ज़िला कांग्रेस कमेटी ( शहर/ग्रामीण ) 5 सितम्बर को कांग्रेस
भवन में पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाई और उनकी छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर वक्ताओं ने अपना विचार रखा । एवं बिलासपुर के दो जाबांज स्वतन्त्रता सेनानी स्व वासुदेव देवरस और पूर्व मंत्री स्व चित्रकान्त जायसवाल की भी जयंती मनाई गई ,उनकी छायाचित्रो पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया ।
इस अवसर सैय्यद ज़फर अली ,हरीश तिवारी ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की खोज का अनमोल रत्न थे ,डॉ राधाकृष्णन ,जो एक शिक्षाविद, फिलॉस्फर थे ,जिनकी ख्याति समुंदर पार तक फैली हुई थी ,जिन्होंने भारतीय दर्शन को स्वमी विवेकानन्द जी के बाद विश्वपटल पर रखा,पंडित नेहरू ने देश की समृद्धि , बौद्धिक विकास, आर्थिक , शैक्षणिक, टेक्नोलॉजी ,सामाजिक समरसत्ता आदि के लिए देश के विशेषज्ञों को उचित पदों से नवाजा, और उन्हें सम्मान दिया ,पण्डित नेहरू देश के विकास के लिए वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर काम किया ।
एसएल रात्रे ,चन्द्र प्रकाश देवरस ने कहा कि डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्ण सोवियत संघ में भारतीय राजनयिक नियुक्त किये और आने कार्यो को सफलता पूर्वक संपादित किये ,इस पर बहुत से लोगो आश्चर्य लगा ,फिर प्रथम उपराष्ट्रपति ,राष्ट्रपति बने ,उन्हें 1954 में उनकी योगदान के लिए भारत रत्न से नवाजा गया ,डॉ राधाकृष्णन कई विश्वविद्यालयो में वाईस चांसलर रहे ,देश – विदेश की यूनिवर्सिटी में अध्यापन किया ,शिक्षा के क्षेत्र में योगदान और विद्वता के कारण उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है ,
कार्यक्रम में हरीश तिवारी,ज़फर अली,चन्द्र प्रकाश देवरस,एसएल रात्रे,त्रिभुवन कश्यप,डॉ बद्री जायसवाल,राजेश जायसवाल,प्रियंका यादव, काशी रात्रे,अरविंद शुक्ला, अनिल सिंह चौहान,सुभाष ठाकूर, चन्द्र प्रदीप बाजपेयी,चन्द्रहास केशरवानी ,वीरेंद्र सारथी,राज कुमार यादव,गजेंद्र श्रीवास्तव,उमेश वर्मा,राजेश ताम्रकार,जिग्नेश जैन,कैलाश मिश्रा,सत्येंद्र मिश्रा,सुभाष सराफ,गणेश रजक,राजेन्द्र वर्मा,सावित्री सोनी,लक्ष्मी जांगड़े,सन्तोष गुप्ता आदि उपस्थित थे ।
