अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 16/10/2021 शनिवार को *भरत मिलाप, पापांकुशा एकादशी, विश्व खाद्य दिवस, विश्व सुरक्षा गार्ड एन एस जी का स्थापना दिवस* पर आयोजित गूगल मीट पर ऑनलाइन कार्यक्रम।

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़

प्रांत द्वारा नित्य आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 16/10/2021 शनिवार को *भरत मिलाप, पापांकुशा एकादशी, विश्व खाद्य दिवस, विश्व सुरक्षा गार्ड एन एस जी का स्थापना दिवस* पर आयोजित गूगल मीट पर ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम की अध्यक्षा *डॉ अनीता अग्रवाल* ने मां अन्नपूर्णा देवी की फोटो पर माल्यार्पण दीप प्रज्ज्वलित कर पूजा अर्चना आरती कर गणेश वंदना पितरों की स्तुति से वर्चुअल कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने अतिथियों और सभी सदस्य का डिजिटल मंच पर डिजिटल पुष्प गुच्छ से स्वागत किया।
सर्वप्रथम उन्होंने *पत्थलगांव में हुए हादसे और रायपुर ट्रेन* में हुए हादसे पर खेद प्रकट कर ऐसे हादसा की पुनरावृति न हो के लिए सुझाव मांगे।
अपनी अभिव्यक्ति में उन्होंने लोगो को संवेदनाएं जागृत कर एकात्मकता का भाव रख संगठित होने का आहवान किया। हमे हमारे परम गौरव इतिहास का वास्ता दे सभी को स्वयं सशक्त हो विवेक से कार्य करने की सलाह दी।

कार्यक्रम की *मुख्य मुख्य वक्ता रंजना गर्ग* सिंगापुर ने विश्व खाद्य दिवस पर अपने उद्बोधन में बताया इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व भर में फैली भुखमरी की समस्या के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाना और भूख, कुपोषण और गरीबी के खिलाफ संघर्ष को मजबूती देना था। 1980 से 16इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था दुनिया में भुखमरी खत्म करना। अक्टूबर को ‘विश्व खाद्य दिवस’ का आयोजन शुरू किया गया।वैश्विक खाद्य असुरक्षा तथा कोविद 19 के नकारात्मक प्रभाव के कारण पहले से ही पीड़ित देशों की कठोर वास्तविकता पर प्रकाश डाला।

*गिरिजा गोयल* गांधीग्राम गुजरात से ने विश्व सुरक्षा गार्ड एन एस जी का स्थापना दिवस पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का स्थापना दिवस 16 अक्टूबर को मनाया जाता है यह 36 वां स्थापना दिवस था। भारत के सुरक्षा तंत्र में NSG की अहम भूमिका है। इसे अत्यंत साहस और व्यावसायिकता के साथ जोड़ा गया है।एनएसजी आतंकवाद विरोधी गतिविधियों से निपटने के लिए एक संघीय प्रासंगिकत शक्ति है। एनएसजी एक ऐसी ताकत है जो विशिष्ट स्थिति से निपटने के लिए सुसज्जित और प्रशिक्षित है और इसलिए इसका उपयोग असाधारण परिस्थितियों में आतंकवाद के गंभीर कृत्यों को विफल करने के लिए किया जाता है। इसे 1984 में स्थापित किया गया था, एनएसजी लोकप्रिय रूप से ब्लैक कैट के रूप में जाना जाता है। यह एक आतंकवादी हमले, अपहरण, और बंधक बंदी जैसी स्थितियों को संभालने के लिए प्रशिक्षित और सुसज्जित, देश में एक कुलीन स्ट्राइक फोर्स है।जिसका मुख्य कार्य आतंकी गतिविधियों से देश के आंतरिक सुरक्षा को बनाए रखना होता है।

*मधु अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में *भारत मिलाप दिवस* पर राम और भारत की पौराणिक कथा सुनाई । भरत मिलाप हिन्दुओं का प्रमुख उत्सव है। यह उत्सव विजयादशमी के अगले दिन अर्थात् आश्विन शुक्ल एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापस आकर अपने छोटे भाई भरत से गले मिलते है।इस दृश्य में भाईयों के बीच प्रेम की पराकाष्ठा को दर्शाया गया है। राम ने कहा कि मैने पिताजी को वचन दिया है कि मैं 14 वर्ष का वनवास पूरा करके ही अयोध्या लौटूंगा। तब भरत राम की ‘चरण पादुकाएं’ सिर पर रखकर अयोध्या ले आए और उन्हें सिंहासन पर रखकर सेवक के रूप में राजकाज संभालने लगे।इस प्रसंग से उन्होंने कहा हमे भी ऐसे अटूट स्नेह को अपने दैनिक जीवन में अनुसरण करना चाहिए।

कार्यक्रम की *वरिष्ट सदस्य सुलोचना धनावत* ने पापांकुशा एकादशी के महात्म पूजा की विधि विधान को समझाया। उन्होंने बताया भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था: हे कुंतीनंदन! आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी का नाम पापांकुशा एकादशी है। इसका व्रत करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं तथा व्रत करने वाला अक्षय पुण्य का भागी होता है।

*सीमा गुप्ता* ने छत्तीसगढ़ी भाषा में भजन सुनाया।

*रेखा गर्ग* ने एकादशी का भजन सुनाया।श्री कृष्ण से प्रार्थना की सभी को विवेक प्रदान करे जिससे कुकर्म, अत्याचार समाप्त हो जाए।

*उषा कलानौरिया* ने एकादशी की कहानी सुनाई। क्रोध त्याग पूरी श्रद्धा से विष्णु भगवान की आराधना करे तो सारे पापो से छुटकारा पा मोक्ष प्राप्त होता है।

*प्रेम लता गोयल* उपाध्यक्ष ने आज का इतिहास बताया।

*उमा बंसल महासचिव* ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर बीदा किया। सभी का आभार व्यक्त कर संपूर्ण विश्व के अमन शांति सुख की कमनासे शांति पाठ द्वारा विधिवत कार्यक्रम का समापन किया।

कार्यक्रम में गिरिजा गोयल, भगवती अग्रवाल,सीमा गुप्ता, मधु अग्रवाल, मंजू गोयल, गीता गोयल, कुसुम अग्रवाल,उषा कलानौरिया, रंजना गर्ग, रेखा गर्ग, डिंपल अग्रवाल व सभी सदस्यो ने अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाया।