अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े अठारह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 26 /8/2022 शुक्रवार को *चौमासा, भादो अमावस्या, विश्व जल सप्ताह, इंटरनेशनल डॉग डे, महिला समता दिवस, मदर टेरेसा, खड़िलकर कृष्णजी प्रभाकर, चौधरी बंसीलाल, मेनका गांधी, इंद्र कुमार, जीतू राय की जन्म तारीख और अवतार किशन हंगल, नारायण सुब्बाराव हार्दिक, अतुल प्रसाद सेन, राधेश्याम कथावाचक, कमेंद्रू शिशिर की निधन तारीख पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

भादो अमावस्या पर मां रानी सतीमंगल पाठ और भजन कीर्तन कर संपूर्ण विश्व की मंगलकामनाएं की गई

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े अठारह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 26 /8/2022 शुक्रवार को *चौमासा, भादो अमावस्या, विश्व जल सप्ताह, इंटरनेशनल डॉग डे, महिला समता दिवस, मदर टेरेसा, खड़िलकर कृष्णजी प्रभाकर, चौधरी बंसीलाल, मेनका गांधी, इंद्र कुमार, जीतू राय की जन्म तारीख और अवतार किशन हंगल, नारायण सुब्बाराव हार्दिक, अतुल प्रसाद सेन, राधेश्याम कथावाचक, कमेंद्रू शिशिर की निधन तारीख पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल अध्यक्ष ने अपने निज निवास पर भगवान दरबार में रोली अक्षत का तिलक लगा, पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर भाग लगा मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान गाकर किया। अपने आतिथ्य उद्बोधन में उन्होंने सभी अतिथियों और उपस्थित सदस्यो का स्वागत कर अतिथियों को उनकी उपस्तिथि बहुमूल्य समय प्रदान कर अभिव्यक्ति द्वारा एक पारिवारिक परिवेश स्थापित करने के लिए साधुवाद दिया। सभी को भादो अमावस्या पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई प्रेषित की।

गणेश वंदना में पंचरत्न श्लोक पूजा अग्रवाल, पितर वंदना निमिषा गोयल, गुरु वंदना सबिता अग्रवाल ने प्रस्तुति दी, लीला देई ने मंत्र पढ़ कर संपूर्ण विश्व की मंगल कामना की।

उषा कलानोरिया अध्यक्ष बारादवार इकाई ने कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए मां रानी सती का मंगल पाठ, भजन कीर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया। उन्होंने बारी बारी से सभी को आमंत्रित किया।

मधु मित्तल रायपुर द्वारा मां रानी सती का दरबार अपने निज निवास पर सजाया गया।उन्होंने ज्योत भजन मां का आहवान भजन गा कर मां रानी सती को आमंत्रित किया।आशीर्वचन और मंगलाचार के पाठ के बाद प्रथम स्कंद कुसुम अग्रवाल प्रांतीय सहकोषाध्यक्ष ने पढ़ा, दूसरा स्कंद कीर्ति अग्रवाल कोरबा ने पढ़ा, भजन भाए प्रगट भवानी रानी सती जी का जन्म भजन मधु मित्तल ने गाया। रानी सती दादी जी के शाला जाने का भजन चली चली री नारायणी पाठशाला मधु ने गया। तीसरा स्कंद तारा बेरीवाल, वर ढूंढने का भजन ओह भाई नारायणी का बार ढूंढने घर से निकला देखो गुरसमल जी मधु , चुड़ी भजन पार्वती अग्रवाल,अलख जगाई भजन लीला देई, मेहंदी भजन आओ मेरी दुल्हन को मेहंदी लगा दो मधु ने, डोली चढ़ के नारायणी चली ससुराल भगवती ने, चुंदड़ी भजन पार्बती अग्रवाल ने, सिंदूर भजन मधु ने, कजरा गजरा भजन तारा ने, मां देख तेरा श्रृंगार करे दिल नाचन का मैं तो हुई देख कर दंग सजाया किसने तारा बेरीवाल ने, चांदी भजन , चिता पे सजी नारायणी भजन भगवती ने गया। चतुर्थ स्कंद मधु मित्तल ने, पंचम स्कंद लक्ष्मी अग्रवाल, ज्योत्सना लाठ ने पूरा पाठ श्रद्धा भक्ति से किया।

आरती स्तुति मधु मित्तल द्वारा कर पुष्पांजलि अर्पित की व भोग गान व पान बीड़ा जा भजन भगवती अग्रवाल ने गाकर भगवान को छप्पन भोग लगाया।सभी को आरती दिखाई गई और प्रसाद वितरण किया गया क्षमा याचना भजन मैं तो पसर पसर खावा धोक भजन भगवती ने गया। सभी ने अखंड स्वस्थ सौभाग्यवती रहने की मंगल कामनाएं की।

कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति बताया विश्व जल सप्ताह 2022 का आयोजन 23 अगस्त से 1 सितंबर तक किया गया है। विश्व जल सप्ताह वैश्विक जल मुद्दों और अंतर्राष्ट्रीय विकास से संबंधित चिंताओं को दूर करने के लिए 1991 से स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय जल संस्थान द्वारा आयोजित एक वार्षिक कार्यक्रम है।

मुख्य अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने इंटरनेशनल डॉग डे पर अपनी अभिव्यक्ति में हम सभी इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि कुत्ते इंसान के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं. उनके प्यार में कोई स्वार्थ नहीं होता है और इसलिए उनके स्नेह का सम्मान करना चाहिए. इसको सेलिब्रेट करने के लिए हर साल 26 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय डॉग डे मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों को कुत्तों को अपनाने के लिए 26प्रोत्साहित करना है. लोगों को जागरुक करना है कि डॉग्स भी प्यार और अपनेपन के हकदार है।बेस्ट जानवर होता है जिसके साथ बहुत से लोग फैमिली जैसा व्यवहार करते हैं.मगर कुछ लोग उनके प्रति क्रूर हो जाते हैं. उन्हें जागरुक करने के लिए इंटरनेशनल डॉग्स डे मनाते हैं।

विशिष्ट अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया महिला समानता दिवस प्रत्येक वर्ष 26 अगस्त’ को मनाया जाता है। न्यूजीलैंड विश्व का पहला देश है, जिसने 1893 में महिला समानता की शुरुआत की। भारत में आज़ादी के बाद से ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार प्राप्त तो था, लेकिन पंचायतों तथा नगर निकायों में चुनाव लड़ने का क़ानूनी अधिकार 73वे संविधान संशोधन के माध्यम से स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के प्रयास से मिला। इसी का परिणाम है कि आज भारत की पंचायतों में महिलाओं की 50 प्रतिशत से अधिक भागीदारी है।

विशिष्ट अतिथि पार्वती अग्रवाल लाऊ मुंडा उड़ीसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया किसी भी समाज का हर क्षेत्र में विकास तभी संभव है, जब महिलाओं को समान मानवता का अधिकार मिले. जिस प्रकार परिवार के सही तरीके से परवरिश का काम महिलाएं बखूबी करती हैं, उसी तरह एक समाज और देश के निर्माण और सही दिशा में विकास के लिए महिलाओं का आगे आना बहुत ज़रूरी होता है. लेकिन आज भी कई ऐसे देश हैं, जहां महिलाओं को बराबरी का अधिकार नहीं मिला है. वे अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रही हैं, इसलिए हर साल 26 अगस्त को ‘महिला समानता दिवस’ दुनियाभर में सेलिब्रेट किया जाता है. हर साल इस डे को एक खास थीम के तहत सेलिब्रेट किया जाता है. इस वर्ष ‘महिला समानता दिवस’ की थीम ‘सेलिब्रेटिंग वूमेंस राइट टू वोट’ है।

पुष्पा अग्रवाल प्रांतीय उपाध्यक्ष एवम अध्यक्ष रायपुर इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया मदर टेरेसा (जन्म- 26 अगस्त, 1910, यूगोस्लाविया; मृत्यु- 5 सितंबर, 1997) रोमन कैथोलिक नन थीं, जिन्होंने सन 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ले ली थी। उन्होंने 1950 में कोलकाता में ‘मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी’ की स्थापना की। 45 सालों तक गरीब, बीमार, अनाथ और मरते हुए लोगों की मदद की और साथ ही ‘मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी’ के प्रसार का भी मार्ग प्रशस्त किया। मदर टेरेसा ने जिस आत्मीयता से भारत के दीन-दुखियों की सेवा की, उसके लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। मदर टेरेसा का वास्तविक नाम एग्नेस गोनक्शा बोजाक्शिहउ था, जिन्हें रोमन कैथोलिक चर्च द्वारा ‘कलकत्ता की संत टेरेसा’ का नाम दिया गया था।

सरला लोहिया अध्यक्ष राजनांदगांव ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *खाडिलकर, कृष्णजी प्रभाकर (जन्म- 25 नवम्बर, 1872, सांगली; मृत्यु- 26 अगस्त, 1948) नाट्याचार्य थे। इनका जन्म सांगली में हुआ था। विद्यार्थी अवस्था में ही इनकी नाट्यप्रतिभा चमक उठी। ये बहुमुखी प्रतिभाशाली विद्यार्थी थे जो परीक्षा में, खेल में और वक्तृत्व की स्पर्धा में सदा चमकते थे। हाई स्कूल तथा कॉलेज में पढ़ते हुए इन्होंने संस्कृत तथा अंग्रेजी नाटकों का गहन अध्ययन किया।
वकील होने पर स्वदेश सेवा करने की उदात्त भावना से ये लोकमान्य तिलक के सहकारी बने। इनके स्वभाव में लालित्य और गांभीर्य का अलौकिक मेल था।

किरण अग्रवाल रायगढ़ ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया चौधरी बंसीलाल (जन्म- 26 अगस्त, 1927, हरियाणा; मृत्यु- 28 मार्च, 2006) भारयीय स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कई लोगों द्वारा ‘आधुनिक हरियाणा के निर्माता’ माने जाते हैं। बंसीलाल का जन्म हरियाणा के भिवानी ज़िले में एक तत्कालीन लोहारू रियासत में एक सम्पन्न परिवार में हुआ था। बंसीलाल को 1975 में आपातकाल के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके पुत्र संजय गांधी का करीबी विश्वासपात्र माना जाता था। उन्होंने दिसंबर 1975 से मार्च 1977 तक रक्षामंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं एवं 1975 में केंद्र सरकार में बिना विभाग के मंत्री के रूप में उनका एक संक्षिप्त कार्यकाल रहा। उन्होंने रेलवे और परिवहन विभागों का भी संचालन किया।

सोनाल सिंघानिया शहडोल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया मेनका गाँधी (जन्म: 26 अगस्त, 1956) भारत की प्रसिद्ध राजनेत्री, पर्यावरणवादी कार्यकर्ता एवं पशु-अधिकारवादी हैं। मेनका गाँधी वर्तमान महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। भारत में पशु अधिकारों के प्रश्न को मुख्यधारा में लाने का श्रेय मेनका गांधी को ही जाता है। सन 1992 में इन्होंने पीपल फार अनिमल्स नामक एक गैर-सरकारी संगठन आरम्भ किया जो पूरे भारत में (पशु) आश्रय चलाता है। मेनका गांधी नेहरू गांधी परिवार की सदस्य है। मेनका गाँधी, भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के छोटे पुत्र संजय गांधी की पत्नी हैं। इन्होंने अनेकों पुस्तकों की रचना की है तथा उनके लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रायः आते रहते हैं। वे वर्तमान में भारत की महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। मेनका गाँधी नौवीं, ग्यारहवीं, बारहवीं, तेरहवीं, पंद्रहवीं और सोलहवीं लोकसभा की सदस्य चुनी गयीं।

कीर्ति अग्रवाल कोरबा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया इंद्र कुमार अथवा ‘इंदर कुमार‘ ( जन्म- 26 अगस्त, 1972, जयपुर; मृत्यु- 28 जुलाई, 2017, मुम्बई) भारतीय हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध सहायक अभिनेताओं में से एक थे। उन्होंने 20 से भी अधिक बॉलीवुड फ़िल्मों में काम किया था। इंद्र कुमार ने 1996 में फ़िल्म ‘मासूम’ से अपने फ़िल्मी कॅरियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अभिनेता सलमान ख़ान के साथ ‘तुमको ना भूल पाएंगे’ और ‘कहीं प्यार न हो जाये’ जैसी सफल फ़िल्मों में काम किया था।

राजकुमारी गुप्ता रायपुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया जीतू राय ( जन्म- 26 अगस्त, 1987) भारतीय निशानेबाज हैं, जो नेपाल से हैं किन्तु वे भारत की ओर से खेलते हैं। रियो ओलंपिक में इन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व कर 10 मी. एयर पिस्टल और 50 मी. पिस्टल स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन दिया। जीतू राय भारतीय सेना के एक सैनिक हैं। भारत और नेपाल के ये पहले ऐसे योद्धा हैं, जिन्होंने एक ही विश्व कप में 2 पदक जीते थे। भारत सरकार ने साल 2016 में जीतू राय को राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार प्रदान किया था। जीतू राय ने ग्लासगो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल 2014 में 196.1 का स्कोर लेकर स्वर्ण पदक जीता था।

प्रतिमा गुप्ता भाटापारा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया अवतार किशन हंगल (जन्म: 1 फ़रवरी, 1917, सियालकोट; मृत्यु: 26 अगस्त 2012 मुम्बई) हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता एवं दूरदर्शन कलाकार थे। वर्ष 1967 से हिन्दी फ़िल्म उद्योग का हिस्सा रहे हंगल ने लगभग 225 फ़िल्मों में काम किया। उन्हें फ़िल्म ‘परिचय’ और ‘शोले’ में अपनी यादगार भूमिकाओं के लिए जाना जाता है।

हेमलता अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया नारायण सुब्बाराव हार्डिकर ( जन्म- 7 मई, 1889, धारवाड़ ज़िला, कर्नाटक मृत्यु- 26 अगस्त, 1975) भारत के स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के प्रसिद्ध राजनेता थे, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में प्रसिद्ध ‘हिन्दुस्तान सेवादल’ की स्थापना की थी। ‘बंगाल विभाजन’ के विरोध में नारायण सुब्बाराव ने ‘आर्य बाल सभा’ का गठन किया था। आज़ादी के बाद वर्ष 1952 में उन्हें राज्य सभा का सदस्य चुना गया था। देश के प्रति निष्ठा और सेवा भावना को देखते हुए भारत सरकार ने नारायण सुब्बाराव को ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित किया था।

सपना सराफ संयोजिका बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया अतुल प्रसाद सेन (जन्म- 28 अक्टूबर, 1871, पूर्वी बंगाल; मृत्यु- 26 अगस्त, 1934, लखनऊ) प्रसिद्ध विधिवेत्ता, शिक्षा प्रेमी, रचनाकार तथा बांग्ला भाषा के प्रसिद्ध कवि और संगीतकार थे। उनकी गणना देश के उच्च कोटि के अधिवक्ताओं में की जाती थी। वे ‘अवध वीकली नोट्स’ और बांग्ला मासिक ‘उत्तरा’ के संपादक रहे थे। उनके रचित राष्ट्रप्रेम और भक्ति परक गीतों को बांग्ला संगीत के क्षेत्र में बड़े सम्मान का स्थान प्राप्त है।

ज्योत्सना लाठ ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया राधेश्याम कथावाचक ( जन्म- 25 नवम्बर, 1890, बरेली, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 26 अगस्त, 1963) ने रामायण की कथा को खड़ी बोली पद्य के द्वारा कई खंडों में लिपिबद्ध किया है। यह रचना हिंदी क्षेत्रों, विशेषत: उत्तर-प्रदेश के गांवों में पिछले अनेक दशकों में अत्यंत लोकप्रिय रही है। ‘राधेश्याम रामायण’ में वर्णित नैतिक मूल्यों को जनसाधारण तक पहुँचाने में आपका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आपने अपनी आत्मकथा भी लिखी है।

कुसुम अग्रवाल सह कोषाध्यक्ष ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया कर्मेंदु शिशिर (जन्म:26 अगस्त, 1953 -) हिंदी के वामपंथी कथाकार, आलोचक और शोधार्थी हैं।

*तारा बेरीवाल अध्यक्ष रायगढ़ इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया 1914- बंगाल के क्रांतिकारियों ने कलकत्ता में ब्रिटिस बेडे पर हमला कर 50 माउजर और 46 हजार राउंड गोलियां लूटी।

डिंपल अग्रवाल अध्यक्ष सरिया इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में 26 अगस्त को घटित मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।

भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई प्रांतीय मीडिया प्रभारी ने अपनी अभिव्यक्ति में चौमासे का महात्म बताया।

शीतल लाठ प्रांतीय योग प्रभारी बिलासपुर इकाई की अध्यक्ष ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

उपमा अग्रवाल प्रांतीय संयोजक बेटी मेरी शान ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रदर्शन कर उनके उद्बोधन को ज्ञानवर्धक बताया।

सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में नंदिनी चौधरी, अंशु केडिया, सोनल सिंघानिया, आशा बेरीवाल, एहसान जिंदल, ज्योत्सना लाठ, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, रेखा गर्ग, पारबती अग्रवाल, उषा कलानोरिया, तारा बेरीवाल, सुनील मित्तल, शिव कलानोरिया, शीतल लाठ, लीला देई सोनल सिंघानिया, भगवती अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, राजकुमारी गुप्ता, पूजा अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, आशा बेरीवाल, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, किरण अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, निमिषा गोयल, परबती अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, प्रतीक अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, सरिता चिरपाल, अंजू केडिया, प्रतीक बेरीवाल, पुष्पा अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, ज्योत्सना, उषा कलामोरिया, राजकुमारी गुप्ता,प्रतिमा गुप्ता, पुष्पा अग्रवाल, सोनल सिंघानिया, शिवांश अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।