अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 23/12/2021 गुरुवार को गूगल मीट पर *राष्ट्रीय किसान दिवस, चौधरी चरण सिंह जन्म जयंती, सामाजिक कार्यकर्ता रास बिहारी होश जन्म जयंती, पत्रकार संपादक रामवृक्ष बेनीपुरी जन्म जयंती, स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती निर्वाण दिवस, अर्जुनलाल सेठी निर्वाण दिवस, पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़

प्रांत द्वारा विगत ग्यारह माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 23/12/2021 गुरुवार को गूगल मीट पर *राष्ट्रीय किसान दिवस, चौधरी चरण सिंह जन्म जयंती, सामाजिक कार्यकर्ता रास बिहारी होश जन्म जयंती, पत्रकार संपादक रामवृक्ष बेनीपुरी जन्म जयंती, स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती निर्वाण दिवस, अर्जुनलाल सेठी निर्वाण दिवस, डॉ रत्नाप्पा कुम्भार निर्वाण दिवस, अभिनेत्री गायिका नूरजहां पुण्य तिथि, ऑस्कर पीटरसन पुण्यतिथि, पी वी नरसिंह राव पुण्य तिथि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का संचालन अंबिकापुर इकाई की अध्यक्षा *प्रेमलता गोयल* ने करते हुए कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर लक्ष्मी मां, गणेश भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया।

सरिया इकाई की अध्यक्षा *डिंपल अग्रवाल* ने गुरुवार का महत्व बता बृहस्पति भगवान की कथा सुना गणेश वंदना भजन प्रस्तुत किया।

बाराद्वार इकाई की अध्यक्षा *उषा कलानौरिया* ने पितरों की कृपा के बारे में बता पितरों जी महाराज का भजन कर उनका आशीर्वाद की कामना की।

कोरबा इकाई की अध्यक्षा *भगवती अग्रवाल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और तुलसी मां का पौधा भेट कर स्वागत किया।

रायपुर इकाई की अध्यक्षा *पुष्पा अग्रवाल और वरिष्ट उपाध्यक्ष सुलोचना धनावत* ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का संक्षिप्त जीवन परिचय दे उन्हे उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।

कार्यक्रम की अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने *किसान दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया किसान दिवस या राष्ट्रीय किसान दिवस भारत में 23 दिसंबर को मनाया जाता है। भारत के 5वें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के रूप में किसान दिवस मनाया जाता है। आज राष्ट्रीय किसान दिवस पर इन बधाई संदेशों के साथ अपने दोस्तों, परिचितों व किसानों भाइयों को शुभकामनाएं दे सकते हैं।कृषि प्रधान देश भारत में हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है।राष्ट्रीय किसान दिवस पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के मसीहा माने जाने वाले नेता चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर मनाया जाता है। किसानों के सर्वमान्य नेता चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हुआ था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में और केंद्र में वित्तमंत्री के रूप में उन्होंने गांवों और किसानों को प्राथमिकता देते हुए बजट बनाया था. चौधरी चरण सिंह ने अपने कार्यकाल में कृषि क्षेत्र के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और किसानों के हित के लिए कई किसान-हितैषी नीतियों का मसौदा तैयार किया था. वे भले ही बहुत कम समय के लिए प्रधानमंत्री थे, लेकिन उन्होंने भारतीय किसानों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत की है. उनका मानना था कि देश के अन्नदाता किसानों से कृतज्ञता से पेश आना चाहिए और उन्हें उनके श्रम का प्रतिफल अवश्य मिलना चाहिए। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी किसानों को देश का सरताज मानते थे।

*मुख्य अतिथि रोमी जेठमलानी* ने *चौधरी चरण सिंह जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया चौधरी चरण सिंह भारत के किसान राजनेता एवं पाँचवें प्रधानमंत्री थे। उन्होंने यह पद 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक संभाला। चौधरी चरण सिंह ने अपना संपूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जिया।वो किसानों के नेता माने जाते रहे हैं। उनके द्वारा तैयार किया गया जमींदारी उन्मूलन विधेयक राज्य के कल्याणकारी सिद्धांत पर आधारित था। एक जुलाई 1952 को यूपी में उनके बदौलत जमींदारी प्रथा का उन्मूलन हुआ और गरीबों को अधिकार मिला।

विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया हैदराबाद* ने *भारतीय राजनीतिज्ञ जाने माने अधिवक्ता सामाजिक कार्यकर्ता रास बिहारी घोष जन्म जयंती* पर अपने उद्बोधन में बताया रास बिहारी घोष भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता थे। वह गोपाल कृष्ण गोखले के राजनीतिक विचारों से बहुत प्रभावित थे। उनके लिए भारत में ब्रिटिश शासन एक आशीर्वाद था और उन्हें ब्रिटेन पर काफ़ी भरोसा था। सन १९०६ में कलकत्ता में कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन में रास बिहारी घोष स्वागत समिति के अध्यक्ष बने थे। इसके अगले ही वर्ष उन्होंने सूरत अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।

विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया सिमगेडा झारखंड* ने *भारत के प्रसिद्ध उपन्यासकार, कहानीकार, निबंधकार, नाटककार,क्रांतिकार, पत्रकार और संपादक रामवृक्ष बेनीपुरी जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया रामवृक्ष बेनीपुरी भारत के एक महान विचारक,चिन्तक, मनन करने वाले क्रान्तिकारी साहित्यकार, पत्रकार, संपादक थे। वे हिन्दी साहित्य के शुक्लोत्तर युग के प्रसिद्ध साहित्यकार थे। आपने गद्य-लेखक, शैलीकार, पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी, समाज-सेवी और हिंदी प्रेमी के रूप में अपनी प्रतिभा की अमिट छाप छोड़ी है। राष्ट्र-निर्माण, समाज-संगठन और मानवता के जयगान को लक्षय मानकर बेनीपुरी जी ने ललित निबंध, रेखाचित्र, संस्मरण, रिपोर्ताज, नाटक, उपन्यास, कहानी, बाल साहित्य आदि विविध गद्य-विधाओं में जो महान रचनाएँ प्रस्तुत की हैं, वे आज की युवा पीढ़ी के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं।

विशिष्ट अतिथि *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती निर्वाण दिवस* पर अपने उद्बोधन में बताया स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती भारत के शिक्षाविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आर्यसमाज के संन्यासी थे जिन्होंने स्वामी दयानन्द सरस्वती की शिक्षाओं का प्रसार किया। वे भारत के उन महान राष्ट्रभक्त सन्यासियों में अग्रणी थे, जिन्होंने अपना जीवन स्वाधीनता, स्वराज्य, शिक्षा तथा वैदिक धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित कर दिया था। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय आदि शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की और हिन्दू समाज व भारत को संगठित करने तथा 1920 के दशक में शुद्धि आन्दोलन चलाने में महती भूमिका अदा की। डॉ भीमराव आम्बेडकर ने सन १९२२ में कहा था कि श्रद्धानन्द अछूतों के “महानतम और सबसे सच्चे हितैषी” हैं।

विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन कोलकाता* ने गणितज्ञ **अर्जुन लाल सेठी निर्वाण दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अर्जुन लाल सेठी भारत के स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। दिल्ली में चाँदनी चौक से जब गवर्नर-जनरल लॉर्ड हार्डिंग का जुलूस गुजर रहा था, तब इस पर बम फेंका गया। बम फेंकने की यह योजना अर्जुन लाल सेठी द्वारा बनाई गई थी। अतः सेठी को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ कोई सबूत ना मिलने से उन्हें सजा तो नहीं दी जा सकी, फिर भी बिना मुकदमा चलाए सेठी को जेल में बंद रखा गया। सन 1920 में जब राजनीतिक कैदियों को क्षमा किया गया तो अर्जुन लाल सेठी को भी छोड़ दिया गया। जेल से आने के बाद इनका कार्य स्थल अजमेर हो गया।अर्जुन लाल सेठी अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर मुसलमान बच्चों को अरबी और फ़ारसी पढ़ाते थे, यहीं पर उनका निधन हुआ। दरगाह के लोगों ने उन्हें मुस्लिम समझकर दफना दिया।

विशिष्ट अतिथि *रंजना गर्ग गुजरात* ने *डॉ रत्नाप्पा भरमप्पा कुंभार निर्वाण दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया स्वतंत्रता सेनानी डॉ रत्नाप्पा एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, जो भारत की संविधान सभा के सदस्य तथा उसके सचिव चुने गए थे। उन्हें देशभक्त रत्नप्पा कुंभार भी कहा जाता है। वह भीमराव आम्बेडकर के साथ भारत के संविधान के अंतिम मसौदे पर हस्ताक्षर करने वाले व्यक्तियों में से एक थे।

विशिष्ट अतिथि *विकास घई* ने *प्रसिद्ध अभिनेत्री और गायिका नूरजहां की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया उर्दू और हिन्दी फिल्म की सुप्रसिद्ध गायिका और अभिनेत्री थीं जिन्होंने अपनी दिलकश आवाज़ और अभिनय से लगभग चार दशक तक श्रोताओं के दिल पर अपनी अमिट छाप छोड़ी।नूरजहां को मल्लिका-ए-तरन्नुम (क्वीन ऑफ मेलोडी) सम्मान से नवाजा गया।
वे 1966 में पाकिस्तान सरकार द्वारा ‘तमगा ए इम्तियाज’ सम्मान से नवाजी गईं।नूरजहां ने 12 मूक फिल्मों में भी काम किया।

विशिष्ट अतिथि *मनोज सरवाणी* ने *ऑस्कर इमैनुएल पीटरसन की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया ऑस्कर पीटरसन एक कनाडाई जैज़ पियानोवादक, कलाप्रवीण व्यक्ति और संगीतकार थे। उन्हें ड्यूक एलिंगटन द्वारा “कीबोर्ड का महाराजा ” कहा जाता था , उनके दोस्तों द्वारा बस “ओपी”, और अनौपचारिक रूप से जैज़ समुदाय में “इनसाइड स्विंग के राजा” के रूप में उन्होंने २०० से अधिक रिकॉर्डिंग जारी की, सात ग्रैमी पुरस्कार जीते , साथ ही रिकॉर्डिंग अकादमी से एक आजीवन उपलब्धि पुरस्कार जीता , और कई अन्य पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए। उन्हें इतिहास के महान जैज़ पियानोवादकों में से एक माना जाता है और 60 से अधिक वर्षों के करियर में दुनिया भर में हजारों संगीत कार्यक्रम खेले।

विशिष्ट अतिथि *नित्यानंद अग्रवाल* ने *पामुलापति वेंकट नरसिंह राव की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया स्वर्गीय माननीय नरसिंह राव भारत के 10 वें प्रधानमंत्री के रूप में जाने जाते हैं। ‘लाइसेंस राज’ की समाप्ति और भारतीय अर्थनीति में खुलेपन उनके प्रधानमंत्रित्व काल में ही आरम्भ हुआ। ये आन्ध्रा प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे।पीवी नरसिंह राव ने देश की कमान काफी मुश्किल समय में संभाली थी। उस समय भारत का विदेशी मुद्रा भंडार चिंताजनक स्तर तक कम हो गया था और देश का सोना तक गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने रिजर्व बैंक के अनुभवी गवर्नर डॉ. मनमोहन सिंह को वित्तमंत्री बनाकर देश को आर्थिक भंवर से बाहर निकाला।

*उमा बंसल महासचिव कोरबा* ने आज के मुख्य समाचार और इतिहास की मुख्य घटना पर प्रकाश डाला।

*बिलासपुर इकाई की अध्यक्षा शीतल लाठ* ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया

*हेमलता बंसल कोषाध्यक्ष* ने सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

प्रेमलता गोयल, उमा बंसल, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, गिरिजा गोयल, रेखा गर्ग, कुसुम अग्रवाल, नंदिनी चौधरी, सुशीला अग्रवाल, विजया डालमिया, पुष्पा अग्रवाल, सुलोचना धनावत, निशा गोयल, मंजू गोयल, उषा कलानोरिया, रोमा जेठमलानी, नित्यानंद अग्रवाल हेमलता बंसल, ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया। अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।