*पुत्रदा एकादशी पर भजन कीर्तन लोहड़ी पर भांगड़ा~ भजन गायिका कनक परासर चित्तौड़गढ़*
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत पौने 12 माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रंखला में 13 जनवरी 2022 गूगल मीट पर दोपहर 3:00 से भजन कीर्तन, भांगड़ा प्रस्तुति का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की संयोजिका व संचालनकर्ता डॉ अनीता अग्रवाल ने मंत्रोचार द्वारा दीप प्रज्वलित किया।श्रीमती डिंपल अग्रवाल अध्यक्ष सरिया इकाई ने अपने निवास स्थान पर श्री कृष्ण भगवान का दरबार सजा पूजा अर्चना आराधना आरती किया। कीर्ति अग्रवाल ने गणेश वंदना, उषा कलानोरिया ने पितरों की वंदना, सुलोचना धनावत ने गुरु वंदना,कुसुम अग्रवाल ने ग्यारस का भजन, कमलेश बोंदिया ने एकादशी की पौराणिक कथा सुनाई, सीमा गुप्ता ने भोग का भजन प्रस्तुत किया। पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने मुख्य अतिथि का जीवन परिचय दे हेमलता मित्तल के स्वागत गीत के बाद *मुख्य अतिथि भजन गायिका कनक परासर चित्तौड़गढ़ राजस्थान* ने पुत्रदा एकादशी के उपलक्ष में अपने भजनों से समा बांध सभी सदस्यो को भक्ति रसपान में त्वरित कर दिया।भगवती ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर अतिथियों को सम्मानित किया।उमा बंसल ने आज के समाचार बताया।विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया।
विशिष्ट अतिथि *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *लोहड़ी पर्व* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया लोहड़ी उत्तर भारत का एक प्रसिद्ध त्योहार है। यह मकर संक्रान्ति के एक दिन पहले मनाया जाता है। मकर संक्रान्ति की पूर्वसंध्या पर इस त्यौहार का उल्लास रहता है। रात्रि में खुले स्थान में परिवार और आस-पड़ोस के लोग मिलकर आग के किनारे घेरा बना कर बैठते हैं। इस समय रेवड़ी, मूंगफली, लावा आदि खाए जाते हैं।
विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया* ने *बदलू सिंह जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया बदलू सिंह (जन्म- 13 जनवरी, 1876, पंजाब; मृत्यु- 23 सितंबर, 1918, फ़िलिस्तीन) हिंदू जाट थे। वह भारतीय सेना की 29वीं लांसर्स रेजिमेंट में रिसालदार थे। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उनको पहले फ्रांस भेजा गया था, लेकिन बाद में फिलिस्तीन भेजा गया। उनको मरणोपरांत “विक्टोरिया क्रॉस” से सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल बैंगलोर* ने *दत्तात्रेय रामचन्द्र बेंद्रे जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया दत्तात्रेय रामचन्द्र बेंद्रे (जन्म- 13 जनवरी, 1896, कर्नाटक; मृत्यु- 26 अक्टूबर, 1981, महाराष्ट्र) कन्नड़ भाषा के प्रसिद्ध कवि थे। उन्होंने कन्नड़ काव्य को सम्माननीय ऊँचाई दिलवाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था। उनका प्रथम कविता संग्रह प्रकाशित होने से पूर्व ही समाज ने उन्हें एक कवि के रूप में अंगीकार कर लिया था। दत्तात्रेय जी के विशिष्ट योगदान को देखते हुए उन्हें ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ (1958) और ‘पद्मश्री’ (1968) भी प्रदान किया गया था।
विशिष्ट अतिथि *यशोदा गुप्ता कटनी मध्यप्रदेश* ने *शमशेर बहादुर सिंह जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया शमशेर बहादुर सिंह (जन्म: 13 जनवरी, 1911 – मृत्यु: 12 मई, 1993) आधुनिक हिंदी कविता के प्रगतिशील कवि हैं। ये हिंदी तथा उर्दू के विद्वान हैं। प्रयोगवाद और नई कविता के कवियों की प्रथम पंक्ति में इनका स्थान है। इनकी शैली अंग्रेज़ी कवि एजरा पाउण्ड से प्रभावित है। शमशेर बहादुर सिंह ‘दूसरा सप्तक’ (1951) के कवि हैं। शमशेर बहादुर सिंह ने कविताओं के समान ही चित्रों में भी प्रयोग किये हैं। आधुनिक कविता में ‘अज्ञेय’ और शमशेर का कृतित्व दो भिन्न दिशाओं का परिचायक है- ‘अज्ञेय’ की कविता में वस्तु और रूपाकार दोनों के बीच संतुलन स्थापित रखने की प्रवृत्ति परिलक्षित होती है, शमशेर में शिल्प-कौशल के प्रति अतिरिक्त जागरूकता है। इस दृष्टि से शमशेर और ‘अज्ञेय’ क्रमशः दो आधुनिक अंग्रेज़ कवियों एजरा पाउण्ड और इलियट के अधिक निकट हैं। आधुनिक अंग्रेज़ी-काव्य में शिल्प को प्राधान्य देने का श्रेय एजरा पाउण्ड को प्राप्त है। वस्तु की अपेक्षा रूपविधान के प्रति उनमें अधिक सजगता दृष्टिगोचर होती है। आधुनिक अंग्रेज़ी-काव्य में काव्य-शैली के नये प्रयोग एजरा पाउण्ड से प्रारम्भ होते हैं। शमशेर बहादुर सिंह ने अपने वक्तव्य में एजरा पाउण्ड के प्रभाव को मुक्तकण्ठ से स्वीकार किया है- टेकनीक में एजरा पाउण्ड शायद मेरा सबसे बड़ा आदर्श बन गया।
*कुसुम अग्रवाल* ने *सी. अच्युत मेनन जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया सी. अच्युत मेनन (जन्म- 13 जनवरी 1913; मृत्यु- 16 अगस्त 1991) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राजनीतिज्ञ तथा केरल के भूतपूर्व चौथे मुख्यमंत्री थे। वह दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 1 नवंबर 1969 – 1 अगस्त 1970 तक और फिर 4 अक्टूबर 1970 से 25 मार्च 1977 तक राज्य के मुख्यमंत्री का पद सम्भाला।
*उषा कलानोरिया अध्यक्ष बाराद्वार* ने *सी. अच्युत मेनन जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया सी. अच्युत मेनन (जन्म- 13 जनवरी 1913; मृत्यु- 16 अगस्त 1991) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राजनीतिज्ञ तथा केरल के भूतपूर्व चौथे मुख्यमंत्री थे। वह दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 1 नवंबर 1969 – 1 अगस्त 1970 तक और फिर 4 अक्टूबर 1970 से 25 मार्च 1977 तक राज्य के मुख्यमंत्री का पद सम्भाला।
*डिंपल अग्रवाल अध्यक्ष सरिया इकाई* ने *मर्री चेन्ना रेड्डी जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मर्री चेन्ना रेड्डी (जन्म- 13 जनवरी, 1919 हैदराबाद ज़िला, आन्ध्र प्रदेश; मृत्यु- 2 दिसम्बर 1996, हैदराबाद तेलंगाना) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ थे। वे उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल तथा आंध्र प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री रहे। वे प्रांतीय कांग्रेस कमेटी के महामंत्री और पी.सी.सी. वर्किंग कमेटी के 30 वर्षो तक सदस्य रहे।
*भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई* ने *शक्ति सामंत के जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया शक्ति सामंत (जन्म: 13 जनवरी, 1926 – मृत्यु: 9 अप्रैल 2009) एक प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता एवं निर्देशक थे। शक्ति सामंत ने हावड़ा ब्रिज, अमर प्रेम, आराधना, कटी पतंग, कश्मीर की कली, अमानुष जैसी यादगार फ़िल्में बनाईं।(तीन बार) सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म बनाने के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित हुए।
*पुष्पा अग्रवाल अध्यक्ष रायपुर इकाई* ने *शिव कुमार शर्मा जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया शिवकुमार शर्मा (जन्म- 13 जनवरी, 1938) भारत के प्रसिद्ध संतूर वादक है। आज संतूर की लोकप्रियता का सर्वाधिक श्रेय शिवकुमार शर्मा को ही जाता है। उन्होंने संतूर को भारतीय शास्त्रीय संगीत के अनुकूल बनाने के लिये इसमें कुछ परिवर्तन भी किये।
*वरिष्ट सदस्या सुलोचना धनावत* ने *वजूभाई रुदाभाई वाला जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया वजूभाई रुदाभाई वाला (जन्म- 13 जनवरी, 1939, गुजरात) जानेमाने भारतीय राजनेता और कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल हैं। राज्यपाल नियुक्त किये जाने से पूर्व वे गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष थे। वजुभाई वाला ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य के रूप में अपना कॅरियर आरम्भ किया और 1971 में जनसंघ के सदस्य बने। 1975 में आपातकाल के समय वह ग्यारह मास तक कारागार में भी रहे।
*उमा बंसल महासचिव कोरबा* ने *राकेश शर्मा जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया राकेश शर्मा (जन्म:13 जनवरी, 1949 पटियाला, पंजाब) भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री हैं। उन्हें अंतरिक्ष यान में उड़ने और पृथ्वी का चक्कर लगाने का अवसर 2 अप्रैल, 1984 में मिला था। वे विश्व के 138वें अंतरिक्ष यात्री हैं। स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा ने लो ऑर्बिट में स्थित सोवियत स्पेस स्टेशन की उड़ान भरी थी और सात दिन स्पेस स्टेशन पर बिताए थे। भारत और सोवियत संघ की मित्रता के गवाह इस संयुक्त अंतरिक्ष मिशन के दौरान राकेश शर्मा ने भारत और हिमालय क्षेत्र की फ़ोटोग्राफी भी की। भारतवासियों के लिए लिए वह गर्व का क्षण था, जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पूछने पर कि अंतरिक्ष से भारत कैसा लगता है, तब राकेश शर्मा ने कहा- ‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा’।
*सीमा गुप्ता* ने *मेजर मोहित शर्मा जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति ने बताया मेजर मोहित शर्मा (जन्म- 13 जनवरी, 1978; शहादत- 21 मार्च, 2009) भारतीय सेन्य अधिकारी थे, जिन्हें मरणोपरांत ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित किया गया था, जो भारत का सर्वोच्च शांति-कालीन सैन्य अलंकरण है। मेजर शर्मा कुलीन 1 पैरा एसएफ से थे। वह 21 मार्च, 2009 को नॉर्थ कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हो गए थे। मेजर मोहित शर्मा ब्रावो असॉल्ट टीम को लीड कर रहे थे और 1 पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडो थे। उन्होंने हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। उनकी बहादुरी आज भारतीय सेना के वीरों में देश की खातिर कुछ भी कर गुजरने का जज्बा पैदा करती है।
*राजकुमारी गुप्ता रायपुर* ने *अस्मित पटेल के जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अस्मित पटेल हिन्दी फिल्म के एक अभिनेता हैं।अस्मित अमित एवं आशा पटेल के पुत्र हैं और अमीशा पटेल इनकी बहन हैं। इनकी प्रमुख फिल्म यहाँ के हम सिकन्दर, दिल दिया है, एक धुन बनारस की, फाइट क्लब दिनेश, नज़र, मर्डर सुधीर सहगल , इन्तहा है।
*प्रतिमा गुप्ता भाटापारा* ने अपनी अभिव्यक्ति में *वास्को डी गामा* के बारे में बताया महान खोजकर्ता वास्को डी गामा के शुरुआती जीवन और जन्म के बारे में इतिहासकारों के अलग-अलग मत हैं। हालांकि कुछ इतिहासकार उनका जन्म 1460 में मानते हैं, जबकि कुछ इतिहासकार उनका जन्म 1469 में पुर्तगाल के अलेंटेजो प्रांत के समुद्री तट पर स्थित साइनेस के किले में बताते हैं।वास्को डी गामा के पिता एस्तेवाओ द गामा भी एक महान खोजी नाविक थे, उनके पिता को नाइट की उपाधि भी मिली थी। वहीं बाद में वास्को डी गामा ने अपने पिता के व्यापार में रुचि ली और वे भी समुद्री यात्रा लिए जा रहे जहाजों की कमान संभालने लगे। आपको बता दें कि उन्हें वास्को दा गामा और वास्को डी गामा दोनों नाम से ही जाना जाता है।वास्को डी गामा दुनिया के सबसे प्रसिद्ध एवं प्रमुख सामुद्रिक खोजकर्ताओं में से एक थे, जिन्होंने भारत में समुद्री मार्गों की खोज की।
वास्को डी गामा की महान खोज ने पूरी दुनिया में व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की आधारशिला रखी। यही नहीं वे यूरोप से समुद्र के माध्यम से भारत पहुंचने वाले भी पहले शख्स थे, जिन्होंने गोवा में पुर्तगाली उपनिवेश भी स्थापित किया था।
*शारदा वसावतिया कोरबा* ने *भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके आर.एन. माधोलकर की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया रघुनाथ नरसिंहा मुधोलकर (जन्म: 16 मई, 1857; मृत्यु: 13 जनवरी, 1921) भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने पटना में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27वें अधिवेशन (1912) की अध्यक्षता की थी। उनसे पहले सन 1911 में आयोजित कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में (पटना) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27वें सत्र की अध्यक्षता की। वे पंडित बिशन नारायण धर के पद पर रहा।
*कीर्ति अग्रवाल कोरबा* ने *प्रसिद्ध शायर शौक़ बहराइची की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया रघुनाथ नरसिंहा मुधोलकर (जन्म: 16 मई, 1857; मृत्यु: 13 जनवरी, 1921) भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने पटना में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27वें अधिवेशन (1912) की अध्यक्षता की थी। उनसे पहले सन 1911 में आयोजित कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में (पटना) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27वें सत्र की अध्यक्षता की। वे पंडित बिशन नारायण धर के पद पर रहे।
*वंदना अग्रवाल* ने *भारत के प्रसिद्ध तबला वादक अहमद जान थिरकवा पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया उस्ताद अहमद जान थिरकवा (अहमद जान खाँ) (1891-1976) अपने उस्ताद “थिरकवा” उप-नाम से संगीत जगत में प्रख्यात हुये। आपका जन्म मुरादाबाद (उ.प्र.) में संगीतज्ञों के परिवार में हुआ। आपको संगीत अपने पिता से विरासत में मिला। यहीं से संगीत की शिक्षा आरंभ हुई। कुछ वर्षों बाद बम्बई (मुम्बई) में उस्ताद मुनीर खाँ के शागिर्द बन गए और उन्हीं की देख-रेख में अभ्यास करते रहे। तबले पर अपनी थिरकती हुई उंगलियों के कारण आपको “थिरकवा” कहा जाने लगा।
ने *भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके आर.एन. माधोलकर की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया रघुनाथ नरसिंहा मुधोलकर (जन्म: 16 मई, 1857; मृत्यु: 13 जनवरी, 1921) भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने पटना में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27वें अधिवेशन (1912) की अध्यक्षता की थी। उनसे पहले सन 1911 में आयोजित कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में (पटना) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27वें सत्र की अध्यक्षता की। वे पंडित बिशन नारायण धर के पद पर रहा।
*हेमलता मित्तल* ने *प्रसिद्ध शायर शौक़ बहराइची की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया रघुनाथ नरसिंहा मुधोलकर (जन्म: 16 मई, 1857; मृत्यु: 13 जनवरी, 1921) भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने पटना में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27वें अधिवेशन (1912) की अध्यक्षता की थी। उनसे पहले सन 1911 में आयोजित कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में (पटना) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27वें सत्र की अध्यक्षता की। वे पंडित बिशन नारायण धर के पद पर रहे।
*शालू अग्रवाल* ने *भारत के प्रसिद्ध तबला वादक अहमद जान थिरकवा पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया उस्ताद अहमद जान थिरकवा (अहमद जान खाँ) (1891-1976) अपने उस्ताद “थिरकवा” उप-नाम से संगीत जगत में प्रख्यात हुये। आपका जन्म मुरादाबाद (उ.प्र.) में संगीतज्ञों के परिवार में हुआ। आपको संगीत अपने पिता से विरासत में मिला। यहीं से संगीत की शिक्षा आरंभ हुई। कुछ वर्षों बाद बम्बई (मुम्बई) में उस्ताद मुनीर खाँ के शागिर्द बन गए और उन्हीं की देख-रेख में अभ्यास करते रहे। तबले पर अपनी थिरकती हुई उंगलियों के कारण आपको “थिरकवा” कहा जाने लगा।
*सरला लोहिया राजनांदगांव* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिन्दू-मुस्लिम एकता बनाये रखने के लिये 1948 में आमरण अनशन शुरू किया।
भारत के पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 1964 में हिंदू और मुसलमानों के बीच भयानक सांप्रदायिक दंगे हुए। जिनमें करीब 200 लोग मारे गए और 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
1966 में अमेरिका ने नवादा में परमाणु परीक्षण किया।
नासा ने 1978 में पहली अमेरिकन महिला अंतरिक्षयात्री का चयन किया।
महिलाओं के प्रति भेदभाव दूर करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का 37वाँ अधिवेशन 2007 में न्यूयार्क में शुरू।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुख़ अब्दुल्ला 2009 में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष बनाए गए।
*उमा बंसल महासचिव* ने आज के इतिहास की मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिन्दू-मुस्लिम एकता बनाये रखने के लिये 1948 में आमरण अनशन शुरू किया।
भारत के पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 1964 में हिंदू और मुसलमानों के बीच भयानक सांप्रदायिक दंगे हुए। जिनमें करीब 200 लोग मारे गए और 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
1966 में अमेरिका ने नवादा में परमाणु परीक्षण किया।
नासा ने 1978 में पहली अमेरिकन महिला अंतरिक्षयात्री का चयन किया।
महिलाओं के प्रति भेदभाव दूर करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का 37वाँ अधिवेशन 2007 में न्यूयार्क में शुरू।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुख़ अब्दुल्ला 2009 में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष बनाए गए।
*डॉ अनीता अग्रवाल* ने सभी का आभार प्रदर्शन कर विश्व कल्याण की मंगल कामनाओं के साथ शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम समापन किया।
कार्यक्रम में भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, रेखा गर्ग, नंदिनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, शारदा वसावतिया, हेमलता मित्तल, सुलोचना धनावत, कीर्ति अग्रवाल, सरला लोहिया, सीमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, प्रतिमा गुप्ता, यशोदा गुप्ता, रेखा गर्ग, उषा कलानोरिया, कमलेश बोंदिया, वंदना अग्रवाल, कनक परासर, प्रेमलता गोयल ने अपनी उपस्तिथि, अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
