सुंदरकांड, हनुमान चालीसा,राम स्तुति से गूंजा मंच
विश्व आदिवासी दिवस और अगस्त क्रांति पर परिचर्चा

सुंदरकांड, हनुमान चालीसा,राम स्तुति से गूंजा मंच
विश्व आदिवासी दिवस और अगस्त क्रांति पर परिचर्चा

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत सत्रह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 9/8/2022 मंगलवार को चतुर्मास,श्रावण मास, मंगलवार, द्वादशी,विश्व आदिवासी दिवस), अगस्त क्रांति पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल अध्यक्ष ने अपने निज निवास पर भगवान के छाया चित्र पर पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित किया।अपने आतिथ्य उद्बोधन में उन्होंने सभी अतिथियों और सदस्यों का स्वागत किया।
मधु मित्तल ने राष्ट्रगान, पुष्पा अग्रवाल ने गणेश वंदना, उषा कलानोरिया ने पितरों जी की स्तुति, तारा बेरीवाल ने गुरु वंदना प्रस्तुति दी।
लीला देई ने मंत्र पढ़ संपूर्ण विश्व की मंगल कामना की।

पुष्पा अग्रवाल अध्यक्ष रायपुर इकाई और प्रांतीय उपाध्यक्ष, कार्यक्रम संयोजिका संचालिका ने मंगलवार को वर्चुअल सुंदरकांड, हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया। सभी सदस्यो ने बारी बारी से सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ किया।पुष्पा अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर आरती की, कुसुम ने भोग गया, सभी ने पुष्पांजलि अर्पित कर संपूर्ण विश्व में राम राज्य की परिकल्पना को साकार करने का आहवान कर प्रतिज्ञा ली।

विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया
अगस्त क्रांति यानी 9 अगस्त। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में अगस्त क्रांति के नाम से मशहूर भारत छोड़ो आंदोलन का करीब तीन-चार साल का दौर अत्यंत महत्त्वपूर्ण होने के साथ पेचीदा भी था। यह आंदोलन देशव्यापी था जिसमें बड़े पैमाने पर भारत की जनता ने हिस्सेदारी की और अभूतपूर्व साहस और सहनशीलता का परिचय दिया।

विशिष्ट अतिथि कमलेश बोंदिया सिमगेड़ा झारखंड ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया अंग्रेजी का नेटिव शब्द मूल निवासियों के लिये प्रयुक्त होता है। अंग्रेजी के ट्राइबल शब्द का अर्थ ‘मूलनिवासी’ नहीं होता है। ट्राइबल का अर्थ होता है ‘जनजातीय’। 9 अगस्त को ‘विश्व जनजातीय दिवस’ मनाया जाता है। ‘विश्व जनजातीय दिवस’ अर्थात विश्व की सभी जनजातीयों का दिवस

विशिष्ट अतिथि पार्बती अग्रवाल लाऊ मुंडा उड़ीसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *जनजाती को आदिवासी भी कहते हैं। आदिवासी अर्थात जो प्रारंभ से यहां रहता आया है। आदिवासी को वनवासी से जोड़कर भी देखते हैं लेकिन इसका एक अर्थ यह भी निकलता है कि वन में रहने वाला वनवासी। 400 पीढ़ियों पूर्व वन में तो सभी भारतीय रहते थे लेकिन विकास के कारण पहले ग्राम बने फिर कस्बे और अंत में नगर। यहीं वनावासी लोग ग्राम, कस्बे और नगर में बसते गए।

विशिष्ट अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में मंगलवार का महात्म बता पौराणिक कथा का रसपान करवाया।

कुसुम अग्रवाल प्रांतीय सह कोषाध्यक्ष ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत छोड़ो आन्दोलन द्वितीय विश्वयुद्ध के समय 8 अगस्त 1942 को आरम्भ किया गया था।यह एक आन्दोलन था जिसका लक्ष्य भारत से ब्रिटिश साम्राज्य को समाप्त करना था। यह आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुम्बई अधिवेशन में शुरू किया गया था। यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विश्वविख्यात काकोरी काण्ड के ठीक सत्रह साल बाद ९ अगस्त सन १९४२ को गांधीजी के आह्वान पर समूचे देश में एक साथ आरम्भ हुआ। यह भारत को तुरन्त आजाद करने के लिये अंग्रेजी शासन के विरुद्ध एक सविनय अवज्ञा आन्दोलन था।

भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया श्रावण मास और चतुर्मास का महात्म।

उषा कलानोरिया अध्यक्ष बारदवार इकाई ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रदर्शन कर उनके उद्बोधन को ज्ञानवर्धक बताया।

उपमा अग्रवाल प्रांतीय संयोजक बेटी मेरी शान ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में मीना गोयल, मनीषा मित्तल, पूजा अग्रवाल, कमलेश बोंदिया, रंजना गर्ग, नंदिनी चौधरी, रजनी जिंदल, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सरला लोहिया, पार्बती अग्रवाल, सपना सराफ, उषा कलानोरिया, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, मधु मित्तल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी गोयल, रजनी, किरण अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, उपमा अग्रवाल, हेमलता बंसल, हेमलता मित्तल, शीतल लाठ, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, सुलोचना धनावत ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।