विश्व पक्षी दिवस पर हमे सुख सुविधा तो ठीक है परंतु भोग विलास्ता के साधनों का उपयोग कम करना होगा जिसके कारण पक्षियों की कई प्रजातियां लुप्त हो रही है डॉ प्रो पारमिता दुबे*

*विश्व पक्षी दिवस पर हमे सुख सुविधा तो ठीक है परंतु

भोग विलास्ता के साधनों का उपयोग कम करना होगा जिसके कारण पक्षियों की कई प्रजातियां लुप्त हो रही है डॉ प्रो पारमिता दुबे*

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत ग्यारह माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 5/1/2022 बुद्धवार को गूगल मीट पर *विश्व पक्षी दिवस,गुरु गोविंद सिंह, परमहंस योगानंद, महाकवि रमेश चंद्र, अभिनेता मुकरी, अभिनेता उदय चोपड़ा, उपन्यासकार एम के इंदिरा, वित्त मंत्री सुनील कुमार मोदी,मंसूर अली खान पटौदी,कल्याण सिंह, दीपिका पादुकोण, ममता बनर्जी, स्वतंत्रता सेनानी बद्रीनाथ घोष, मनीष सिसोदिया, मुरली मनोहर जोशी की जन्म तिथि और पार्श्व गायक के पी उदय भानू,अभिनेता उदय किरण, इस्सा की पुण्य तिथि डॉ सिंधु ताई सपकाल के निधन* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम की संचालन कर्ता *उमा बंसल* ने कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर गणेश भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया। उन्होंने जीवन में सतसंग का महत्व बताया।

रायपुर इकाई की अध्यक्षा *पुष्पा अग्रवाल* ने बुद्धवार का महत्व बता गणेश भगवान जी की पौराणिक कथा सुना गणेश वंदना भजन प्रस्तुत किया।

बाराद्वार इकाई की अध्यक्षा *उषा कलानौरिया* ने पितरों की कृपा के बारे में बता पितरों जी महाराज का भजन कर उनका आशीर्वाद की कामना की।
भाटापारा की प्रतिमा गुप्ता, कोलकाता की सुशीला अग्रवाल, सिंगापुर की नंदिनी चौधरी ने भजन प्रस्तुत कर ईश्वरीय असीम कृपा की प्रार्थना की।

कोरबा इकाई की अध्यक्षा *भगवती अग्रवाल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और तुलसी मां का पौधा भेट कर स्वागत किया।

*कुसुम अग्रवाल* ने मुख्य अतिथि , मुख्यवक्ता और विशिष्ट अतिथि का संक्षिप्त जीवन परिचय दे उन्हे उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।

मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता *डॉ प्रो श्रीमती पारमिता डूबे प्रोफेसर जीव विज्ञान छत्तीसगढ़ महाविद्यालय रायपुर* ने *विश्व पंक्षी दिवस* पर अपने वक्तत्व में बताया वैश्विक स्तर पर पंछियों के विलुप्त होने की चिंता दिखाई दे रही है। पंछियों के संरक्षण-संवर्धन हेतु 5 जनवरी को विश्व पंछी दिवस मनाया जाता है। उन्होंने बताया पक्षी हमारे इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण अंग है जो श्रृष्टि की इस सुंदर संरचना की खाद्य श्रृंखला में अपनी अहम सहभागिता निभाते है। पक्षी हमारे परिस्थिति तंत्र के लिए बहुत जरूरी हैं, क्योंकि वह कीड़े मकोड़े को खाते हैं और पेड़ पौधों को भी जंगलों में फैलाने का काम करते हैं। इन्ही से पराग और पराग से फल, फूल, शहद आदि खाद्य श्रृंखला के निर्माण संभव हो पाते है।
गिद्ध के लिए उन्होंने बताया गिद्ध, शिकारी पक्षियों की श्रेणी में आने वाले पक्षी हैं, जो वास्तविकता में शिकार नहीं करते, अपितु मृत पशुओं के अवशेषों को खाकर अपना भोजन प्राप्त करते हैं इसलिए इन्हे अपमार्जक, स्कैवेंजर या मुर्दाखोर कहा जाता है वास्तव में ये प्रकृति के माहिर सफाईकर्मी हैं।
उन्होंने आगे बताया *पितृ पक्ष* में एक व्यक्ति कौआ को लेकर खड़ा होता है हमसे रुपए लेकर फिर पितरों के नाम का भोजन खिलाने देता है।ये बड़ी विडंबना है।
हमे सुख सुविधा तो ठीक है परंतु भोग विलास्ता के साधनों का उपयोग कम करना होगा जिसके कारण पक्षियों की कई प्रजातियां लुप्त हो रही है।उन्होंने आहवान किया की सभी जागे अभी भी देर नहीं हुई है हमारे सदा जीवन से जिस रुप में हमारे पूर्वज ने हमें पृथ्वी सौंपी थी उसी रूप में पृथ्वी को अपने आने वाली पीढ़ी को सौंप कर जाए ऐसा दृढ़ संकल्प सभी को लेना होगा वरना हमारे आने वाली पीढ़ी अनेक प्रजातियों को सिर्फ किताब में ही देख पढ़ पाएगी।

विशिष्ट अतिथि *संगीता शर्मा व्याख्याता शासकीय विद्यालय परदादा तिफरा बिलासपुर* ने विश्व पक्षी दिवस पर अपने उद्बोधन में बताया आज से कई साल पहले हम पक्षियों की चहचहाट से ही उठते थे परंतु कटते जंगल और भोग विलासिता से लिप्त जीवन उपभोग के साधनों से पक्षियों की कई प्रजातियां लुप्त हो रही है।हमे इस पर गहन चिंतन करना होगा।

विशिष्ट अतिथि *लीना शर्मा व्याख्याता शासकीय विद्यालय परसदा बिलासपुर* ने *विश्व पक्षी दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया थ्री जी फोर जी से पक्षियों पर दुष्प्रभाव को बता स्वरचित कविता सुनाई।

कार्यक्रम की अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने *डॉ सिंधु ताई सपकाल* के निधन पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता और *अनाथ बच्चों की मा* के तौर पर पहचानी जाने वाली सिंधुताई सपकाल का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। पिछले साल पद्मश्री से सम्मानित होने वाली सपकाल 75 वर्ष की थीं।उन्होंने उनके कार्यों को मानवता की पराकाष्ठा बताते हुए मंच से दो मिनट का मौन रख अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दे उन्होंने ऐसी ईश्वर तुल्य देवी के कार्यों का अनुसरण करने के लिए कहा। इनके निधन को मानवता की गहन क्षति बताया।

विशिष्ट अतिथि *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *गुरुगोविंद सिंह* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया सिख संप्रदाय की स्थापना का उद्देश्य मुख्य रूप से हिन्दुओं की रक्षा करना था। इस संप्रदाय ने भारत को कई अहम मौकों पर मुगलों और अंग्रेजों से बचाया है।सिखों के दस गुरु माने गए हैं जिनमें से आखिरी गुरु थे गुरु गोबिंद सिंह।खालसा पंथ के संस्थापक दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को एक महान स्वतंत्रता सेनानी और कवि माना जाता है. गुरु गोबिंद सिंह जी को त्याग और वीरता की मूर्ति भी माना जाता है।

विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया हैदराबाद* ने *परमहंस योगानन्द जो सबसे पहले अमेरिकन धरा पर प्रचार प्रसार किया की जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया योगानन्द प्रथम भारतीय गुरु थे जिन्होने अपने जीवन के कार्य को पश्चिम में किया। योगानन्द ने 1920 में अमेरिका के लिए प्रस्थान किया। संपूर्ण अमेरिका में उन्होंने अनेक यात्रायें की। उन्होंने अपना जीवन व्याख्यान देने, लेखन तथा निरन्तर विश्व व्यापी कार्य को दिशा देने में लगाया। उनकी उत्कृष्ट *आध्यात्मिक कृति योगी कथामृत* की लाखों प्रतिया बिकीं और सर्वदा बिकने वाली आध्यात्मिक आत्मकथा रही है। 7 मार्च 1952 को स्वामी जी का निधन हुआ।

विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन* ने *महाकवि की धरा पर अवतरित महानुभाव रमेश चंद्र जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया महाकवि कालिदास ने हिमालय को देवभूमि कहा है। उत्तराखंड भी हिमालय की सुरम्य शृंखलाओं में बसा एक शान्त और सुंदर प्रदेश है। गंगोत्री, यमनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ नामक चारों प्रसिद्ध धाम यहीं हैं, जिनके दर्शन कर लाखों यात्री प्रतिवर्ष अपना जीवन धन्य करते हैं।

विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल बैंगलोर* ने *मुकरी, भारतीय अभिनेता जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया वे एक हास्य अभिनेेता थे जिन्होंने अपनी हर फिल्म में अपने कार्य से दर्शकों का मन बहलाया है।

*निशा गोयल पत्थलगांव* ने *अभिनेता उदय चोपड़ा जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया उदय चोपड़ा (जन्म: 5 जनवरी, 1973) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता, निर्माता, पटकथा लेखक और सहायक निर्देशक हैं। ये यश चोपड़ा के बेटे और आदित्य चोपड़ा के भाई हैं। इन्होंने अपने पिता और भाई के कुछ फिल्मों में सहायक निर्देशक के रूप में भी काम किया था। ये वाईआरएफ़ एंटरटैनमेंट के सीईओ और यश राज फिल्म्स में अपनी माँ, पामेला चोपड़ा और अपने भाई के साथ मैनेजर हैं।

*प्रीति अग्रवाल* ने *एम के इंदिरा जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मालूरु कृष्णराव इंदिरा (5 जनवरी 1917 – 15 मार्च 1994) कन्नड़ भाषा में एक प्रसिद्ध भारतीय उपन्यासकार थे। उन्होंने फानियाम्मा जैसे उपन्यास लिखे हैं, जिन्होंने विभिन्न प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं। उन्होंने पैंतालीस साल की उम्र में उपन्यास लिखना शुरू कर दिया था। उनके कुछ उपन्यास फिल्मों में बनाए गए हैं।

*राखी गोयल* ने *सुशील कुमार मोदी जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया सुशील कुमार मोदी (जन्म 5 जनवरी 1952) भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ और बिहार के तीसरे उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे बिहार के वित्त मंत्री भी रह चुके हैं। वे वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की ओर से राज्यसभा सांसद हैं।

*कुसुम अग्रवाल* ने *मंसूर अली खान पाटोदी जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मंसूर अली ख़ान पटौदी(5 जनवरी 1941 – 22 सितंबर 2011) एक भारतीय क्रिकेटर और पटौदी के नौवे नवाब थे। उनका विवाह 27 दिसम्बर 1969 को भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री शर्मिला टैगोर से हुआ। उनकी तीन संतानें हैं, सैफ़ अली ख़ान, सोहा अली ख़ान और सबा अली ख़ान हैं।

*पूजा अग्रवाल* ने *कल्याण सिंह जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया कल्याण सिंह (5 जनवरी 1932 – 21 अगस्त 2021) भारतीय राजनीतिज्ञ थे वो राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे। इससे पहले वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे। वो दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। विवादित बाबरी मस्जिद विध्वंस होने के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी थे उत्तर प्रदेश के लोग कल्याण सिंह जी को प्यार से बाबूजी पुकारते थे और उन्हें 26 अगस्त 2014 को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया।उन्हें प्रखर राष्ट्रवादी राजनेता के रूप में जाना जाता था।

*सरिता अग्रवाल* ने *ममता बनर्जी जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया ममता बन्द्योपाध्याय (जनवरी 5, 1955) भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमन्त्री एवं राजनैतिक दल तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख हैं। लोग उन्हें दीदी (बड़ी बहन) के नाम से सम्बोधित करते हैं।

*पूनम सरिता गोयल* ने *बद्रीनाथ घोष जन्म तिथि* पर अपने उद्बोधन में बताया बारींद्रनाथ घोष भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकार तथा “युगांतर” के संस्थापकों में से एक थे। वारीन्द्रनाथ घोष (बांग्ला : बारीन्द्रकुमार घोष ; 5 जनवरी 1880 – 18 अप्रैल 1959) भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकार तथा “युगांतर” के संस्थापकों में से एक थे। वह ‘बारिन घोष’ नाम से भी लोकप्रिय हैं। बंगाल में क्रांतिकारी विचारधारा को फेलाने का श्री बारीन्द्र और भूपेन्द्र नाथ दत्त (स्वामी विवेकानंद जी के छोटे भाई) को ही जाता है। महान अध्यात्मवादी श्री अरविन्द घोष उनके बड़े भाई थे।

*पुष्पा अग्रवाल* ने *कृष्णमाचारी भारतन जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया (जन्म ५ जनवरी १९६३) भारत के प्रथम श्रेणी क्रिकेट खिलाड़ी हैं।

*सिया अग्रवाल* ने *दीपिका पडुकोण के जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया दीपिका एक भारतीय अभिनेत्री हैं, जिनका जन्म 5 जनवरी 1986 को हुआ।उन्होंने उनके फिल्मों पर प्रकाश डाल उनके कार्यों की प्रशंसा की।

*मंजू गोयल* ने *मनीष सिसोदिया जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मनीष सिसोदिया (जन्म : ५ जनवरी १९७२) दिल्ली की पटपड़गंज सीट से विधायक तथा राज्य सरकार में मंत्री है।

वरिष्ट सदस्या *सुलोचना धनावत* ने *मुरली मनोहर जोशी जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया जोशी जी का जन्म ५ जनवरी सन् १९३४ को दिल्ली में हुआ था।डॉ॰ मुरली मनोहर जोशी, भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के शासनकाल में वे भारत के मानव संसाधन विकास मंत्री थे।

*गिरिजा गोयल* ने *के॰पी॰ उदयभानु पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारतीय पार्श्वगायक गायक थे।उदयभानु का जन्म आज के दिन में थारुर में एन.एस. वर्मा और अम्मू नेठ्यारम्मा के घर हुआ था वे संगीत के विद्वान के। पी। अप्पुकुट्टा मेनन के भतीजे तथा स्वतंत्रता सेनानी के पी।उदयभानु ने अपने करियर की शुरुआत एक उद्घोषक के रूप में की थी ऑल इंडिया रेडियो 1956 में, जहाँ उन्होंने 38 वर्षों तक काम किया। 1964-65 में, उन्होंने संगीत शिक्षक के रूप में काम किया लॉरेंस स्कूल, लवडेल लेकिन 1965 में इसे छोड़ दिया और उसी वर्ष में ऑल इंडिया रेडियो से जुड़ गए।

*उपमा अग्रवाल* ने *उदय किरण पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया उदय किरण एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता थे जो मुख्य रूप तेलुगू सिनेमा में काम करते थे।

*प्रतिमा गुप्ता* ने *इस्सा का निधन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया *कोबायाशि इस्सा* (१७६३-१८२७) का जन्म जापान के पर्वतीय शिनानो प्रान्त के छोटे से गाँव काशिवाबारा में १५ जून १७६३ ई० को हुआ। काशिवाबारा उस समय एदो के राज-मार्ग पर एक महत्त्वपूर्ण सांस्कृतिक केन्द्र था। इस्सा का पूरा नाम कोबायाशि इस्सा है। इस्सा हाइकु के प्रमुख चार कवियों- (बाशो, बुसोन,इस्सा, शिकि) में से एक हैं। इस्सा का पूरा जीवन परेशानियों में बीता। उनका जन्म गरीब किसान परिवार में हुआ। जब वह तीन वर्ष के थे तभी उनकी माँ की मृत्यु हो गयी। जब इस्सा आठ वर्ष की हुए तभी उनके पिता ने दूसरा विवाह कर लिया उनकी सौतेली माँ का बर्ताव उनके प्रति अच्छा नहीं रहा। पूरे जीवन भर वे परेशानियों से जूझते रहे, इसका असर उनकी कविताओं पर भी दिखाई देता है। उनके हाइकु जीवन में होने वाली दैनिक घटनाओं की छोटी-बड़ी समस्याओं को लेकर लिखे गये हैं। इस्सा का निधन ५ जनवरी १८२७ ई० को इसी गाँव में हुआ।

*उमा बंसल महासचिव कोरबा* ने आज के मुख्य समाचार और इतिहास की मुख्य घटना पर प्रकाश डाला।
2014 – जीएसएलवी डी5 द्वारा वाहित संचार उपग्रह जीसैट-14 का प्रक्षेपण भारतीय क्रायोजेनिक इंजन की पहली सफल उड़ान बनी।
प्रथम प्रशासनिक सुधार आयोग ५ जनवरी १९६६ को नियुक्त किया गया था।
1971 – सबसे पहला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया। 2014 – जीएसएलवी डी5 द्वारा वाहित संचार उपग्रह जीसैट-14 का प्रक्षेपण भारतीय क्रायोजेनिक इंजन की पहली सफल उड़ान बनी। उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर 5 जनवरी 2009 को गठबंधन सरकार बनाई।

*बिलासपुर इकाई की अध्यक्षा शीतल लाठ* ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया

*हेमलता बंसल कोषाध्यक्ष* ने सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

डॉ पाल्मीता डूबे, संगीता शर्मा, लीना चंद्र, उपमा अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, गिरिजा गोयल, प्रेमलता गोयल, प्रतिमा गुप्ता,राजकुमारी गुप्ता, उषा कलानौरिया, सिया अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, उमा बंसल, सुलोचना धनावत, पुष्पा अग्रवाल, नंदिनी चौधरी, मंजू गोयल, पूजा अग्रवाल, रेखा गर्ग, राखी गोयल, सरिता अग्रवाल,पूनम गोयल, सुशीला अग्रवाल, विजया डालमिया, हेमलता बंसल ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया। अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।