गीता के दसवें अध्याय के पाठ द्वारा दृढ़ निश्चय दृढ़ इच्छाशक्ति से कर्म करने पर व्याख्यान
मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ भजन से बाल बुद्धि विद्या प्राप्ति की प्रार्थना
राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस, विश्व दर्शन दिवस, राष्ट्रीय नवजात सप्ताह, झारखंड स्थापना दिवस, जन प्रसारण दिवस, बिरसा मुंडा जयंती, विनोबा भावे स्मृति दिवस पर संगोष्ठी
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत ईक्काईस माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 15 नवंबर 2022 मंगलवार को दोपहर तीन बजे से गूगल मीट पर अगहन मंगसीर मास, गीता पाठ, राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस, विश्व दर्शन दिवस, राष्ट्रीय नवजात सप्ताह, झारखंड स्थापना दिवस, जन प्रसारण दिवस, बिरसा मुंडा जयंती, विनोबा भावे, जय शंकर प्रसाद, सईद जेफ्री, स्मृति दिवस पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर भगवान दरबार में फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा मोली चढ़ा पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर श्री फल प्रसाद चढ़ा मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान से किया।उन्होंने सभी का स्वागत कर सभी को अगहन मास की बधाई प्रेषित की। उन्होंने विश्व दर्शन दिवस पर विश्व दर्शन दिवस नवंबर के तीसरे गुरुवार को उन दार्शनिकों के सम्मान में मनाया जाता है जिन्होंने सम्पूर्ण विश्व को स्वतंत्र विचारों के लिए स्थान उपलब्ध कराया। इस दिवस का उद्देश्य दार्शनिक विरासत को साझा करने के लिए विश्व के सभी लोगों को प्रोत्साहित करना और नए विचारों के लिये खुलापन लाने के साथ-साथ बुद्धिजीवियों एवं सभ्य समाज को सामाजिक चुनौतियों से लड़ने के लिए विचार विर्मश को प्रेरित करना है।
पुष्पा अग्रवाल प्रांतीय उपाध्यक्ष ने सभी अतिथियों का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत कर पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनकी उपस्तिथि के लिए स्वागत कर वंदन किया। सभी को उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने सभी उपस्थित सदस्यो की फोटो ले सुंदर कोलाज बनाया।
मोनिका अग्रवाल कोरबा ने लिंक बना सभी को जोड़ कार्यक्रम का भजन गा शुरुआत की।
सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी कार्यक्रम संयोजिका ने गीता का महात्म बताया।
गणेश वंदना पूजा अग्रवाल, श्वेता अग्रवाल पितरों जी की स्तुति, गुरु वंदना तारा बेरीवाल जी, हनुमान चालीसा पाठ, भजन कमलेश बोंदिया, निमिषा गोयल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, हेमलता मित्तल, लता, पुष्प भुसानिया, प्रीति, कमलेश, ललिता, शीतल, डिंपल, मधु मित्तल, प्रेमलता उपस्थित सभी सदस्यो ने किया।
गीता का सार सुलोचना धनावत , गीता के दसवें अध्याय का पाठ संस्कृत श्लोक अनीता, कुसुम अग्रवाल, ललिता डोकानी, कीर्ती, श्वेता, शीतल, नंदिनी, पार्बती, उपमा, सबिता, पुष्पा, मोनिका, डिंपल,पार्बती, सबिता ने गीता पाठ अर्थ महात्म पढ़ निष्काम कर्म को प्रदान बताया।
कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपने उद्बोधन में बताया
झारखंड स्थापना दिवस है आज ही की तारीख को झारखंड का गठन 15 नवंबर, 2000 को हुआ था। बिहार पुनर्गठन अधिनियम ने बिहार को भारत के 28वें राज्य के रूप में स्थापित किया।
मुख्य वक्ता कमलेश बोंदिया सिमगेड़ा झारखंड ने अपने उद्बोधन में अगहन माह का महात्म बताया उन्होंने इस दौरान सुनी जाने वाली पौराणिक कहानियां सुनाई।
मुख्य अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती मनाई जाती है ।धार्मिक और आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर, 1875 को झारखंड के खूंटी जिले के उलिहातु में हुआ था। यह क्षेत्र ब्रिटिश भारत के बिहार का हिस्सा था। बिरसा मुंडा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे।
विशिष्ट अतिथि पार्वती अग्रवाल लाऊ मुंडा ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया बिरसा मुण्डा का जन्म 15 नवम्बर 1875 के दशक में छोटा किसान के गरीब परिवार में हुआ था। मुण्डा एक जनजातीय समूह था जो छोटा नागपुर पठार (झारखण्ड) निवासी थे। बिरसा जी को 1900 में आदिवासी लोंगो को संगठित देखकर ब्रिटिश सरकार ने आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया तथा उन्हें 2 साल का दण्ड दिया।
विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपने उद्बोधन में आचार्य विनोबा भावे (11 सितम्बर 1895 – 15 नवम्बर 1982) भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता तथा प्रसिद्ध गांधीवादी नेता थे। उनका मूल नाम विनायक नारहरी भावे था। उन्हे भारत का राष्ट्रीय आध्यापक और महात्मा गांधी का आध्यातमिक उत्तराधीकारी समझा जाता है।
विशिष्ट अतिथि रंजना गर्ग गुजरात ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया जन प्रसारण दिवस 1947 में महात्मा गाँधी पहली बार आल इंडिया रेडियो के स्टूडियो में आये थे ।
भगवती अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 नवंबर को भारत की आज़ादी के 75 साल पूरे होने के जश्न के हिस्से के रूप में बहादुर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने हेतु 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मंज़ूरी दी है।
शीतल लाठ ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया जनजातीय गौरव दिवस
सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और राष्ट्रीय गौरव, वीरता तथा आतिथ्य के भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने में आदिवासियों के प्रयासों को मान्यता देने हेतु प्रतिवर्ष ‘जनजातीय गौरव दिवस’ का आयोजन किया जाएगा।
डिंपल अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया केन्द्र सरकार ने राष्ट्र के इतिहास और संस्कृति में जनजातीय समुदायों के योगदान की स्मृति में 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। जनजातीय कार्य मंत्रालय ने 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर राष्ट्रव्यापी समारोहों की योजना बनाई है। केन्द्र सरकार ने राष्ट्र के इतिहास और संस्कृति में जनजातीय समुदायों के योगदान की स्मृति में 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। इससे आने वाली पीढि़यों को सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय गौरव के संरक्षण की प्रेरणा मिलेगी। 15 नवम्बर बिरसा मुंडा की जयन्ती भी है, जो देशभर के जनजातीय समुदायों में भगवान के रूप में प्रसिद्ध हैं। बिरसा मुंडा जाने माने स्वाधीनता सेनानी, समाज सुधारक और प्रसिद्ध जनजातीय नेता थे।
कुसुम अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया जयशंकर प्रसाद (30 जनवरी 1889 – 15 नवंबर 1937) हिन्दी कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे। वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। उन्होंने हिन्दी काव्य में एक तरह से छायावाद की स्थापना की जिसके द्वारा खड़ीबोली के काव्य में न केवल कमनीय माधुर्य की रससिद्ध धारा प्रवाहित हुई, बल्कि जीवन के सूक्ष्म एवं व्यापक आयामों के चित्रण की शक्ति भी संचित हुई और कामायनी तक पहुँचकर वह काव्य प्रेरक शक्तिकाव्य के रूप में भी प्रतिष्ठित हो गया। बाद के, प्रगतिशील एवं नयी कविता दोनों धाराओं के, प्रमुख आलोचकों ने उसकी इस शक्तिमत्ता को स्वीकृति दी। इसका एक अतिरिक्त प्रभाव यह भी हुआ कि ‘खड़ीबोली’ हिन्दी काव्य की निर्विवाद सिद्ध भाषा बन गयी।
अंशु जिंदल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया सईद जाफ़री (८ जनवरी १९२९ – १५ नवम्बर २०१५) भारत में जन्मे ब्रितानी अभिनेता थे। उन्होंने विभिन्न ब्रितानी और हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया। उनका जन्म मलेरकोटला, पंजाब में एक पंजाबी मुस्लिम परिवार में हुआ। उन्होंने द मैन हू वूड बी किंग (१९७५), शतरंज के खिलाड़ी (१९७७), गाँधी (१९८२), ए पैसेज टू इंडिया (१९६५ बीबीसी संस्करण एवं १९८४ फ़िल्म), द फार पैविलियंस (१९८४) और माय ब्यूटीफुल लौन्ड्रेट (१९८५) सहित विभिन्न फ़िल्मों में अभिनय किया। उन्होंने १९८० और १९९० के दशक में विभिन्न बॉलीवुड फ़िल्मों में भी काम किया।
श्वेता अग्रवाल ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
निमिषा गोयल ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
तारा बेरीवाल ने संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
कार्यक्रम में शामिल नंदनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, रंजना गर्ग, पार्बती अग्रवाल, कमलेश बोंदिया, लता गुप्ता, लता मोदी, ललिता डोकानी, अंशु अग्रवाल, आशा बेरीवाल, मीना अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, पुष्पा भुसानुआ, प्रीति, लता, हेमलता मित्तल, प्रेमलता अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सुलोचना धनावत, पुष्पा अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, उषा कलानोरिया, डिंपल अग्रवाल, मंजू गोयल, ललिता अग्रवाल, निमिषा गोयल, निशा गोयल, मधु अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, प्रेमलता गर्ग, रेखा गर्ग, रजनी जिंदल, श्वेता अग्रवाल, रेखा गर्ग, मधु मित्तल, शीतल लाठ, सरला लोहिया ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
