श्रावण चतुर्दशी को शिवमहापुराण के पाठ, महामृतुंजय मंत्र द्वारा संपूर्ण विश्व कल्याण की मंगल कामनाएं की गई
खुदीराम बोस, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि

श्रावण चतुर्दशी को शिवमहापुराण के पाठ, महामृतुंजय मंत्र द्वारा संपूर्ण विश्व कल्याण की मंगल कामनाएं की गई
खुदीराम बोस, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत सत्रह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 11/8/2022 गुरुवार को चतुर्मास, श्रावण की चतुर्दशी, आर्ची विलेस, पश्चिम भारतीय क्रिकेटर, डी. सुब्बाराव भारतीय रिज़र्व बैंक के बाइसवें गवर्नर, यशपाल शर्मा, भारतीय क्रिकेटर, एम. वी. नरसिम्हा राव, भारतीय क्रिकेटर, अंजू जैन, भारतीय क्रिकेटर, निर्देशक जॉन अब्राहम – लघु कथा लेखक, मलयाली भारतीय फ़िल्म निर्माता-निर्देशक और पटकथा लेखक, लालमणि मिश्र – भारतीय संगीतकार की जन्म तारीख और पी. जयराज, अभिनेता नंददुलारे वाजपेयी – हिन्दी के प्रसिद्ध पत्रकार, समीक्षक, साहित्यकार, आलोचक तथा सम्पादक, खुदीराम बोस, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी की पुण्य तिथि पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल अध्यक्ष ने अपने निज निवास पर भगवान शंकर पार्वती के छाया चित्र पर पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित किया।
मधु मित्तल ने राष्ट्रगान, पार्बती अग्रवाल ने गणेश वंदना, कमलेश बोंदिया ने पितरों जी की स्तुति, तारा बेरीवाल ने गुरु वंदना प्रस्तुति दी।
लीला देई ने त्रयोदशी मंत्र पढ़ संपूर्ण विश्व की मंगल कामना की।

उषा कलानोरिया अध्यक्ष बारादवार ने श्रावण पवित्र मास के चतुर्दशी का महात्म बताया और पौराणिक कथा सुनाई।

पुष्पा अग्रवाल अध्यक्ष रायपुर इकाई प्रांतीय उपाध्यक्ष कार्यक्रम संयोजिका संचालिका ने शिवमहापुराण का महात्म संक्षिप्त में बताया और सामूहिक महामृतुंजय जप का सफल आयोजन किया जिसमे सभी बहनों ने भक्तिपूर्वक सहभागिता निभाई।

कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया खुदीराम बोस जन्म: 12 अग्रहायण 1811 / 03 दिसम्बर 1889 – मृत्यु : 20 श्रवण 1830 / 11 अगस्त 1908 ) भारतीय स्वाधीनता के लिये मात्र 18 साल की उम्र में भारतवर्ष की स्वतन्त्रता के लिए फाँसी पर चढ़ गये।

मुख्य अतिथि पार्बती अग्रवाल लाऊ मुंडा उड़ीसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया कुछ इतिहासकारों की यह धारणा है कि वे अपने देश के लिये फाँसी पर चढ़ने वाले सबसे कम उम्र के ज्वलन्त तथा युवा क्रान्तिकारी देशभक्त थे। लेकिन खुदीराम से पूर्व 17 जनवरी 1872 को 68 कूकाओं के सार्वजनिक नरसंहार के समय 13 वर्ष का एक बालक भी शहीद हुआ था। उपलब्ध तथ्यानुसार उस बालक को, जिसका नंबर 50वाँ था, जैसे ही तोप के सामने लाया गया, उसने लुधियाना के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर कावन की दाढ़ी कसकर पकड़ ली और तब तक नहीं छोड़ी जब तक उसके दोनों हाथ तलवार से काट नहीं दिये गए बाद में उसे उसी तलवार से मौत के घाट उतार दिया गया था।

विशिष्ट अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया दुव्वरी सुब्बाराव का जन्म ११ अगस्त १९४९ को हुआ। वे एक भारतीय अर्थशास्त्री, केन्द्रीय बैंकर हैं। वे ५ सितंबर २००८ से ४ सितंबर २०१३ भारतीय रिज़र्व बैंक के २२वें गवर्नर रहे।

कुसुम अग्रवाल प्रांतीय सह कोषाध्यक्ष ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया नन्ददुलारे वाजपेयी (४ सितम्बर १९०६ – २१ अगस्त, १९६७ उज्जैन) हिन्दी के साहित्यकार, पत्रकार, सम्पादक, आलोचक और अंत में प्रशासक भी रहे। इनको छायावादी कविता के शीर्षस्थ आलोचक के रूप में मान्यता प्राप्त है। हिंदी साहित्य: बींसवीं शताब्दी, जयशंकर प्रसाद, प्रेमचन्द : साहित्यिक विवेचन, आधुनिक साहित्य, नया साहित्य: नये प्रश्न आदि इनकी प्रमुख आलोचना पुस्तकें हैं। वे शुक्लोत्तर युग के प्रख्यात समालोचक थे।

डिंपल अग्रवाल अध्यक्ष सरिया इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में शंकर भगवान और गुरुवार की कथा सुनाई।

तारा बेरीवाल रायगढ़ ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत के इतिहास में 11 अगस्त को घटित मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।

मधु मित्तल ने अपनी अभिव्यक्ति में चतुर्मास का महात्म बताया।उन्होंने इस्माह में की गई पूजा अर्चना आराधना की विधि बताई।

भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया श्रावण मास और चतुर्मास का महात्म।

शीतल लाठ प्रांतीय योग प्रभारी बिलासपुर इकाई की अध्यक्ष ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रदर्शन कर उनके उद्बोधन को ज्ञानवर्धक बताया।

उपमा अग्रवाल प्रांतीय संयोजक बेटी मेरी शान ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में नंदिनी चौधरी, रजनी जिंदल, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सरला लोहिया, पार्बती अग्रवाल, सपना सराफ, उषा कलानोरिया, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, मधु मित्तल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी गोयल, रजनी, किरण अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, उपमा अग्रवाल, हेमलता बंसल, हेमलता मित्तल, शीतल लाठ, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, सुलोचना धनावत ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।