

कुसुम अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया श्री घनश्यामदास बिड़ला (जन्म-1894, पिलानी, राजस्थान, भारत, मृत्यु.- 1983, मुंबई) भारत के अग्रणी औद्योगिक समूह बी. के. के. एम. बिड़ला समूह के संस्थापक थे, जिसकी परिसंपत्तियाँ 195 अरब रुपये से अधिक है। इस समूह का मुख्य व्यवसाय कपड़ा, विस्कट फ़िलामेंट यार्न, सीमेंट, रासायनिक पदार्थ, बिजली, उर्वरक, दूरसंचार, वित्तीय सेवा और एल्युमिनियम क्षेत्र में है, जबकि अग्रणी कंपनियाँ ‘ग्रासिम इंडस्ट्रीज’ और ‘सेंचुरी टेक्सटाइल’ हैं। ये स्वाधीनता सेनानी भी थे तथा बिड़ला परिवार के एक प्रभावशाली सदस्य थे। वे गांधीजी के मित्र, सलाहकार, प्रशंसक एवं सहयोगी थे। भारत सरकार ने सन् १९५७ में उन्हें पद्म विभूषण की उपाधि से सम्मानित किया। घनश्याम दास बिड़ला का निधन जून, 1983 ई. हुआ था।

भगवती अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया लालू यादव लालू प्रसाद यादव (जन्म: 11 जून 1948) भारत के बिहार राज्य के राजनेता व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष हैं। वे 1990 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। बाद में उन्हें 2004 से 2009 तक केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में रेल मन्त्री का कार्यभार सौंपा गया। जबकि वे 15वीं लोक सभा में सारण (बिहार) से सांसद थे उन्हें बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में रांची स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत ने पांच साल कारावास की सजा सुनाई थी। इस सजा के लिए उन्हें बिरसा मुण्डा केन्द्रीय कारागार रांची में रखा गया था।केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो के विशेष न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रखा जबकि उन पर कथित चारा घोटाले में भ्रष्टाचार का गम्भीर आरोप सिद्ध हो चुका था।3 अक्टूबर 2013 को न्यायालय ने उन्हें पाँच साल की कैद और पच्चीस लाख रुपये के जुर्माने की सजा दी।[3] दो महीने तक जेल में रहने के बाद 13 दिसम्बर को लालू प्रसाद को सुप्रीम कोर्ट से बेल मिली।

पुष्पा अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया राम प्रसाद ‘बिस्मिल (11 जून 1897 – 19 दिसम्बर 1927) भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की क्रान्तिकारी धारा के एक प्रमुख सेनानी थे, जिन्हें 30 वर्ष की आयु में ब्रिटिश सरकार ने फाँसी दे दी। वे मैनपुरी षड्यन्त्र व काकोरी-काण्ड जैसी कई घटनाओं में शामिल थे तथा हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सदस्य भी थे।

मंजू गोयल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया श्री उपेन्द्र वर्मा एक प्रसिद्ध समाज सेवक थे। उन्होंने उनके जीवन पर उनकी फिलोसिफी पर प्रकाश डाला।

मीना अग्रवाल ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
भगवती अग्रवाल ने सभी अतिथियों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

निमिषा गोयल ने विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में नंदिनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, पार्बती अग्रवाल, यशोदा गुप्ता, अंशु अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, मीना अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, रजनी जिंदल, रेखा गर्ग, निशा गोयल, निमिषा गोयल, उषा कलानोरिया, हेमलता मित्तल, मधु मित्तल, तारा बेरीवाल ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।